कौन सी राशि किस तत्व की है?
इसे सुनेंरोकेंमेष, सिंह व धनु राशि मेष, सिंह व धनु अग्नि तत्व की राशियां मानी जाती हैं. इनका स्वभाव उग्र होता है. इनकी आपस में अच्छी पटती है. इसके अलावा मिथुन, तुला व कुंभ जो वायु तत्व की राशियां हैं, इनके साथ भी इन राशियों की अच्छी पट जाती है और पृथ्वी तत्व की राशियों यानी वृष, कन्या व मकर से इनकी मित्रता सामान्य होती है.
मिथुन राशि वाले कैसे स्वभाव के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंजातक अपने ही विचारों अपने ही कारणों से उलझा रहता है. मिथुन राशि पश्चिम दिशा की घोतक है जो समय में जन्म लेते हैं. वह मिथुन राशि के कहे जाते हैं. बुध की धातु पारा है इन जातकों का स्वभाव गर्मी में ऊपर नीचे होने वाला होता दूसरों की मन की बातें पढ़ने दूरदृष्टि बहुमुखी प्रतिभा अधिक चतुराई से कार्य करने की क्षमता होती है.
मेष राशि की कमजोरी क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअधिकतर उनको अपनी सिर की चोटों से बच कर रहना चाहिये, मेष से छठा भाव कन्या राशि का है, और जातक में पाचन प्रणाली मे कमजोरी अधिकतर पायी जाती है, मल के पेट में जमा होने के कारण सिरदर्द, जलन, तीव्र रोगों, सिर की बीमारियां, लकवा, मिर्गी, मुहांसे, अनिद्रा, दाद, आधाशीशी, चेचक, और मलेरिया आदि के रोग बहुत जल्दी आक्रमण करते हैं।
वायु तत्व के देवता कौन है?
इसे सुनेंरोकेंअर्थात आकाश तत्व के अधिष्ठाता विष्णु, अग्नि तत्व की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा, वायु तत्व के अधिष्ठाता सूर्य, पृथ्वी तत्व के अधिष्ठाता शिव और जल तत्व के अधिष्ठाता गणेश हैं।
द्विस्वभाव राशि क्या है?
इसे सुनेंरोकेंचर, स्थिर और द्विस्वभाव राशि इनमें चर, स्थिर और द्विस्वभाव की राशियाँ होती हैं। मेष, कर्क, तुला व मकर राशि चर राशि कहलाती हैं और वृषभ, सिंह, वृश्चिक तथा कुम्भ राशि स्थिर राशि होती हैं, जबकि मिथुन, कन्या, धनु व मीन राशियाँ द्विस्वाभाव राशि होती हैं। इस राशि के जातक स्वभाव से चंचल और व्यक्तित्व से आकर्षक होते हैं।
मिथुन राशि वालों को कौन सा धागा पहनना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंइस राशि के जातकों के लिए लाल धागा पहनना बहुत ही शुभ और अच्छा होता है कहा जाता है कि यदि मिथुन राशि के जातक अपने हाथ में लाल धागा पहन ले तो इनके जीवन में तरक्की होती है और इनके तरक्की के लिए कई रास्ते भी खुल जाते हैं.
कार्य कौन सी राशि है?
इसे सुनेंरोकेंअदिश राशि: अकेले परिमाण या आकार के साथ निर्दिष्ट भौतिक राशियाँ अदिश राशियाँ हैं। अदिश राशि के उदाहरण लंबाई, गति, कार्य, ऊर्जा, गति, द्रव्यमान, आयतन, समय, शक्ति, विद्युत विभव आदि हैं।
मेष राशि की उम्र कितनी होती है?
इसे सुनेंरोकेंमेष- मेष राशि के लोगों को 19, 28, 37 और 55 वर्ष की आयु में अचानक प्रचुर धन मिलने के योग होते हैं. आमतौर पर, इन लोगों को स्वयं की मेहनत से धन मिलता है.
मेष राशि का देवता कौन है?
इसे सुनेंरोकेंलेकिन यदि आपको नहीं पता कि अपनी राशि के अनुसार किस देवता की पूजा करें, तो आइए जान लें. मेष राशि के भगवान मंगल माने जाते हैं. इसलिए अपने मंगल गृह को मजबूत करने के लिए मेष राशि वालों को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए. वैसे भी कहा जाता है भगवान शिव बहुत जल्दि अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं.
भारत के दक्षिण में कौन सी जल राशि है?
इसे सुनेंरोकेंपश्चिमी घाट दक्कन की सभी नदियों का स्त्रोत है। इसमें महानदी, गोदावर, कृष्णा और कावेरी नदियां शामिल हैं। ये सभी नदियां बंगाल की खाड़ी में गिरती है। भारत की कुल 20 फीसदी जल अपवाह इन नदियों के द्वारा ही होता है।