सर्वप्रथम आयकर की शुरुआत कब हुई?
इसे सुनेंरोकें1-04-1962 से आयकर अधिनियम, 1961 अस्तित्व में आया। विभाग में पहली बार राजस्व लेखा परीक्षा आरंभ की गई।
कर के रूप में कितनी उपज एकत्रित की जाती थी?
इसे सुनेंरोकेंराज्य द्वारा कृषि उत्पादन के एक हिस्से को, जोकि आम-तौर पर कृषि उपज का छठा हिस्सा था, ही वसूल नहीं किया जाता था। वानिक उपज तथा धातुओं आदि के खनन से भी करों की वसूली की जाती थी। नमक कर भी राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत था तथा इसकी वसूली, इसकी निकासी के स्थान पर की जाती थी।
प्रत्यक्ष कर कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंप्रत्यक्ष कर वह कर है जिसमें कर का प्रारंभिक भुगतान करनेवाला व्यक्ति ही कर का अंतिम भार वहन करता है अर्थात प्रत्यक्ष कर में कर के भार को दूसरे पर टालने की संभावना नहीं होती ¡ उदहारण- आयकर ,निगमकर ,संपति कर इत्यादि Or प्रत्यक्ष कर को इस तरह कुछ परिभाषित किया जाता है: अपनी आय पर लगने वाला कर प्रत्यक्ष कर है, और आप इसका …
भारत में आयकर कब लागू हुआ था?
इसे सुनेंरोकेंभारत में आयकर 24 जुलाई 1860 को सर जेम्स विल्सन द्वारा आरंभ किया गया था।
आयकर की दृष्टिकोण से लेखा वर्ष क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआयकर कानून में वर्ष को-(1) पिछले वर्ष और (2) निर्धारण वर्ष के रूप में वर्गीकृत किया गया है। जिस वर्ष के दौरान आय अर्जित की जाती है, वह पिछला वर्ष कहलाता है और जिस वर्ष में आय पर कर प्रभारित किया जाता है, उसे निर्धारण वर्ष कहा जाता है।
निर्धारण वर्ष क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजिस वर्ष के दौरान आय अर्जित की जाती है, वह पिछला वर्ष कहलाता है और जिस वर्ष में आय पर कर प्रभारित किया जाता है, उसे निर्धारण वर्ष कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर,1अप्रैल 2013 से 31 मार्च 2014 की अवधि के दौरान अर्जित आय को पिछले वर्ष 2013-14 की आय के रूप में माना जाता है।
प्रत्यक्ष कर का उदाहरण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंप्रत्यक्ष कर एक ऐसा कर है जो एक व्यक्ति या संगठन द्वारा प्रत्यक्ष तौर पर उस संस्था को दिया जाता है जिसने इसे अधिरोपित किया है। उदाहरण के लिये एक व्यक्तिगत करदाता, आयकर, वास्तविक संपत्ति कर, व्यक्तिगत संपत्ति कर सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिये सरकार को प्रत्यक्ष कर का भुगतान करता है
प्रत्यक्ष कर कितने प्रकार के होते है?
प्रत्यक्ष कर के प्रकार
- आयकर:
- धन कर:
- नोट: वित्त वर्ष 2017 के बजट में इस कर को समाप्त कर दिया गया था और इसे एक वित्तीय वर्ष में 1 करोड़ या उससे अधिक की कर योग्य आय वाले व्यक्तियों पर 2% के अतिरिक्त अधिभार के साथ बदल दिया गया था।
- उपहार कर:
- पूंजी लाभ कर:
- सिक्योरिटीज ट्रांसक्शन टैक्स (STT):
- लाभांश कर:
- कॉर्पोरेट कर: