क्या कहते हैं तांत्रिक श्मशान की राख?

क्या कहते हैं तांत्रिक श्मशान की राख?

अक्सर जब तांत्रिक अपने अनुष्ठान करते हैं, जिसमें वे मरे हुए लोगों को बुलाने की कोशिश करते हैं, तो वे श्मशान की राख का ही प्रयोग करते हैं। इसके लिए वे इंतजार कर रहे होते हैं।

क्या कहते हैं अघोरी?

अघोरी हमेशा युवा मृत शरीर को ही ढूंढते हैं और उसपर बैठकर साधना करते हैं, क्योंकि वे मृत शरीर के व्यान प्राण और ऊर्जा का इस्तेमाल करके उसे सक्रिय करना चाहते हैं, जिससे उससे वे अपने काम करा सकें। वे इसे अपने वश में कर लेना चाहते हैं।

क्या है श्मशान भूमि की राख?

श्मशान भूमि की राख – लकड़ी की राख नहीं, शरीर की राख – में एक खास गुण होता है। इसे फैला देने के पीछे एक विचार तो यह है कि अगर ऐसा न किया जाए तो आप इसका करेंगे क्या, किसी पात्र में लेकर घर में रख लेंगे?







https://www.youtube.com/watch?v=srBLkRJsSrQ

क्या आप जानते हैं कि बालक का नाम क्या है?

बालक का नाम रखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें। गुणवाचक नाम रखे जाएँ, पुत्र एवं पुत्री के नामों की एक बड़ी सूची बनाई जा सकती है। उसी में से छाँटकर लड़के और लड़कियों के उत्साहवर्धक, सौम्य एवं प्रेरणाप्रद नाम रखने चाहिए। समय-समय पर बालकों को यह बोध भी कराते रहना चाहिए कि उनका यह नाम है, इसलिए गुण भी अपने में वैसे ही पैदा करने चाहिए।

क्या कहते हैं वधू की मेहंदी?

मेहंदी: सभी स्त्रियां कन्या को मेहंदी लगाती हैं। माना जाता है कि वधू की मेहंदी जितनी अच्छी हो भविष्य में उतना ही अच्छा उनका वैवाहिक जीवन रहेगा।








अक्सर जब तांत्रिक अपने अनुष्ठान करते हैं, जिसमें वे मरे हुए लोगों को बुलाने की कोशिश करते हैं, तो वे श्मशान की राख का ही प्रयोग करते हैं। इसके लिए वे इंतजार कर रहे होते हैं।

अघोरी हमेशा युवा मृत शरीर को ही ढूंढते हैं और उसपर बैठकर साधना करते हैं, क्योंकि वे मृत शरीर के व्यान प्राण और ऊर्जा का इस्तेमाल करके उसे सक्रिय करना चाहते हैं, जिससे उससे वे अपने काम करा सकें। वे इसे अपने वश में कर लेना चाहते हैं।

श्मशान भूमि की राख – लकड़ी की राख नहीं, शरीर की राख – में एक खास गुण होता है। इसे फैला देने के पीछे एक विचार तो यह है कि अगर ऐसा न किया जाए तो आप इसका करेंगे क्या, किसी पात्र में लेकर घर में रख लेंगे?

बालक का नाम रखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें। गुणवाचक नाम रखे जाएँ, पुत्र एवं पुत्री के नामों की एक बड़ी सूची बनाई जा सकती है। उसी में से छाँटकर लड़के और लड़कियों के उत्साहवर्धक, सौम्य एवं प्रेरणाप्रद नाम रखने चाहिए। समय-समय पर बालकों को यह बोध भी कराते रहना चाहिए कि उनका यह नाम है, इसलिए गुण भी अपने में वैसे ही पैदा करने चाहिए।

मेहंदी: सभी स्त्रियां कन्या को मेहंदी लगाती हैं। माना जाता है कि वधू की मेहंदी जितनी अच्छी हो भविष्य में उतना ही अच्छा उनका वैवाहिक जीवन रहेगा।