ओल का सब्जी खाने से क्या फायदा होता है?
इसे सुनेंरोकेंजिमीकंद में पाया जाने वाला कॉपर लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाकर शरीर में ब्लड के फ्लो को दुरुस्त करता है और आयरन ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने में मदद भी करता है. सूरन दिमाग तेज करने में भी मददगार है. इसे खाने से मेमोरी पावर बढ़ती है. साथ ही यह अल्जाइमर रोग होने से भी बचाता है.
ऑल खाने से क्या फायदा है?
इसे सुनेंरोकेंजिमीकंद को सूरन (Suran) भी कहा जाता है जो कंद के रूप में होती है और ये सामान्य तौर पर अपने आप ही उगती है. इसमें फाइबर, विटामिन सी, विटामिन बी6, विटामिन बी1 और फोलिक एसिड होता है. साथ ही जिमीकंद में पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस भी पाया जाता है.
जिमी कांदा खाने से क्या फायदा होता है?
अब जानिए इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ
- कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करे जिमीकंद में शक्तिशाली यौगिक होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और हृदय रोग के जोखिम को कम करते हैं।
- मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद
- आपका तनाव कम करे
- बवासीर के इलाज में सहायक
- गठिया में मददगार
- प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम में फायदेमंद
रतालू खाने से क्या फायदा?
इसे सुनेंरोकेंरतालू मधुर, ठंडे तासिर का, वात-कफ को कम करने वाला, ब्रेस्ट साइज को बढ़ाने में सहायक, देर से पचने वाला, मल-मूत्र को निकालने वाला होता है। इसे उबालकर, रस निकालकर घी से भून कर खाने से इन सारे बीमारियों से राहत मिलती है।
जिमीकंद कौन सा फल होता है?
इसे सुनेंरोकेंजिमीकंद एक बहुवर्षीय भूमिगत सब्जी है जिसका वर्णन भारतीय धर्मग्रंथों में भी पाया जाता है। भारत के विभिन्न राज्यों में जिमीकंद के भिन्न-भिन्न नाम ओल या सूरन हैं। पहले इसे गृहवाटिका में या घरों के अगल-बगल की जमीन में ही उगाया जाता था। परन्तु अब तो जिमीकंद की व्यवसायिक खेती होने लगी है।
सूरन कैसे होते हैं?
सूरन उत्पादन के महत्वपूर्ण तथ्य:-
- इसकी खेती के लिये बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम है।
- घनकंदों को बुआई के पहले रीडोमिल दवा के घोल में 10 मिनट तक डुबोना चाहिये।
- बड़ो कंदों को काटकर भी बोया जा सकता है।
- 60 सेमी x 60 सेमी में बुआई करने पर एक एकड़ में 11 हजार कंदों की आवश्यकता पड़ती है।