कदम का पेड़ कितने प्रकार का होता है?
इसे सुनेंरोकेंकदम्ब आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों के लिए बहुत ही मशहूर है। कदम्ब का स्वास्थ्यवर्द्धक गुण (Kadamba tree uses) बहुत सारे रोगों के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। कदम्ब की एक विशेष बात ये है कि इसके पत्ते बहुत बड़े होते है और इसमें से गोंद निकलता है। इसके फल नींबू की तरह होते हैं।
कदम का पेड़ कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंकदंब के वृक्ष की अधुनातन वानस्पतिक नाम रूबियेसी कदम्बा है और उसका पुराना नाम नॉक्लिया कदम्बा था। कदंब के वृक्ष की ऊंचाई लगभग 10 से 20 फीट होता है। इस वृक्ष की पत्तियां हरे रंग के होते हैं और साइज में बड़े बड़े दिखते हैं। कदंब के वृक्ष की टहनी दूसरे वृक्ष के टहनी की तुलना में कमजोर होते हैं।
कदम का पेड़ घर में लगा सकते हैं क्या?
इसे सुनेंरोकें3. वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की पूर्व दिशा में पीपल, अग्निकोण में दुग्धदार पेड़, दक्षिण में निम्ब, नैऋत्य में कदम्ब, पश्चिम में कांटेदार वृक्ष, उत्तर में गूलर, केला, और ईशानकोण में कदली ये पेड़ नहीं लगाना चाहिए।
कदम का फल खाया जाता है क्या?
इसे सुनेंरोकेंKadamba Ke fayde: यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं को फैलने से भी रोकता है। कदंब के फल या फूल ही नहीं बल्कि पूरा वृक्ष स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं को फैलने से भी रोकता है। कदंब का अर्क एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से होता है भरपूर।
कदंब का वृक्ष कहाँ है?
इसे सुनेंरोकेंTree in कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत.
कदम का पेड़ कितना ऑक्सीजन देता है?
इसे सुनेंरोकेंये सबसे तेज बढ़ने वाला पेड़ या घास है जो बाकी सामान्य पेड़ों की अपेक्षा पर्यावरण को तीस प्रतिशत ज्यादा ऑक्सीजन देता है.
कदम का पेड़ लगाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंकदंब के पेड़ में कैंसर रोधी गुण पाए जाते हैं। यह कैंसर जैसी भयावह बीमारी से दूर रखने व इसके संक्रमण को कम करने में सहायक होता है। यह शरीर में एंटीट्यूमर जैसी गतिविधियां पैदा करता है, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को फैलने से रोकता है। साथ ही यह प्रोस्टेट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर की संभावना को कम करने में कारगार होता है।