मरने से पहले क्या दिखाई देता है?
इसे सुनेंरोकेंमृत्यु से करीब 6 माह पहले व्यक्ति की नाक, मुंह, जीभ आदि पत्थर की तरह कड़े हो जाते हैं. व्यक्ति चांद, सूरज की रौशनी को देख पाने में अक्षम हो जाए या उसे हर जगह आग का भ्रम होने लगे तो वह व्यक्ति सिर्फ 6 माह का मेहमान है. मृत्यु से पहले व्यक्ति के मसूढ़े और दांतों में से पस निकलने लगती है.
जब कोई मर जाए तो क्या करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंइसे मौत का रास्ता कहते हैं पुराणों के अनुसार जब भी कोई मनुष्य मरता है और आत्मा शरीर को त्याग कर यात्रा प्रारंभ करती है तो इस दौरान उसे तीन प्रकार के मार्ग मिलते हैं. उस आत्मा को किस मार्ग पर चलाया जाएगा यह केवल उसके कर्मों पर निर्भर करता है. ये तीन मार्ग हैं अर्चि मार्ग, धूम मार्ग और उत्पत्ति-विनाश मार्ग.
मरते समय क्या क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंमरते समय होता है ऐसा महसूस गरुड़ पुराण में कहा गया है कि मरते समय व्यक्ति की सारी इंद्रियां शिथिल पड़ने लगती हैं लेकिन उसकी याददाश्त सालों पुरानी बातें भी याद दिला देती हैं. उसे अपनी जिंदगी के सारे अच्छे-बुरे कर्म एक रील की तरह दिखाई देते हैं
व्यक्ति की मृत्यु कैसे होती है?
इसे सुनेंरोकेंसामान्य भाषा मे किसी भी जीवात्मा अर्थात प्राणी के जीवन के अन्त को मृत्यु कहते हैं। मृत्यु सामान्यतः वृद्धावस्था, लालच, मोह,रोग,, कुपोषण के परिणामस्वरूप होती है। मुख्यतया मृत्यु के 101 स्वरूप होते है, लेकिन मुख्य 8 प्रकार की होती है। जिसमे बुढ़ापा, रोग, दुर्घटना, अकस्मती आघात, शोक,चिंता, ओर लालच मृत्यु के मुख्य रूप है।
मरते समय कितना दर्द होता है?
इसे सुनेंरोकेंउनकी राय है कि मौत के समय दर्द नहीं होता लेकिन अप्राकृतिक मौत के मामले में ऐसा नहीं कहा जा सकता. आम तौर पर मौत के समय दांत दर्द से भी कम दर्द हो सकता है
मरने के बाद यमराज क्या सजा देता है?
इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार यमदूत जीवात्मा को अंधकार वाले रास्ते से यमलोक ले जाते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार, यमलोक 99 हजार योजन (योजन वैदिक काल की लंबाई मापने की इकाई है। इसके बाद यमदूत उसे सजा देते हैं। इसके बाद वह जीवात्मा यमराज की आज्ञा से यमदूतों के साथ फिर से अपने घर आती है
आकस्मिक मृत्यु क्यों होती है?
इसे सुनेंरोकेंजब किसी को अचानक चोट, जहर खाने, सांसों के बंद हो जाने, शरीर के जल जाने, किसी दुर्घटना में या किसी अन्य तरीके से मौत होने पर ज्यादातर आत्माएं प्रेत बनती हैं । ऐसी स्थिति में शरीर तो नष्ट हो जाता है किंतु आत्मा शरीर के किसी हिस्से या वहीं आसपास रहती है
मरने के बाद आत्मा कितने दिन तक घर रहती है?
इसे सुनेंरोकेंगरूड़ पुराण में यह उल्लेखित है कि मृत्यु के बाद आत्मा को यमदूत केवल 24 घंटों के लिए ही ले जाते हैं और इन 24 घंटों के दौरान आत्मा को दिखाया जाता है कि उसने कितने पाप और कितने पुण्य किए हैं। इसके बाद आत्मा को फिर उसी घर में छोड़ दिया जाता है जहां उसने शरीर का त्याग किया था। इसके बाद 13 दिन तक आत्मा वहीं रहती है
भारत में प्रतिदिन कितने लोगों की मृत्यु होती है?
इसे सुनेंरोकें1,326,801,576 (July 2016 est.) 382 लोग प्रति वर्ग किमी (2011 अनु.) 19
यमराज मनुष्य को कैसे ले जाता है?
मौत से पहले यमराज हर मनुष्य को भेजते हैं ये 4 संदेश
- बाल सफेद होना
- दांतो का गिरना
- शरीर के अंग कमजोर पड़ने लगते हैं
- कमर से लाचार हो जाता है इसांन