क्या होता है जब जिंक ब्लेंड का भर्जन किया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंभर्जन (Roasting) – सान्द्रित अयस्क का लगभग 1200 K ताप पर वायु की अधिकता में भर्जन किया जाता है जिससे जिंक ऑक्साईड (ZnO) प्राप्त होता है। 1. अपचयन (Reduction) – प्राप्त जिंक ऑक्साइड को चूर्णित कोक के साथ मिलाकर एक फायर क्ले रिटॉर्ट में 1673 K तक गर्म किया जाता है, परिणामस्वरूप यह जिंक धातु में अपचयित हो जाता है।
धान में जिंक का प्रयोग कब करें?
इसे सुनेंरोकेंफास्फोरस व जिंक सल्फेट की पूरी मात्रा खेत तैयार करते समय प्रयोग करें। लंबी बासमती में नत्रजन को आधी मात्रा रोपाई के 21 दिन बाद व शेष आधी मात्रा 42 दिन बाद प्रयोग करें। बौनी बासमती में एक तिहाई नत्रजन खेत की तैयारी करते समय, एक तिहाई 21 दिन बाद और एक तिहाई 42 दिन बाद प्रयोग करें।
चिलेटेड जिंक क्या है?
इसे सुनेंरोकेंप्रोडक्ट विवरण Zn-EDTA कार्बोहाइड्रेट के परिवहन के लिए आवश्यक है. यह चीनी की खपत को नियंत्रित करता है. यह एंजाइम सिस्टम का हिस्सा है जो पौधों की वृद्धि को नियंत्रित करता है. यह पौधे में पानी के तेज और जल संबंध से जुड़ा हुआ है.
गेहूं में जिंक कब देना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंआपको बता दें कि अगर आपको भी अपनी फसल में जिंक का इस्तेमाल करना है तो 20 किलो जिंक प्रति हेक्टर की दर से पहली जुताई के दैरान दे देना चाहिए। ऐसा अगर क्या जाए तो खेत में लगभग तीन साल तक की जिंक की कमी की भरपाई हो जाएगी. वहीं अगर आपको अपनी खड़ी फसल में जिंक डालना है तो अंकुरण के तीसरे और पांचवें हफ्ते के बाद करें.
जिंक H2 so4 से कैसे अभिक्रिया करता है?
इसे सुनेंरोकेंजब जस्ता सल्फ्यूल्स पर पतला सल्फ्यूरिक एसिड डाला जाता है , तो हाइड्रोजन की तुलना में जस्ता अधिक प्रतिक्रियाशील होता है और यह एसिड से विस्थापित होकर जस्ता सल्फेट और हाइड्रोजन गैस बनाता है। Zn + H2SO4 → ZnSO4 + H2।
गेहूं में जिंक कैसे डालें?
इसे सुनेंरोकेंगेहूं की फसल में अगर जस्ते की कमी के साथ साथ फसल में आम पीलापन भी है तो एक एकड़ खेत के लिए एक किलोग्राम जिंक सल्फेट तथा 5 किलोग्राम यूरिया को 200 लीटर पानी में घोल लें। इसके बाद घोल का छिड़काव करें। इससे भी 10 से 15 दिन के अंतराल पर छिड़काव करने से जस्ते और नाइट्रोजन की कमी को पूरा कर सकते हैं।