मिट्टी के मुख्य घटक क्या हैं?
इसे सुनेंरोकेंमिट्टी में 4 आवश्यक घटक होते हैं, जो हैं: चट्टानें, जिन्हें खनिजों के रूप में भी जाना जाता है। हवा। पानी। जैविक सामग्री, यानी जानवरों को छोड़ देता है.
मृदा निर्माण के मुख्य घटक कितने होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंइसमें विभिन्न परतें होती हैं, जो मूल शैल में भौतिक, रासायनिक और जैविक अपक्षय की प्रक्रियाओं द्वारा बनती हैं। मृदा निर्माण के कारक मृदा निर्माण को नियन्त्रित करने वाले पाँच कारकों में मूल शैल, उच्चावच, समय, जलवायु तथा जैविक तत्व शामिल हैं।
जमीन में कौन कौन से घटक होते हैं?
मिट्टी के मुख्य घटक निम्न प्रकार हैं:
- मातृ पदार्थ (Parent Material): कार्बोनिक एवं खनिजों का एक असंगठित पदार्थ, जो मृदा विकास के लिये मूल पदार्थ होता है ।
- ह्यूमस तथा जैविक खाद (Humus):
- मृदा जल (Soil Water):
- मृदा उर्वरता (Soil Fertility):
- मृदा वर्गिकी (Soil Structure):
मिट्टी के घटकों में से कौन से घटक से मिट्टी की उर्वरता बढ़ जाती है?
इसे सुनेंरोकेंनाइट्रोजन के साथ यदि फलस्फोरस एवं पोटेशियम की उपयुक्त मात्रा का प्रयोग किया जाए तो फसल के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है तथा पोटाश डालने से उसे और अधिकतम स्तर तक पहुंचाया जा सकता है। साथ ही गंधक एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों का भी आवश्यकतानुसार प्रयोग किया जाए। गंधक प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
मिट्टी मे क्या क्या पाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंकृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि मिट्टी की अच्छी सेहत के लिए 16 तत्वों की आवश्यकता होती है। कार्बन, हाइड्रोजन, आक्सीजन वातावरण और जल से मिलते हैं, जबकि नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैगभनीशियम, सल्फर, जिंक, आयरन, बोरान, मैगभनीज, कापर, मालीबेडनम और क्लोरीन अन्य स्रोतों से पूरा किया जाता है।
मृदा का निर्माण कैसे हुआ?
इसे सुनेंरोकेंमृदा का निर्माण पाँच मूल कारकों द्वारा नियंत्रित होता है- मृदा के विकास में संलग्न विभिन्न जलवायवी तत्त्व हैं- वर्षा, वाष्पीकरण की बारंबारता व अवधि तथा आर्द्रता एवं तापक्रम। मृदा निर्माण में शैल एक निष्क्रिय नियंत्रक कारक है। मृदा निर्माण के गठन व संरचना, शैल निक्षेप के खनिज एवं रासायनिक संयोजन पर निर्भर करती है।
मृदा उर्वरता को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?
मृदा की उर्वरता को प्रभावित करने वाले प्राकृतिक कारक –
- मूल पदार्थ ( Parent Material )
- जलवायु ( Climate )
- मृदा प्रोफाइल की गहराई
- मृदा आयु ( Soil Age )
- स्थलाकृति ( Topography )
- मृदा की भौतिक दशा
- मृदा अपरदन ( Soil Erosion )
- निरोधक ( Inhibitory ) कारक
कैसे मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए?
मिट्टी की उर्वरता को कैसे बनायें रखें
- फसलों के अनुक्रम में दालों की फसलों को अवश्य स्थान दे।
- गहरी जड़ों वाली फसलें लेने के बाद उथली जड़ों वाली फसलों को उगायें।
- अधिक पानी वाली फसलों को लेने के बाद कम पानी की आवश्यकता वाली फसलों को लगाया जाना चाहिए जैसे धान के बाद मटर, मसूर, सरसों और चना आदि।