फेफड़ों में अस्पष्टता क्या है?
इसे सुनेंरोकेंफुफ्फुस के दुर्दम अर्बुद (malignant tumor) को फुफ्फुस कैन्सर या ‘फेफड़ों का कैन्सर’ (Lung cancer या lung carcinoma) कहते हैं। इस रोग में फेफड़ों के ऊतकों में अनियंत्रित वृद्धि होने लगती है।
सांस की नली में सूजन क्यों आती है?
इसे सुनेंरोकेंअस्थमा होने पर इन नलिकाओं में सूजन आ जाती है, जिससे ये सिकुड़ जाती हैं और फेफड़ों तक पर्याप्त हवा नहीं पहुंच पाती है। इसकी वजह से मरीज़ को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। अस्थमा को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन इस पर नियंत्रण ज़रूर पाया जा सकता है। अस्थमा किसी को भी और किसी भी उम्र में हो सकता है।
फेफड़ों में सूजन आने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंफेफड़े का सर्क्युलेशन (परिसंचरण) रोग: यह तब होता है जब फेफड़ों में रक्त वाहिकाओं में थक्का जम जाता है, सूजन हो जाती है, या निशान पड़ जाते हैं। यह फेफड़ों की ऑक्सीजन प्राप्त करने और कार्बन डाइऑक्साइड का उत्पादन करने की क्षमता को प्रभावित करता है। नतीजतन यह हृदय के कामकाज को प्रभावित करता है
कैंसर की लास्ट स्टेज के लक्षण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजिनमें गंभीर खांसी, सांस फूलना, ज्यादा बलगम निकलना, सीने में दर्द और बलगम में खून का आना आदि शामिल हैं। एक हेल्थ बेवसाइट के मुताबिक, सांस संबंधित ज्यादातर समस्याएं फेफड़ों के रोग के कारण होती हैं। इस रोग में मरीज को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है
कैंसर की लास्ट स्टेज कौन सी होती है?
इसे सुनेंरोकेंकैंसर की आखिरी स्टेज 4 होती है. यह काफी खतरनाक होती है और जानलेवा साबित हो सकती है. इस स्टेज में कैंसरस ट्यूमर आसपास या दूर के दूसरे शारीरिक अंगों तक फैल जाता है
और कैंसर में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंयह निर्भर करता है कि ट्यूमर, कैंसर का रूप है या सौम्य है। अगर ट्यूमर कैंसर का रुप ले लेता है तो यह घातक होता है यानी यह शरीर में कहीं भी बढ़ सकता है और अन्य हिस्सों में फैल सकता है। जबकि सौम्य ट्यूमर शरीर में बढ़ सकता है लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में फैलता नहीं है। कैंसर शरीर की कोशिकाओं को प्रभावित करता है
सांस की नली कैसे साफ करें?
इसे सुनेंरोकेंयदि श्वास नली में सूजन की समस्या पुरानी है तो मिक्सर में प्याज को पीसकर इसका रस निकाल लें एवं मिश्री मिलाकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में इसका सेवन करें और बुजुर्गों को यदि ये समस्या हो रही है तो रस का सेवन करने की बजाय प्याज को सब्जी के रूप में बनाकर खाना चाहिए। ऐसा करने से श्वास नली की सूजन कम होने लगती है।