घर में मेहमान आने पर आप उसका अतिथि सत्कार कैसे करें?

घर में मेहमान आने पर आप उसका अतिथि सत्कार कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंघर में किसी के आने पर सबसे पहले हम प्रेमपूर्वक उसका स्वागत करेंगे। आदर से उन्हें बैठने के लिए कहेंगे। फिर सादरपूर्वक उनका हाल-चाल पूछकर जलपान करवाएँगे। यह भी मेहमान के आने पर निर्भर करता है कि वह किस समय आता है।

घर में मेहमान आए तो क्या करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंघर आए अतिथि से हमेशा मधुर वाणी का प्रयोग करना चाहिए और अच्छे से भोजन करवाना चाहिए। इंसान कई बार क्रोध में या फिर अन्य कारण से घर आए मेहमान का अपमान कर देता है, जो कि बहुत गलत बात है। ऐसा करके इंसान पाप का भागीदार बनता है

मेहमानों का स्वागत कैसे करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंदरवाजा खोलो और मेहमानों का मुस्कराते हुए स्वागत करो। अगर वो तुमसे बड़े हैं तो उन्हें नमस्ते या हेलो बोलकर ग्रीट जरूर करो। सभी मेहमानों से हाथ मिलाकर भी उन्हें ग्रीट कर सकते हो। मेहमानों के हाथ से उनका कोट ले लो या वे जो सामान लाए हैं, उसे रखने के लिए सही जगह उन्हें दिखाओ

अपने घर आए हुए अतिथियों का सत्कार आप कैसे करते हैं विस्तार पूर्वक लिखिए?

इसे सुनेंरोकें– घर आए मेहमानों का स्वागत हंस कर करें। उन्हें ऐसा महसूस न हो कि उनका आना आप को अच्छा नहीं लग रहा है। – यदि अतिथि कुछ दिन रूकने के लिए आए हैं तो कोशिश कीजिए कि एक से अधिक कमरे होने पर उन्हें एक कमरा अलग से दे दें। – खाने की मेज पर कोशिश करें कि आप भी उनका साथ दें

गांव में अतिथि सत्कार कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंगाँवों में अतिथि-सत्कार विशेष प्रकार से होता है। अतिथि को आदरपूर्वक ठहराया जाता है। उसके प्रति अपने किसी संबंधी की ही तरह आदर देकर खुश किया जाता है। फिर सम्मान के साथ विदा किया जाता है

लेखक के घर में जब मेहमान आया तो उसे क्या लगा *?

इसे सुनेंरोकेंउस समय लेखक की समझ में आया कि अतिथि सदैव देवता नहीं होता, बल्कि एक इंसान होता है जिसमें राक्षस के भी अंश होते हैं। वह अतिथि ऐसे राक्षस की तरह बरताव करने लगा था जिससे मेहमान को असह्य पीड़ा होने लगे।

अतिथि सत्कार से क्या फल मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंयानि घर आए अतिथि, याचक तथा पशु-पक्षियों का उचित सेवा-सत्कार करने से जहां अतिथि यज्ञ संपन्न होता हैं वहीं जीव ऋण भी उतर जाता है। तिथि से अर्थ मेहमानों की सेवा करना उन्हें अन्न-जल देना। अपंग, महिला, विद्यार्थी, संन्यासी, चिकित्सक और धर्म के रक्षकों की सेवा-सहायता करना ही अतिथि यज्ञ है। इससे संन्यास आश्रम पुष्ट होता है।

पति ने मेहमान का स्वागत कैसे किया class 9?

इसे सुनेंरोकेंपति-पत्नी ने मेहमान का स्वागत कैसे किया? उत्तर:- पति ने स्नेह से भीगी मुस्कान के साथ गले मिलकर और पत्नी ने आदर से नमस्ते करके उनका स्वागत किया

मध्यमवर्गीय लोग अपने अतिथियों का स्वागत अपनी सीमा से बढ़ चढ़कर क्यों करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंमध्यम वर्गीय लोग अपने अतिथियों का स्वागत अपनी सीमा से बढ-चढ़कर क्यों करते हैं? उत्तरः मध्यमवर्ग में दिखावा छाया हुआ है इसलिए स्वागत-सत्कार में बजट बिगड़ जाता है और दो-चार दिन में ही हालत पतली हो जाती है।

भारतीय मेहमानों का आदर कैसे करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजोकि मेहमान, आगंतुक अथवा अजनबियों; आश्रयस्थल, सदस्यता क्लब, कन्वेंशन, आकर्षणों, विशेष घटनाओं का स्वागत तथा मनोरंजन तथा यात्रियों तथा पर्यटकों के लिये अन्य सेवाये हैं। “आतिथ्य” का आशय उन लोगों के प्रति देखभाल तथा दयालुता प्रदान करना भी हो सकता है जिनको इसकी आवश्यकता है

यदि मेहमान के स्थान पर आप होते तो क्या करते एक अनुच्छे ि दिखिए?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: घर में मेहमान के आने पर हम उनका आदर सत्कार बड़े ही आदर भाव के साथ करेंगे। उन्हें सम्मान के साथ घर में बैठाएंगे । इसलिए उनकी सेवा एवं सम्मान कर हम अपना कर्तव्य निभाएंगे

गांव के घरों की क्या विशेषता है?

इसे सुनेंरोकेंगाँव के घरों की क्या विशेषताएँ होती हैं? गाँव के घर मिट्टी के घर हैं। वे लिपे-पुते हैं। श्रम-सहिष्णु सब जम होते हैं’ से कवि का क्या आशय है-गाँव के लोग घोर परिश्रमी होते हैं