मानव जनित अपक्षय क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअपक्षय (Weathering) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पृथ्वी की सतह पर मौजूद चट्टानें में टूट-फूट होती है। चट्टानों के टूटने के कारण के आधार पर अपक्षय के तीन प्रकार बताये जाते हैं: भौतिक, रासायनिक और जैविक अपक्षय।
अपक्षय के कारक क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअपक्षय वह प्रक्रिया है जिसमें चट्टानें बाह्य कारकों, जैसे- पवन, वर्षा, तापमान परिवर्तन, सूक्ष्म जीवाणु, पौधे और जीव-जंतु द्वारा विघटित एवं अपघटित की जाती हैं। अपक्षय हमारी पारिस्थितिकी का मुख्य आधार है। अपक्षय प्रक्रियाएँ मृदा निर्माण, अपरदन एवं वृहद् संचलन के लिये आवश्यक होती हैं।
रासायनिक अपक्षय के प्रमुख प्रकार कौन से है?
इसे सुनेंरोकेंसबसे आम प्रकार की रासायनिक प्रतिक्रियाएं जो रासायनिक अपक्षय को प्रेरित करती हैं, वे हैं ऑक्सीकरण, हाइड्रोलिसिस, जलयोजन, कार्बोनेशन, और कमी।
भूगोल कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंभूगोल (Geography) मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं : भौतिक भूगोल, मानव भूगोल और प्रादेशिक भूगोल, जिन्हें भौतिक तथा मानवीय परिघटनाओं के रूप में वर्गीकृत किया गया है. वैसे तो भूगोल की कई शाखाएँ होती हैं लेकिन यह तीन भूगोल की प्रमुख शाखाएँ मानी जाती है.
भौतिक कारक क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभौतिक कारक भौतिक कारक वे कारक हैं जो अपने भौतिक गुणों द्वारा जीवों को प्रभावित करते हैं।
कति विभक्तयः भवन्ति कितनी विभक्तियाँ होती है?) *?
इसे सुनेंरोकेंतब षट् ही विभक्ति होती हैं। अतः संस्कृत में सात विभक्ति होती हैं। There are seven Vibhakti In Sanskrit- संस्कृते सप्त विभक्तयः भवन्ति।
अपरदन से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंअपरदन (Erosion) वह प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें चट्टानों का विखंडन और परिणामस्वरूप निकले ढीले पदार्थों का जल, पवन, इत्यादि प्रक्रमों द्वारा स्थानांतरण होता है। अपरदन के प्रक्रमों में वायु, जल तथा हिमनद और सागरीय लहरें प्रमुख हैं।
आर्थिक भूगोल कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंB आर्थिक भूगोल– इसकी शाखाएँ कृषि, उद्योग, खनिज, शक्ति तथा भंडार भूगोल और भू उपभोग, व्यावसायिक, परिवहन एवं यातायात भूगोल हैं।
इसे सुनेंरोकेंअपक्षय (Weathering)एक स्थैतिक प्रक्रिया है जिसमें चट्टानों का स्वस्थानिक विखण्डन तथा वियोजन होता है | जिसके द्वारा पृथ्वी की सतह पर मौजूद चट्टानें में टूट-फूट होती है। यह अपरदन से अलग है, क्योंकि इसमें टूटने से निर्मित भूपदार्थों का एक जगह से दूसरी जगह स्थानान्तरण या परिवहन नहीं होता।