धारा 76 क्या है?
इसे सुनेंरोकेंधारा 76 का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 76 के अनुसार, कोई भी कार्य, जो किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाए, जो उसे करने के लिए विधि द्वारा आबद्ध हो या जो तथ्य की भूल के कारण, न कि विधि की भूल के कारण सद्भावपूर्वक विश्वास करता हो कि वह उसे करने के लिए विधि द्वारा आबद्ध है, अपराध नहीं है।
366 धारा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय दंड संहिता की धारा 366 की धारा किसी स्त्री की इच्छा के बिना ही उसे शादी के लिए विवश करना या उससे विवाह करने के लिए उस स्त्री का अपहरण करने से सम्बंधित होती है, इस धारा के प्रावधानों के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी भी स्त्री का उसकी इच्छा के विरुद्ध उससे या उसके आलावा किसी व्यक्ति से विवाह करने के लिए उस स्त्री …
376 धारा कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंधारा 376 में दण्ड के प्रावधान कोई भी व्यक्ति किसी के साथ बलात्संग या बलात्कार करेगा वह व्यक्ति कठोर कारावास से दंडित किया जायेगा जिसकी अवधि सात वर्ष से कम नही होगी एवम आजीवन करावास तक हो सकेगी ओर जुर्माने से भी दण्डनीय होगा
धारा 76 में कितने साल की सजा होती है?
इसे सुनेंरोकेंधारा 76 के अंतर्गत एक व्यक्ति को आपराधिक दायित्वों से उस परिस्थिति में मुक्ति मिलती जहाँ वह या तो विधि द्वारा आबद्ध है और, या फिर वह व्यक्ति सद्भावपूर्वक (Good faith) किसी तथ्य की भूल (Mistake of fact) के चलते स्वयं को विधि द्वारा आबद्ध (Bound by law) समझता है की वह कोई कार्य करे और वह कार्य करता है
धारा 82 क्या है?
इसे सुनेंरोकें(1) यदि किसी न्यायालय को (चाहे साक्ष्य लेने के पश्चात् या लिए बिना) यह विश्वास करने का कारण है कि कोई व्यक्ति जिसके विरुद्ध उसने वारंट जारी किया है, फरार हो गया है, या अपने को छिपा रहा है जिससे ऐसे वारंट का निष्पादन नहीं किया जा सकता तो ऐसा न्यायालय उससे यह अपेक्षा करने वाली लिखित उद्घोषणा प्रकाशित कर सकता है कि वह ..
आर्टिकल 151 क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-१५१ शांतिभंग की आशंका में इस्तेमाल की जाती है। यदि मारपीट के मामलों में चिकित्सीय परीक्षण में गंभीर प्रकृति की चोट या हथियार के इस्तेमाल की बात आती है तो सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर फिर से गिरफ्तारी होती है।