बैंकों में खाते कितने प्रकार के होते हैं?

बैंकों में खाते कितने प्रकार के होते हैं?

BANK खाते कितने प्रकार के होते हैं – हिंदी में जानिए

  • चालू खाता – Current Account.
  • बचत खाता- Savings Account.
  • आवर्ती जमा खाता- Recurring Deposit Account.
  • सावधि जमा खाता- Fixed Deposit Account.

बैंक में कितने पैसे जमा करने पर टैक्स लगता है 2021?

इसे सुनेंरोकेंटैक्स डिपार्टमेंट को देना होगा जवाब बता दें बैंक कंपनियों को हर साल टैक्स डिपार्टमेंट (Tax Department) को बैंक से ग्राहकों द्वारा 10 लाख या उससे अधिक अमाउंट निकालने पर जवाब देना होता है. टैक्स कानून के तहत बैंक को करंट फाइनेंशियल ईयर के दौरान उन अकाउंट्स की जानकारी देनी होती है.

बैंक बचत खाते से क्या लाभ है?

इसे सुनेंरोकेंसेविंग बैंक अकाउंट का इस्‍तेमाल कोई व्‍यक्ति अपने कैश मैनेजमेंट सिस्‍टम की तरह कर सकता है. इसकी मदद से बिजली-पानी के बिलों का भुगतान, टैक्‍स का पेमेंट, लोन की ईएमाआई और इंश्‍योरेंस का प्रीमियम आसानी से दिया जा सकता है. कई इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल ग्राहकों को स्‍नैपशॉट मुहैया कराते हैं

लेखाशास्त्र में खाते कितने प्रकार के होते हैं?

खाते (Accounts) के तीन प्रकार होते हैं।

  • व्यक्तिगत खाता (Personal Account)
  • वस्तुगत या वास्तविक खाता (Real Account)
  • अवस्तुगत या आय व्यय से संबंधित या नाम मात्र का खाता (Nominal Account)

खाते कितने प्रकार के होते हैं विस्तार से समझाइए?

भारतीय बैंकों में कितने प्रकार के खाते खोले जाते हैं?

  • बैंक खातों के प्रकार निम्न हैं:-
  • बचत खाता
  • चालू खाता
  • सावधि जमा खाता
  • आवर्ती जमा खाता
  • नो-फ़्रिल अकाउंट या बुनियादी बचत खाता
  • बचत बैंक खाता (Savings Bank Account)
  • चालू जमा खाता (Current Deposit Account)

बचत खाते से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंबचत खाते (सेविंग्स अकाउंट), खुदरा वित्तीय संस्थाओं द्वारा बनाये रखे जाने वाले खातों को कहते हैं जो ब्याज तो प्रदान करते हैं लेकिन जिन्हें सीधे तौर पर धन के रूप में (उदाहरण के लिए, एक चेक लिखकर) इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

रेगुलर सेविंग अकाउंट का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंरेगुलर सेविंग्स अकाउंट (Regular savings account)ये कुछ बेसिक शर्तों पर खोला जाता है. इस तरह के अकाउंट में किसी तय रकम का रेगुलर डिपॉजिट नहीं होता है, इसका इस्तेमाल एक सेफ हाउस की तरह होता है, जहां पर आप अपना पैसा बस रख सकते हैं. इसमें मिनिमम बैलेंस की शर्त भी होती है