नानबाई से लेखक का क्या आशय है *?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर: मियाँ नसीरुद्दीन को नानबाइयों का मसीहा कहा गया है, क्योंकि वे मसीहाई अंदाज में रोटी पकाने की कला का बखान करते हैं। वे स्वयं भी छप्पन तरह की रोटियाँ बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका खानदान वर्षों से इस काम में लगा हुआ है।
तुनकी क्या है उसकी विशेषता बताइए?
इसे सुनेंरोकेंतुनकी विशेष प्रकार की रोटी है। यह पापड़ से भी अधिक पतली होती है। मियाँ को अपने पुराने जमाने के दिन याद आने लगे जब लोग उनकी दुकान से तरह-तरह की रोटियाँ लेने आते थे। इसका अर्थ है कि पहले जमाने में लोग कलाकारों की कद्र करते थे।
साना साना ाथ जोड़ड़ पाठ मेंक ा िया ैकक कटाओ पर ककसी दक ु ान का न ोना िरदान ै ऐसा क्यों भारत के अन्य प्राक ृ नतक?
इसे सुनेंरोकें’कटाओ’ पर किसी भी दुकान का न होना उसके लिए वरदान है। ‘कटाओ’ को भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है यहां की प्राकृतिक सुंदरता हसीन है इसे देखकर सैलानी स्वयं को ईश्वर के निकट समझते हैं। वहां उन्हें अद्भुत शांति मिलती है। यदि वहां पर दुकानें खुल जाती हैं तो लोगों को भीड़ बढ़ जाएगी जिससे वहां गंदगी और प्रदूषण फैलेगा।
मियाँ नसीरुद्दीन का खानदानी पेशा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंनसीरुद्दीन का खानदानी पेशा नानबाई बनाने का था। वह अपनी आजीविका के लिए एक दुकान चलाते थे, जहाँ पर वह नानबाई बनाते थे। नानबाई एक विशेष प्रकार की रोटी होती है, जिसको बनाने की कला में नसीरुद्दीन को महारत हासिल थी।
मियाँ नसीरुद्दीन सिर हिलाते समय कैसे देखें?
इसे सुनेंरोकेंउनकी आँखों में काँइयाँपन और भोलेपन का मिश्रित प्रभाव झलकता है । उनकी पेशानी पर मँजे हुए कारीगर के तेवर हैं । वे बड़े सधे अंदाज में बातों का जवाब देते हैं । कभी-कभी पंचहजारी अंदाज में सिर हिलाते हैं 1 वे कभी दूसरे आदमी के सामने आँखों के कंचे फेरते हैं, कभी आँखें तरेरते हैं ।
तुनकी क्या है * 1 Point?
इसे सुनेंरोकें1. तुनकी विशेष प्रकार की रोटी है। यह पापड़ से भी अधिक पतली होती है। 2.
स्वप्ना ने कुरनूल कपास बाजार में बेचने के बजाय व्यापारी को कपास बेचने के लिए क्या किया?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर : स्वप्ना ने अपनी रूई कुर्नूल के रूई बाज़ार में न बेचकर व्यापारी को निम्न कारणों से बेच दी स्वप्ना ने एक व्यापारी से ऊँची ब्याज दर पर 2500 रुपये कर्ज पर लिए थे। उस समय स्थानीय व्यापारी ने स्वप्ना को एक शर्त मानने के लिए सहमत कर लिया था। उसने स्वप्ना से वादा करवा लिया था कि वह अपनी सारी रूई उसे ही बेचेगी।
साना साना हाथ जोड़ि पाठ में सिक्किम घूमते समय गाइड कौन था?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर: जितेन नार्गे ने लेखिका को सिक्किम की प्रकृति, वहाँ की भौगोलिक स्थिति एवं जनजीवन के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। जितेन ने बताया कि पहाड़ी इलाका होने के कारण वहाँ रास्ते दुर्गम थे। वहाँ के बच्चों की जिंदगी आरामदेह कतई नहीं थी।