नवरात्रि क्यों मानते हैं?
इसे सुनेंरोकेंशारदीय नवरात्रि मनाने का कारण देवी दुर्गा ने आश्विन के महीने में महिषासुर पर आक्रमण कर उससे नौ दिनों तक युद्ध किया और दसवें दिन उसका वध किया. इसलिए इन नौ दिनों को शक्ति की आराधना के लिए समर्पित कर दिया गया. चूंकि आश्विन मास में शरद ऋतु का प्रारंभ हो जाता है, इसलिए इसे शारदीय नवरात्रि कहा जाता है.
नवरात्रि की शुरुआत कैसे हुई?
इसे सुनेंरोकेंनवरात्रि के पहले तीन दिन देवी दुर्गा की पूजा करने के लिए समर्पित किए गए हैं। यह पूजा उसकी ऊर्जा और शक्ति की की जाती है। प्रत्येक दिन दुर्गा के एक अलग रूप को समर्पित है। पहले दिन माता के शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रम्ह्चारिणी और तीसरे दिन चंद्रघंटा स्वरुप की आराधना की जाती है।
नवरात्रि का मतलब क्या है?
इसे सुनेंरोकेंनवरात्र यानी 9 विशेष रात्रियां। इस समय शक्ति के 9 रूपों की उपासना का श्रेष्ठ काल माना जाता है। ‘रात्रि’ शब्द सिद्धि का प्रतीक है। प्रत्येक संवत्सर (साल) में 4 नवरात्र होते हैं जिनमें विद्वानों ने वर्ष में 2 बार नवरात्रों में आराधना का विधान बनाया है।
नवरात्रि करने से क्या फायदा होता है?
इसे सुनेंरोकेंधार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि का व्रत रखने से माता रानी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का वरदान देती हैं। साथ ही नवरात्रि के 9 दिन व्रत रखने से तन, मन और आत्मा की शुद्धि होती है। कहा जाता है कि जो भक्त नवरात्रि का व्रत रखते हैं उन्हें उत्तम लोक की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि व्रत कब से शुरू हुआ?
इसे सुनेंरोकेंहर साल 4 नवरात्रि मनाए जाते हैं। लेकिन शारदीय व चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस साल चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022, शनिवार से प्रारंभ हो रहे हैं, जो कि 11 अप्रैल 2022, सोमवार को समाप्त होंगे। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना करके मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की अलग-अलग पूजा-अर्चना की जाती है।
नौरते क्या है यह किस जगह प्रचलित है?
इसे सुनेंरोकेंनवरात्रि को पूर्वी भारतीय राज्य बंगाल में दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है। नवरात्रि के अंतिम चार दिन अत्यधिक उत्साह के साथ मनाए जाते हैं, और पूरा पश्चिम बंगाल रंगों और रोशनी से सुशोभित हो उठता है।
नवरात्रि का नौवा दिन को कैसे मनाते हैं *?
इसे सुनेंरोकेंशारदीय नवरात्रि का त्यौहार सम्पूर्ण भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है. इन दिनों देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है और दसवें दिन दशहरा मनाया जाता हैं. इस लेख में शारदीय नवरात्रि के बारे में प्रश्न और उत्तर दिए जा रहे हैं, जिससे आपको शारदीय नवरात्रि के बारे में जानने का अवसर मिलेगा.
नवरात्रि का व्रत करने से क्या फल मिलता है?
इसे सुनेंरोकेंमान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में व्रत रखने से मन, तन और आत्मा शुद्ध होती है। नवरात्रि के दिनों में 9 दिनों तक व्रत रखकर हम अपने मन, तन और आत्मा का शुद्धिकरण कर सकते हैं। इन दिनों में व्रत करने से विशेष फल मिलता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इन दिनों व्रत रखने से मां प्रसन्न होती हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
नवरात्रि उपवास में क्या खाना चाहिए?
Navratri Vrat food: नवरात्रि पर नौ दिनों का व्रत रखने वाले लोगों को कमजोरी से बचने के लिए खानी चाहिए ये चीजें
- दूध दूध को कम्पलीट फूड माना जाता है।
- पपीता गर्मियों में पपीता खाने से पेट में ठंडक रहती है इसलिए आपको नवरात्रि व्रत में भी पपीता जरूर खाना चाहिए।
- संतरा
- आलू
- टमाटर