समाज सेवा का वास्तविक रूप क्या है?
इसे सुनेंरोकें’समाजसेवा’वैयक्तिक आधार पर, समूह अथवा समुदाय में व्यक्तियों की सहायता करने की एक प्रक्रिया है, जिससे व्यक्ति अपनी सहायता स्वयं कर सके। इसके माध्यम से सेवार्थी वर्तमान सामाजिक परिस्थितियों में उत्पन्न अपनी समस्याओं को स्वयं सुलझाने में सक्षम होता है।
इसे सुनेंरोकेंसमाज-कार्य (social work) या समाजसेवा एक शैक्षिक एवं व्यावसायिक विधा है जो सामुदायिक सगठन एवं अन्य विधियों द्वारा लोगों एवं समूहों के जीवन-स्तर को उन्नत बनाने का प्रयत्न करता है। ‘समाजसेवा’वैयक्तिक आधार पर, समूह अथवा समुदाय में व्यक्तियों की सहायता करने की एक प्रक्रिया है, जिससे व्यक्ति अपनी सहायता स्वयं कर सके।
सामाजिक कार्यकर्ता कौन है?
इसे सुनेंरोकेंएक सामाजिक कार्यकर्ता मुख्य रूप से “एक ऐसा व्यक्ति है जो ऐसे लोगों की मदद करने के लिए प्रशिक्षित होता है जो मानसिक, शारीरिक, आर्थिक या सामाजिक नुकसान में हैं।” इसलिए सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में कई श्रेणियां शामिल हैं जैसे कि मानसिक सहायता प्रदान करना, आर्थिक सहायता प्रदान करना, कई समुदायों में सामाजिक नुकसान को कम …
समाज सेवा से देश को क्या लाभ होगा?
इसे सुनेंरोकेंसमाज सेवा से अभिप्राय है कि जिस समाज में हम रहते हैं,खाते हैं ,पीते हैं व जीते हैं उन्ही लोगों की सेवा करना, उनकी मदद करना व उनका हित करना। तथा यह सब निस्स्वार्थ करना चाहिये । इससे पूरे राष्ट्र की व्यवस्था मे सुधार किया जा सकता है। समाज सेवा के द्वारा सरकार और जनता दोनों की आर्थिक सहायता की जा सकती है।
सेवार्थी व्यवस्था क्या है?
इसे सुनेंरोकेंख) सेवार्थी व्यवस्थाः यह ‘यह विनिर्दिष्ट समूह है जिसकी सहायता की जा रही है’। सेवार्थी व्यवस्था व्यक्ति, परिवार, समूह, संगठन अथवा समुदाय हो सकता है जो सेवाओं का सम्भावित लाभार्थी होने के साथ-साथ एक व्यवस्था होती है जो सहायता मांगती है और एक परिवर्तन कारक के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता की सहायता लेती है।
वैयक्तिक सेवा कार्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआधुनिक समाज कार्य का तात्पर्य एक प्रकार की व्यावसायिक सेवा है जिसके द्वारा व्यक्ति या समूह की सहायता की जाती है जिससे वह संतोषजनक संबंध स्थापित कर सके और इच्छाओं एवं क्षमताओं के अनुसार जीवन-स्तर को प्राप्त कर सके। समाज कार्य व्यक्ति की सहायता अपनी विशेष प्रणालियों द्वारा करता है।
समाज हमें क्या देता है?
इसे सुनेंरोकेंइससे पारस्परिक सहयोग की वृद्धि होती है और अंतर्विरोधों का शमन होता है। सामाजिक प्रणाली में व्यक्ति को कार्य और पद, दंड और पुरस्कर, योग्यता तथा गुणों से संबंधित सामान्य नियमों और स्वीकृत मानदंडों के आधार पर प्रदान किए जाते हैं।
समाज सेवा का क्या उद्देश्य है?
इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार ज्ञान पर आधारित समाजसेवा व्यक्ति की समूहों अथवा समुदाय की सहज योग्यताओं तथा सर्जनात्मक शक्तियों को उन्मुक्त एवं विकसित कर स्वनिर्धारित लक्ष्य की दिशा में क्रियाशील बनती है, जिससे वे अपनी संवेगात्मक, मनोवैज्ञानिक, आर्थिक, एवं सामाजिक समस्याओं का समाधान ढूँढने में स्वयं सक्रिय रूप से प्रवृत्त होते हैं।
समाज सेवा करने के मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और नैतिक विकास हेतु लोकतांत्रिक नियोजन द्वारा कल्याणकारी समाज की स्थापना करना है। समाज-कल्याण प्रशासक न केवल संस्था के कार्यों को सम्पादित करता है बल्कि वह संस्थाओं को निरंतर उन्नति की दिशा में बढ़ाने का प्रयास करता है।