मिट्टी का नमूना कैसे लें?
मिट्टी का प्रतिनिधि नमूना कैसे लें?
- जिस खेत का नमूना लेना हो उसके 8 – 10 स्थानों पर निशान लगा लें।
- प्रत्येक निशानदेह स्थान की ऊपरी सतह से घास-फूस, कंकड़-पत्थर आदि साफ कर लें।
- निर्धारित स्थान पर खुरपी या फावड़े से ” ट ” आकार का 15 सैं.मी.
- गड्ढा
- इसी मिट्टी को साफ-सुथरे तसले, ट्रे या बोरी पर रख लें।
इसे सुनेंरोकेंमृदा का सफल नमूना लेने के लिए मृदा परिक्षण टियूब, वर्मा , कुदाली तथा खुरपी का प्रयोग किया जा सकता है। मृदा के ऊपर का घास-फूस साफ करें। भूमि की सतह से हल कि गहराई (0-15 सेंटीमीटर) तक मृदा परिक्षण टूयूब या बर्मा द्वारा मृदा की एक सार टुकड़ी लेंवें। यदि आपको कुदाल या खुरपी का प्रयोग करना हो तो ‘v’ के आकार का 15 से.
कौन सी मिट्टी में धांधली जाती है?
इसे सुनेंरोकेंदोमट या जलोढ़ मिट्टी देश की लगभग आधी कृषि जलोढ़ मिट्टी पर होती है। जलोढ़ मिट्टी वह मिट्टी होती है जिसे नदियां बहा कर लाती हैं।
लाल मिट्टी कहाँ मिलेगी?
इसे सुनेंरोकेंभारत में यह मिट्टी उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड से लेकर दक्षिण के प्रायद्वीप तक पायी जाती है। यह मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिमी बंगाल, मेघालय, नागालैण्ड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु तथा महाराष्ट्र में मिलती है।
भूमि उपचार कैसे करें?
इसे सुनेंरोकेंबीज एवं भूमि उपचार -बीज उपचार ट्राइकोडर्मा एवं स्यूडोमोनास 5 मिली० ली०/ ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से करें। -भूमि उपचार हेतु 5 किलो ग्राम ट्राइकोडर्मा एवं स्यूडोमोनास को 250 क्विंटल गोबर की खाद या 100 क्विंटल केंचुआ की खाद में मिलाकर प्रति हेक्टेयर प्रयोग करें।
मिट्टी की जांच करने का क्या कारण है समझाइए?
इसे सुनेंरोकेंमिट्टी के रसायनिक परिक्षण के लिए पहली आवश्यक बात है- खेतों से मिट्टी के सही नमूने लेना। न केवल अलग-अलग खेतों की मृदा की आपस में भिन्नता हो सकती है बल्कि एक खेत से अलग-अलग स्थानों की मृदा में भी भिन्नता हो सकती है। परिक्षण के लिए खेत से मृदा नमूना सही होना चाहिए। मृदा का गलत नमूना होने से परिणाम भी गलत मिलेंगे।
मिट्टी का परीक्षण कैसे करें?
इसे सुनेंरोकेंएक खेत के सभी मिटटी को इकट्ठा कर के 1 / 2 kg का नमूना बनाये । नमूने की मिट्टी से कंकड़, घास इत्यादि अलग करें। मिट्टी को कपडे में रख दे तथा उसमे नाम इत्यादि दे दे की किस खेत की मिट्टी है तथा फसल का पूरा ब्यौरा दे। नमूना प्रयोगशाला को प्रेषित करें अथवा’ ‘परख’ मृदा परीक्षण किट द्वारा स्वयं परीक्षण करें।
मिट्टी जांच केंद्र कैसे खोलें?
इसे सुनेंरोकेंगांव में ही मिट्टी के परीक्षण की प्रयोगशाला शुरु करने के लिए सरकार अनुदान देगी। इसके लिए मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला इकाई संचालित करने के लिए 80 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा। इसका फायदा जिले के 5 लाख से अधिक किसानों को होगा। गौरतलब है कि कृषि विभाग द्वारा हर खेत का मृदा कार्ड बनाने की कवायद की जा रही है।