पुल से क्या तात्पर्य है?

पुल से क्या तात्पर्य है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: पुल दो किनारों को आपस में जोड़ता है। माँ परिवार के हर सदस्य को आपस में जोड़नेवाली कड़ी थी। इसलिए माँ को पुल कहा गया है।

पुल बनी थी मां से क्या तात्पर्य है?

इसे सुनेंरोकें’बुढ़ा रही है माँ’ इसका आशय क्या है? उत्तर: प्रस्तुत पंक्ति का आशय यह है कि माँ के शरीर पर बुढ़ापे का असर दिखने लगा। वह शारीरिक और मानसिक रूप से कमज़ोर होने लगी।

मांझी का पुल कविता कौन से भाव को दर्शाती है?

इसे सुनेंरोकेंवो चाहे सड़क हो या पुल, शब्द हो या सड़क. हर चीज जो लोगों को मिलाती है, उनकी आंखों में एक छवि बनकर तैरती रहती और फिर पिघलकर कविता में ढल जाती. उनके बचपन के दिनों में यूपी और बिहार की सीमा पर ‘सारसों के झुंड की तरह डैने पसारे हुए’ घाघरा पर बना ‘मांझी का पुल’ उन्हें जीवन भर खींचता रहा!

मांझी का पुल कविता के कवि कौन है?

इसे सुनेंरोकेंमांझी का पुल / केदारनाथ सिंह

पुल बनी थी माँ कविता के लेखक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: Pool bani thi maa kavita ke prasiddh kavi NARENDRA PUNDRIK ki ek achi kavita hai.

सशक्त शब्द केलिए पुल बनी थी कविता में प्रयुक्त शब्द कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंकविता में प्रयुक्त शब्द, कथन और मुहावरे- वृषभ कंधा, कंधा बदलना, उतर गए कंधे आदि कविता को और सशक्त बनाया है।

माँ कंधे से उतर गई इससे क्या तात्पर्य है?

इसे सुनेंरोकेंकंधे से उतर गई माँ इन पंक्तियों से आशय यह है कि कवि समाज की दुखद प्रवृत्ति पर एक माँ के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराना चाहता है। आत्म निर्भर रहने वाली माँ धीरे-धीरे अपने बेटों के कंधों पर आश्रित हो गई थी अर्थात वृद्धावस्था में वो कमजोर हो गई और अपने बेटों पर आश्रित हो गई।

पुल बनी थी माँ किसकी रचना है *?

बसंती हवा कविता में किसका मानवीकरण किया गया है?

इसे सुनेंरोकेंयह कविता ‘काव्य कुंज’ पुस्तक में संकलित है। इसका संपादन हिन्दी अध्ययन मंडल, मुम्बई विश्वविद्यालय, मुम्बई ने किया है। प्रसंग – इन पंक्तियों में कवि ने हवा और प्रकृति के अन्य उपादानों जैसे कि पेड़-पौधे आदि का मानवीकरण करते हुए बंसती हवा के बहने का बड़ा सजीव चित्र खींचा है ।

कवि केदारनाथ क्या देख कर लौट रहे हैं?

इसे सुनेंरोकेंकेदारनाथ अग्रवाल का सौंदर्यबोध खेतों की धूल में गुंथकर बना है और इस तरह के सौंदर्यबोध के वह हिंदी के इकलौते कवि हैं. शताब्दियों से एक किसान की अभिलाषाएं बड़ी साधारण रही हैं. धनिकों की तरह ऐश्वर्य-भोग के स्वप्न उसने कभी नहीं देखे. मसलन कि हल से जुड़कर उसके बैल उसका साथ दें.

कवि ने पहली बार माँझी का पुल कब देखा था?

इसे सुनेंरोकें1934 – 2018 बलिया , भारत

निम्न में से कौन सी कविता केदारनाथ सिंह की हैं?

इसे सुनेंरोकेंकेदारनाथ सिंह की प्रमुख काव्य कृतियां ‘जमीन पक रही है’, ‘यहां से देखो’, ‘उत्तर कबीर’, ‘टालस्टॉय और साइकिल’ और ‘बाघ’ हैं।