सच्चे मित्र का क्या पहचान है?

सच्चे मित्र का क्या पहचान है?

इसे सुनेंरोकेंसच्चे मित्र की पहचान विपत्ति के समय ही होती है। जो मित्र विपत्ति में आपका साथ दे वही सच्चा मित्र है। जो मित्र आपकी खुशी में शामिल होता है और दुख आने पर आपसे दूर हो जाता है तो वह आपका सच्चा मित्र नहीं है।

अच्छे मित्र में कौन कौन से गुण होने चाहिए?

शास्त्रों से: जिस व्यक्ति में होते हैं ये 6 गुण, वही होता है आपका…

  • आपकी गलतियों को बताएं
  • दूसरों के सामने आपके अवगुण न दिखाएं
  • सभी के सामने आपके गुणों की तारीफ़ करें
  • मुश्किल समय में धन देकर करें मदद
  • अच्छे कामों के लिए आपको प्रेरित करें
  • बुरे समय में आपका साथ न छोड़ें

3 मित्रता आवश्यकता कौन हो सकता है मित्र लाभ?

इसे सुनेंरोकेंभूमिका : जीवन में प्रगति करने और उसे सुखमय बनाने के लिए अनेक वस्तुओं और सुख साधनों की आवश्यकता पडती है। परंतु एक साधन मित्रता के प्राप्त होने पर सभी साधन अपने आप ही इकट्ठे हो जाते हैं। एक सच्चे मित्र की प्राप्ति सौभाग्य की बात होती है। मित्र वह व्यक्ति होता है जिसे कोई पसंद करे, सम्मान करे और जो प्राय: मिले।

2 कैसे मित्रों का साथ हमारे लिए लाभकारी नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंवहीं अगर आपने बुरे दोस्त बना लिए तो वे आपको अंधकार की ओर ले जाएंगे। अच्छा मित्र सुख ही नहीं दुख में भी साथ निभाता है। अच्छे दोस्तों की एक निशानी ये भी होती है कि वे एक—दूसरे की समृद्धि के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहते हैं। इस स्वार्थ की दुनिया में अच्छा मित्र मिलना मुश्किल होता है।

सच्चा मित्र विपरीत परिस्थितियों में क्या करता है?

इसे सुनेंरोकेंएक सच्चा मित्र किसी भी विपरीत परिस्थितियों में अपनी ज़िन्दगी की सारी परेशानियों को भुलाकर दोस्त की सहायता में लग जाता है। अपने दोस्त की एक मुस्कान के लिए वह अपनी ज़िन्दगी भी दाव पर लगा देता है। मुश्किल परिस्थतिओं में हम बुरे और अच्छे दोस्तों से वाकिफ हो जाते है।

आदर्श मित्र के गुण बताते हुए लिखिए कि आपका प्रिय मित्र कौन है और आपको उसमें सबसे अच्छी बात क्या लगती है?

इसे सुनेंरोकेंआदर्श मित्र में सहिष्णुता और उदारता की भावना होती है । वह कभी मित्र को भूलों और दोषों से नाराज होकर उससे मुँड नहीं फेर लेता । वह मित्र की कमियों को बड़े स्नेह से दूर करता है । मित्र के लिए वह तन, मन, धन सभी कुछ न्यौछावर कर सकता है।

मित्र धर्म क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकुपथ निवारी सुपंथ चलावा । एक अच्छा मित्र बनने के लिए एक समझदार इंसान होना भी आवश्यक है क्योंकि ऐसा कहने के पीछे आशय है कि एक सच्चे मित्र का धर्म होता है कि वह अपने मित्र को गलत और अनैतिक कार्य करने से रोके।

रहीम जी ने सच्चे मित्र की क्या विशेषताएं बताइए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- रहीम जी ने सच्चा मित्र उसे माना है जो विपत्ति के समय साथ देता है और झूठा मित्र उसे कहा है जो विपत्ति में किनारा काट लेते हैं।

इंसान का सबसे अच्छा मित्र कौन है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त ईश्वर होता हैं क्योंकि कभी-कभी ऐसा वक्त भी आता है जब मनुष्य का धन,परिजन, मित्र यहां तक कि अपना शरीर और अपनी बुद्धि भी काम नहीं आती उस वक्त ईश्वर ही मनुष्य की मदद करता है। इसलिए मनुष्य जब हर जगह हर तरह से हार जाता है तो ईश्वर को याद करता है और कहता है – हे प्रभु अब तो बस तेरा ही सहारा है।

इसे सुनेंरोकेंसच्चे मित्र की पहचान विपत्ति के समय ही होती है। जो मित्र विपत्ति में आपका साथ दे वही सच्चा मित्र है। जो मित्र आपकी खुशी में शामिल होता है और दुख आने पर आपसे दूर हो जाता है तो वह आपका सच्चा मित्र नहीं है। ऐसा मित्र शत्रु से भी ज्यादा खतरनाक है।