कोयल कविता से आपने क्या सीखा लिखिए?

कोयल कविता से आपने क्या सीखा लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंप्‍यासी धरती देख, माँगती हो क्‍या मेघों से पानी? इसीलिए छाया करने को तुम बादल बुलवाती हो॥ जो कुछ भी हो, तुम्हें देख कर हम कोयल, खुश हो जाते हैं। तुम आती हो – और न जाने हम क्या-क्या पा जाते हैं॥

कोयल क्या कहलाती है?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 5: कोयल चिड़ियों की रानी क्यों कहलाती है? उत्तर: कोयल सबसे मीठी बोली बोलती है, प्यासी धरती के लिए मेघों को बुलाती है और सदा ही अपनी माँ की बात मानती है। अपने इन्हीं अच्छे गुणों के कारण वो चिड़ियों की रानी कहलाती है।

जलियाँवाला बाग में बसंत किसकी रचना है?

इसे सुनेंरोकेंजलियांवाला बाग़ में बसंत – सुभद्राकुमारी चौहान

कोयल आज बोली है कविता के कवि कौन है?

इसे सुनेंरोकेंदोस्तों, आज हम हिन्दी साहित्य की प्रसिद्ध कवि Subhadra Kumari Chauhan की hindi kavita “कोयल” लेकर आए है। यह हमारी पहली birds poem in hindi है। इस कविता में कोयल की सुंदरता का वर्णन किया है। देखो कोयल काली है, पर मीठी है इसकी बोली।

कोयल क्या संदेश लाई होगी?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: कवि को लगता है कि कोयल किसी का संदेश लेकर आई होगी। कवि को ये भी लगता है कि कोयल वहाँ पर विद्रोह के बीज बोने आई होगी। कवि को ये भी लगता है कि कोयल उसके साथ सहानुभूति दिखाने आई होगी। Question 3: किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों?

कवयित्री ने जलियांवाला बाग में बसंत को धीरे से आने और मौन रहने को क्यों कहा है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – कवयित्री ऋतुराज को धीरे-से आने के लिए इसलिए कह रही है क्योंकि जलियाँवाला बाग का पूरा वातावरण शोकमय हो गया है । यह बाग खून से सना पड़ा है । यहाँ पर हवा भी धीरे-धीरे चल रही है । चारों ओर दुःख और करूणा छाई हुई है ।

आशाओं से भरे हृदय छिन्न कैसे हुए हैं?

इसे सुनेंरोकेंतुम जब भी आओ अपने फूलों को उपहार के रूप में ना लाना बल्कि उन्हें शहीदों को स्मृति स्वरूप अर्पण करने हेतु लाना।) कोमल बालक मरे यहां, गोली खा-खा कर। कलियां उनके लिए गिराना, थोड़ी लाकर।। आशाओं से भरे हृदय भी छिन्न हुए हैं।

कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी?

इसे सुनेंरोकें1. कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी? उत्तर:- कोयल की कूक सुनकर कवि को ऐसा लगता है जैसे कोयल उसके लिए कोई संदेशा लेकर आई है, संदेशा शायद अति महत्वपूर्ण है इसलिए कोयल ने सुबह होने का भी इन्तजार नहीं किया।

कोयल की क्या विशेषता है?

इसे सुनेंरोकेंकोयल का नर कौए जैसा गहरा काला और मादा भूरी चितली होती है। कोयल सर्वथा भारतीय पक्षी है; यह इस देश के बाहर नहीं जाती, थोड़ा बहुत स्थानपरिवर्तन करके यहीं रहती है। कोयल शाखाशायी पक्षी है, जो जमीन पर बहुत कम उतरती है। इसके जोड़े सुविधा के अनुसार अपनी सीमा बना लेते हैं और एक दूसरे के अधिकृत स्थान का अतिक्रमण नहीं करते।