वार्षिक विधि क्या है?

वार्षिक विधि क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवित्त सिद्धांत में वार्षिक भृति या वार्षिकी (annuity) का मतलब ऐसे भुगतान से है जो एकसमान मात्रा में निश्चित अन्तराल पर एक निश्चित अवधि तक किया जाता है। उदाहरण के लिये बचत खाता में नियमित अन्तराल पर कोई निश्चित राशि जमा करना; घर की खरीदी पर मासिक किस्त की अदायगी; मासिक बीमा प्रिमियम जमा करना आदि।

अक्षय तृतीया के दिन क्या नहीं करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंअक्षय तृतीया के दिन बिना स्नान किए तुलसी के पत्ते तोड़ने से व्यक्ति की पूजा सफल नहीं होती. वैसे तो अक्षय तृतीया का दिन बेहद शुभ माना जाता है और इस दिन आप चाहें तो नया मकान खरीद सकते हैं लेकिन भूल से भी इस दिन अपने नए भवन का निर्माण कार्य न करवाएं. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.

आखातीज क्यों मनाई जाती है?

इसे सुनेंरोकेंअक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है।

अक्षय तृतीया क्या खाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंअक्षय तृतीया के दिन ब्राह्मणों को भोजन करवाना कल्याणकारी समझा जाता है। मान्यता है कि इस दिन सत्तू अवश्य खाना चाहिए तथा नए वस्त्र और आभूषण पहनने चाहिए। गौ, भूमि, स्वर्ण पात्र इत्यादि का दान भी इस दिन किया जाता है।

अक्षय तृतीया को क्या लेना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंइस दिन पानी और गुड़ की खरीदारी बेहद शुभ फल देती है. धनु- ज्योतिष के अनुसार, धनु राशि के जातकों को केला और पीले चावल खरीदने की सलाह दी जाती है. अक्षय तृतीया पर केला और पीले चावल खरीदना शुभ माना जाता है. मकर- अक्षय तृतीया के दिन मकर राशि के जातकों को काली दाल और दही खरीदनी चाहिए.

आखातीज का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंवैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को ‘अक्षय तृतीया’ या ‘आखातीज’ कहते हैं। ‘अक्षय’ का शाब्दिक अर्थ है- जिसका कभी नाश (क्षय) न हो अथवा जो स्थायी रहे। स्थायी वही रह सकता है जो सदा शाश्वत है। इस पृथ्वी पर सत्य केवल परमात्मा है जो अक्षय, अखंड और सर्वव्यापक है यानी अक्षय तृतीया तिथि ईश्वर की तिथि है।

अक्षय तृतीया पर क्या करें क्या ना करें?

घर में नहीं होनी चाहिए गंदगी: माता लक्ष्मी को साफ-सफाई बेहद ही प्रिय है।

  • घर में ना हो क्लेश: यूं तो हमेशा ही परिवार के साथ प्रेम-भाव से रहना चाहिए।
  • तामसिक भोजन का करें त्याग: मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन तामसिक भोजन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
  • अक्षय तृतीया के दिन क्या खाना चाहिए?

    घर में नहीं होनी चाहिए गंदगी: माता लक्ष्मी को साफ-सफाई बेहद ही प्रिय है।

  • घर में ना हो क्लेश: यूं तो हमेशा ही परिवार के साथ प्रेम-भाव से रहना चाहिए।
  • तामसिक भोजन का करें त्याग: मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन तामसिक भोजन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।