हरड़ खाने से क्या लाभ होता है?
हरड़ के चमत्कारिक फायदे, पाचन शक्ति बढ़ाने से लेकर बवासीर तक में दिला सकता है राहत
- हरड़, जिसे हरीतकी भी कहा जाता है, एक प्रसिद्ध जड़ी-बूटी है।
- नियमित रूप से हरड़ का सेवन आपके पाचन तंत्र को सुधार सकता है।
- हरड़ का सेवन उल्टी में भी राहत दिला सकता है।
- बवासीर की समस्या में भी हरड़ का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है।
हरे खाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंयह पाचन बेहतर करता है। इसलिए गैस, एसिडिटी, अपच, अन्य समस्याओं में भी फायदा मिलता है। हरड़ का स्वाद मीठा, कड़वा होता है। ये पेट साफ करने और पाचन तंत्र को मजबूत करती है।
धनिया में कौन कौन से गुण पाए जाते हैं?
इसे सुनेंरोकेंधनिया की पत्ती से प्राप्त पोषण ये डाइट्री फाइबर्स का भी एक प्रमुख सोर्स है. इसके अलावा इसमें मैगनीज, आयरन, मैग्निशियम भी भरपूर मात्रा में होता है. ये विटामिन सी, विटामिन के और प्रोटीन का भी अच्छा सोर्स है. इसमें बहुत कम मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, थायमिन और कैरोटीन भी पाया जाता है.
हरड़ का सेवन कैसे करे?
कैसे करें हरड़ का इस्तेमाल- हरड़ को गर्म पानी में उबाल लें फिर इसे थोड़ा ठंड़ा होने के बाद इसका सेवन करें….
- हरीतकी, टर्मिनलिया चेबुला पेड़ के सूखे फल को कहा जाता है.
- हरड़ या हरीतकी का सेवन कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है
- हरड़ का इस्तेमाल करने से उलटी की समस्या में राहत मिलती है.
हरड़ को कैसे खाना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंखाना खाने के बाद अच्छी तरह धुली हुई काली हरड़ मुंह में रख लें। अगर इसे चूस कर सेवन करने में दिक्कत महसूस करें तो रात में एक गिलास में 250 ग्राम पानी में एक हरड़ डाल दें औरसुबह सूर्योदय से पहले उस पानी को पी लें। कब्ज या गैस से पूरी तरह मुक्ति के लिए चार से छह महीने तक हरड़ का सेवन करें।
हरड़ में क्या पाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंविभिन्न आयुर्वेदिक तत्त्वों के कारण भावप्रकाश के अनुसार हरड़ सात तरह की और छोटी व बड़ी के रूप में होती है। इसका फल, जड़ व छाल उपयोगी हैं। मिनरल (सेलेनियम, पोटेशियम, मैंग्नीज, आयरन और कॉपर), विटामिन, प्रोटीन, एंटीबैक्टीरियल, एंटीबायोटिक गुण इस औषधि में होते हैं। इसका बीजरहित फल खाया जा सकता है।