कुरान की सच्चाई क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकुरान (अरबी: القرآن, अल-क़ुर्’आन) इस्लाम की पाक किताब है मुसलमान मानते हैं कि इसे अल्लाह ने फ़रिश्ते जिब्रईल द्वारा मुहम्मद को सुनाया था। मुसलमान मानते हैं कि कुरान ही अल्लाह की भेजी अन्तिम और सर्वोच्च किताब है। कुरान अल्लाह/ईश्वर का कलाम (सन्देश) है, जो आखिरी सन्देष्टा पैगंबर मोहम्मद ﷺ पर अवतरित हुआ।
कुरान की पहली आयत को क्या कहते है?
इसे सुनेंरोकेंइस रामायण की खासियत यह है कि इसकी शुरूआत पवित्र कुरान की सबसे पहली आयात ‘बिस्मिल्लाह अर्रहमान-अर्रहीम’ (अल्लाह के नाम से शुरूआत जो अत्यंत दयालु और कृपालु है ) से शुरू होती है.
कुरान से क्या अभिप्राय है?
इसे सुनेंरोकें[सं-पु.] – 1. इस्लाम धर्म का आधार धर्मग्रंथ; माना जाता है कि इसमें मुहम्मद साहब द्वारा संकलित ख़ुदा के आदेश और इच्छाएँ हैं; कुरान मज़ीद; कुरान शरीफ़; कलामेपाक; कलामे मज़ीद।
भारत का पहला मुसलमान शासक कौन था?
इसे सुनेंरोकेंभारत पर पहला सफल आक्रमण 20 जून 712 ईस्वी में मोहम्मद बिन कासिम ने सिंध प्रांत पर किया। इससे पहले 711 ईस्वी में उसने पश्चिमोत्तर भारत पर आक्रमण किया था। उसने बलूचिस्तान और मुल्तान में भी सफल अभियान चलाए।
इसे सुनेंरोकेंकुरान इस्लाम की सर्वोच्च किताब है, जो अल्लाह के संदेशों का संकलन है. मसलकों, फिरकों और दूसरी तरह के मतभेदों के बावजूद तमाम मुसलमानों का यह अकीदा है कि कुरान एक आसमानी और अल्लाह के द्वारा भेजी गई अंतिम किताब है. इसे अल्लाह ने अपने फरिश्ते (देवदूत) जिब्राइल के जरिए पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब तक पहुंचाया.
कुरान में कुल कितने आयत है?
इसे सुनेंरोकेंइस्लाम के धार्मिक ग्रन्थ क़ुरआन की सबसे छोटी ईकाई को आयत कहते हैं। क़ुरआन के हर अध्याय का नाम सूरा होता है और हर सूरे में बहुत सी आयत होती हैं। अलग सूरे अलग लम्बाई के हैं और इनमें ३ से लेकर २८६ आयत हैं। पूरे क़ुरआन में कुल मिलकर ६,६६६ आयत हैं।
इसे सुनेंरोकेंमुसलमान मानते हैं कि कुरान ही अल्लाह की भेजी अन्तिम और सर्वोच्च किताब है। हालाँकि आरम्भ में इसका प्रसार मौखिक रूप से हुआ पर पैगम्बर मुहम्मद के विसाल (स्वर्गवास) के बाद सन् 633 में इसे पहली बार लिखा गया था और सन् 653 में इसे मानकीकृत कर इसकी प्रतियाँ इस्लामी साम्राज्य में वितरित की गईं थी।
क्या मुहम्मद ने अपनी बेटी से शादी की?
की बेटी थीं। पारंपरिक हदीस के अधिकांश स्रोतों में कहा गया है कि आइशा रजी….
आइशा रजीअल्लाहुतालानहा उम् उल मूमिनीन | |
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धार्मिक मान्यता | इस्लाम |
जीवनसाथी | मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि व सल्लम (620 – 8 जून 632) |
माता-पिता | अबू बक्र रजी. (father) Umm Ruman (mother) |
अंतिम स्थान | जन्नत अल-बक़ी, मदीना, हेजाज़, अरब (present-day सऊदी अरब) |
कुरान में कितना पारा है?
इसे सुनेंरोकेंजिस तरह से श्रीमद् भागवत गीता में 18 अध्याय है, उसी तरह से कुरआन शरीफ में 30 पारे हैं।