ध्रुवीयता का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: शीत युद्ध के दौरान विश्व का दो गुटों में गया जिससे शक्ति संरचना ही दो ध्रुवीय हो गई जिसे अमेरिका और सोवियत संघ का नेतृत्व प्राप्त हुआ! Ans सोवियत संघ में अर्थ में उत्पादन के सभी साधनों पर सरकार का नियंत्रण था जबकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में समूह पर का उत्पादन पर नियंत्रण था!13 सित॰ 2021
एक ध्रुवीयता तथा दो ध्रुवीयता का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर : एक-ध्रुवीयता का अर्थ है- सोवियत संघ के विघटन के बाद विश्व में एक सुपर पॉवर अर्थात् अमेरिका के वर्चस्व का बोलबाला। द्वि-ध्रुवीयता का अर्थ है-द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान विश्व की दो सुपर शक्तियों (Super-Powers) यानी पूर्व सोवियत संघ तथा सं. रा. अमेरिका के बोलबाले का दौर।
द्वि ध्रुवीयता के उदय के क्या कारण थे?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: स्टालिन को शक था कि अमरीका और ब्रिटेन जर्मनी और सोवियत संघ को लड़ने के लिए छोड़ रहे हैं, ताकि दोनों देश कमजोर पड़ जाएँ। स्टालिन और अन्य सहयोगियों के बीच याल्टा और पॉट्सडैम में मतभेद, मुख्य रूप से पूर्वी यूरोप को कैसे प्रशासित और पुनर्गठन किया जाना था, इससे अविश्वास और संदेह पैदा हुआ
ध्रुविता का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंध्रुविता नाम के लोग स्वतंत्र विचारों के होते हैं और जिंदगी के महत्व को बेहद अच्छी तरह समझ सकते हैं। ध्रुविता नाम वाले लोगों को दूसरों के बारे में जानना काफी अच्छा लग सकता है।
शीत युद्ध से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंद्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के काल में संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत रूस के बीच उत्पन्न तनाव की स्थिति को शीत युद्ध के नाम से जाना जाता है। इन दोनों पक्षों में आपसी टकराहट आमने सामने कभी नहीं हुई, पर ये दोनों गुट इस प्रकार का वातावरण बनाते रहे कि युद्ध का खतरा सदा सामने दिखाई पड़ता रहता था।
द्विध्रुवीय विश्व का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंविश्व युद्ध II, अथवा द्वितीय विश्व युद्ध, (इसको संक्षेप में WWII या WW2 लिखते हैं), ये एक वैश्विक सैन्य संघर्ष था जिसमें, सभी महान शक्तियों समेत दुनिया के अधिकांश देश शामिल थे, जो दो परस्पर विरोधी सैन्य गठबन्धनों में संगठित थे: मित्र राष्ट्र एवं धुरी राष्ट्र.
एक ध्रुवीय विश्व क्या है?
इसे सुनेंरोकेंयह किसी भी समय अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली की प्रकृति का वर्णन करता है। एक आम तौर पर तीन प्रकार की प्रणालियों को अलग करता है: एकध्रुवीयता, द्विध्रुवीता और शक्ति के चार या अधिक केंद्रों के लिए बहुध्रुवीयता। प्रणाली का प्रकार पूरी तरह से एक क्षेत्र या विश्व स्तर पर राज्यों के शक्ति और प्रभाव के वितरण पर निर्भर है
दो ध्रुवीयता का आरंभ कैसे हुआ?
इसे सुनेंरोकेंदूसरे विश्वयुद्ध के बाद पूर्वी यूरोप के देश सोवियत संघ के अंकुश में आ गये। सोवियत सेना ने इन्हें फासीवादी ताकतों के चंगुल से मुक्त कराया था। इन सभी देशों की राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था को सोवियत संघ की समाजवादी प्रणाली की तर्ज पर ढाला गया। इन्हें ही समाजवादी खेमे के देश या ‘दूसरी दुनिया’ कहा जाता है।
सोवियत प्रणाली के क्या दोष थे?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: सोवियत प्रणाली प्रकृति में बहुत नौकरशाही और सत्तावादी थी। अधिनायकवाद का अर्थ था लोकतंत्र की अनुपस्थिति और बोलने की स्वतंत्रता जिसने लोगों को नाराज कर दिया। सोवियत अर्थव्यवस्था ने लंबे समय तक आर्थिक तंगी देखी, जिसके कारण उपभोक्ता वस्तुओं के लिए बाजार में आपूर्ति की मांग पूरी होने में बाजार की विफलता हुई
सोवियत से आप क्या समझते है?
इसे सुनेंरोकेंसोवियत प्रणाली राज्य कल्याण पर आधारित थी, जहां राज्य लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर उत्पादन में लगे हुए थे। सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (CPSU) ने सरकार को नियंत्रित किया और राजनीतिक निर्णय लेने पर हावी रही
शीत युद्ध से आप क्या समझते हैं इसकी उत्पत्ति के कारण बताएं?
इसे सुनेंरोकेंशीत युद्ध सोवियत संघ-अमेरिका आपसी सम्बन्धों की वह स्थिति थी जिसमे दोनों पक्ष शान्तिपूर्ण राजनयिक सम्बन्ध रखते हुए भी परस्पर शत्रुभाव रखते थे तथा शस्त्र-युद्ध के अतिरिक्त अन्य सभी उपायों से एक-दूसरे की स्थिति और शक्ति को निरन्तर दुर्बल करने का प्रयत्न करते थे
शीत युद्ध का प्रमुख कारण क्या था?
इसे सुनेंरोकेंबर्लिन संकट, कोरिया युद्ध, सोवियत रूस द्वारा आणविक परीक्षण, सैनिक संगठन, हिन्द चीन की समस्या, यू-2 विमान काण्ड, क्यूबा मिसाइल संकट कुछ ऐसी परिस्थितियाँ थीं जिन्होंने शीतयुद्ध की अग्नि को प्रज्वलित किया। सन् 1991 में सोवियत रूस के विघटन से उसकी शक्ति कम हो गयी और शीतयुद्ध की समाप्ति हो गयी।