सेना के पत्तों का उपयोग कैसे करें?
कैसे कर सकते हैं सनाय का इस्तेमाल? (How to Use Sanay)
- सनाय के फूलों और पत्तियों को सूखाकर इसका चूर्ण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सनाय के पत्तों का साग के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।
- सनाय के पत्तों और फूलों से तैयार काढ़े का सेवन किया जा सकता है।
- मार्केट में सनाय के कैप्सूल भी मौजूद हैं।
सोनामुखी के पत्ते क्या काम आते हैं?
इसे सुनेंरोकेंविभिन्न क्षेत्रों में इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। कहीं इसे स्वर्णमुखी, सोनामुखी तो कहीं सुनामुखी कहते हैं। यह आपके गले और आंतों में जमा बलगम और मल को दस्त के साथ बाहर निकाल देता है। इसका इस्तेमाल कब्ज, लीवर, पेट के रोग, अपच, बुखार आदि समस्याओं से राहत पाने के लिए किया जाता है।
सोना पत्ती क्या होती है?
इसे सुनेंरोकेंसंस्कृत नाम: स्वर्णपत्री। भौगोलिक वितरण: यह पौधा भारत के कई हिस्सों में उगता है। दुनिया भर के कई अन्य हिस्सों, विशेषकर उत्तरी अफ्रीका में भी यह पौधा बहुतायत में पाया जाता है। दिलचस्प तथ्य: सनाय का पौधा विश्व स्वास्थ्य संगठन के आवश्यक दवाओं की मॉडल सूची 2019 में भी शामिल है।
अमलतास के क्या फायदे हैं?
क्या है अमलतास: अमलतास का यह पेड़ 5 से लेकर 15 मीटर तक ऊंचा हो सकता है।
सोनामुखी का क्या भाव है?
इसे सुनेंरोकेंकिसानों को केसीसी, सब्सिडी आदि योजनाओं से कभी लाभान्वित नहीं किया गया। इस साल शुद्ध गुणवत्ता की सोनामुखी का 25 से 30 रुपए प्रति किलोग्राम बाजार भाव चल रहा है लेकिन फसल बर्बाद हो गई। स्थानीय व्यापारी व किसान ओमप्रकाश पंचारिया व रामेश्वरलाल सोनी ने किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।
सोनामुखी की खेती कैसे करें?
इसे सुनेंरोकेंसोनामुखी की बुवाई से पूर्व खेत की कोई विशेष तैयारी करने की जरूरत नहीं होती है। फिर भी प्रथम जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से बाद में 1-2 बार हैरो या कल्टीवेटर से जुताई, फिर पाटा लगाकर खेत को समतल कर लेना चाहिए। सोनामुखी की बुवाई के लिए 15 जुलाई से 15 सितम्बर तक का समय उपयुक्त होता है।
अमलतास कितने दिनों के लिए खुलता है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में इसके वृक्ष प्राय: सब प्रदेशों में मिलते हैं। तने की परिधि तीन से पाँच कदम तक होती है, किंतु वृक्ष बहुत उँचे नहीं होते। धुपकाल (अप्रैल, मई) में पूरा पेड़ पिले फुलों के लंबे लंबे गुच्छोंसे भर जाता है। और ऐसा माना जाता है कि फूल खिलने के बाद ४५ दिन में बारिश होती हैं।