सूर्य नीच का होने से क्या होता है?

सूर्य नीच का होने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंकुंडली में कुछ ग्रह जहां बलवान, कारक या शुभ माने जाते हैं वहीं कुछ ग्रह कमजोर, अकारक या अशुभ होेते हैं। कुंडली में सूर्य नीच के होने से प्रायः आंखों की समस्या देते हैं’ नीच का सूर्य पिता के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा सूर्य सामान्यतः सेहत भी खराब करता है। इन सबके बावजूद नीच का सूर्य सर्वथा बुरा नहीं होता

क्या कुंडली को बदला जा सकता है?

इसे सुनेंरोकेंचाहे तो अपने कर्मों से ईश्वर के प्रति अपने समर्पण या अपने हठ योग से अपनी कुंडली को बदल सकते हैं। अपने कर्मों के प्रभाव से ग्रह के प्रभाव को तो नहीं टाल सकेंगे लेकिन उसके प्रभाव को तो जरूर कम कर सकते हैं। समय के प्रभाव को भी कम या ज्यादा किया जा सकता है। इसका परीक्षण कर स्वयं भी अनुभव किया जा सकता है

अच्छी कुंडली कौन सी होती है?

उदाहरणस्वरुपः

क्रम लग्नेश 7वां स्थान
1 मेष तुला
2 वृषभ वृश्चिक
3 मिथुन धनु
4 कर्क मकर

राहु खराब हो तो क्या होता है?

इसे सुनेंरोकें1. कहते हैं कि राहु के खराब होने के लक्षण मानसिक तनाव, बात-बात पर गुस्सा करना, वाणी का कठोर हो जाना, गलतफहमी और आपसी तालमेल न होना हैं। 2. कहते हैं कि पेट संबंधी समस्या, सिर में दर्द होना, रिश्ते खराब होना, मानसिक तनाव और शत्रुओं की ओर से परेशानी होना भी राहु खराब होने का संकेत है

सूर्य नीच का हो तो क्या उपाय करें?

इसे सुनेंरोकेंअगर सूर्य नीच का हो तो सूर्य को जल अर्पित करें, ताम्बा धारण करें. अगर चन्द्रमा नीच राशि में हो तो पूर्णिमा का उपवास रखें और शिव जी की पूजा करें. मंगल के नीच राशि में होने पर नमक का सेवन कम करें ,विद्यर्थियों की सहायता करें. अगर बुध नीच का हो तो देर तक मत सोयें, विष्णु जी की उपासना करें,आयरन युक्त खाद्य खाएं

सूर्य ग्रह खराब होने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमान्यता के अनुसार सोने में सूर्य का बल है जबकि चांदी में चंद्र का बल माना जाता है। वहीं ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली में सूर्य का खराब होना आंख संबंधी रोग देता है, वहीं नीच का सूर्य आपका कई जगह अपमान भी करवाता है। 1. घर की पूर्व दिशा दूषित होने से

क्या भाग्य बदल सकता है?

इसे सुनेंरोकेंजितना भाग्य मे होगा उतना तो मिलेगा ही, उसे थोडी न कोई छीन सकता है। आज के लोगो की यही सोच होती है जो आये दिन हमे सुनने को मिल जाती है। चलो हम मान लेते है कि जो भाग्य मे लिखा होता है, वही होता है लेकिन क्या हमने यह कभी सोचा कि अगर ऐसे ही होने लगे तो एक किसान खेतों मे मेहनत न करे।

प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिये कुंडली में क्या होना चाहिए?

इसे सुनेंरोकें* प्रशासनिक अधिकारी बनकर सफलता पाने के लिए सूर्य, गुरु, मंगल, राहु व चन्द्र आदि ग्रह बली होने चाहिए। * मंगल से जातक में साहस एवं पराक्रम आता है जोकि अत्यन्त आवश्यक है। सूर्य से नेतृत्व करने की क्षमता मिलती है, गुरु से विवेक सम्मत निर्णय लेने की क्षमता मिलती है और चन्द्र से शालीनता आती है एवं मस्तिष्क स्थिर रहता है

कुंडली में व्यापार कैसे देखे?

व्यापार में सफलता के योग

  1. यदि कुंडली में सप्तमेश सप्तम भाव में हो या सप्तम भाव पर सप्तमेश की दृष्टि हो तो बिजनेस में सफलता मिलती है।
  2. सप्तमेश स्व या उच्च राशि में होकर शुभ भाव (केंद्र-त्रिकोण आदि) में हो तो बिजनेस के अच्छे योग होते हैं।
  3. यदि लाभेश लाभ स्थान में ही स्थित हो तो व्यापार में अच्छी सफलता मिलती है।

कुंडली में कौन कौन से योग बनते हैं?

कुंडली में ग्रहों की युति या उनकी स्थितियों से योगों का निर्माण होता है। ये योग शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के होते हैं। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार जो योग शुभ होते हैं उनसे जातकों को अच्छे फल प्राप्त होते है। इन्हें राज योग कहते हैं।…धर्म

  1. ग्रहण योग :
  2. चांडाल योग
  3. षड्यंत्र योग
  4. भाव नाश योग :
  5. अल्पायु योग :
  6. कुज योग :
  7. विष योग

राहु कमजोर होने से क्या होता है?