आंख में काला पानी क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंकाला मोतिया को ग्लुकोमा या काला मोतियाबिंद भी कहते हैं। काला मोतिया के अधिकतर मामलों में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते ना ही दर्द होता है, इसलिए यह दृष्टिहीनता का एक प्रमुख कारण माना जाता है। काला मोतिया में हमारी आंखों की ऑप्टिक नर्व पर दबाव पड़ता है जिससे उन्हें काफी नुकसान पहुंचता है।
आंख रोग क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकांच बिंदु रोग (अंग्रेज़ी:ग्लूकोमा) या काला मोतिया नेत्र का रोग है। यह रोग तंत्र में गंभीर एवं निरंतर क्षति करते हुए धीरे-धीरे दृष्टि को समाप्त ही कर देता है। किसी वस्तु से प्रकाश की किरणें आंखों तक पहुंचती हैं, व उसकी छवि दृष्टि पटल पर बनाती हैं।
इसे सुनेंरोकेंआंख में दबाव बढ़ने से ग्लूकोमा या कालापानी होता है। इंट्रा ऑक्यूलर प्रेशर यानी आईएपी 10 से 20 तक सामान्य माना जाता है। यह बढ़ने पर आंख के पीछे की नस पर दबाव बढ़ता है जो रुकावट के रूप में आंख पर असर करता है। धीरे-धीरे काला-स्पॉट बढ़ने लगता है।
पेशाब नली में जलन क्यों होती है?
इसे सुनेंरोकेंपेशाब करते समय दर्द और जलन होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि मूत्रमार्ग में संक्रमण (यूटीआई), किसी दवा के सेवन के कारण (जैसे कीमोथेरेपी की दवा), ओवरी में सिस्ट या गुर्दे में पथरी, योनि में संक्रमण, किसी केमिकल, यौन रूप से संक्रामित संक्रमण, पेल्विक हिस्से में रेडिएशन थेरेपी लेने, यूरीनरी कैथेटर।
ग्लूकोमा में कौन सी औषधि उपयोगी है?
ग्लूकोमा आई ड्रॉप को सक्रिय संघटक रसायन द्वारा वर्गीकृत किया जाता है जो दवा के काम करने में सहायक होता है:
- प्रोस्टाग्लैडिंस
- बीटा-ब्लॉकर
- अल्फ़ा-एड्रीनर्जिक एगोनिस्ट
- कार्बोनिक एनहाइड्रेज़ इनहिबिटर
- पैरासिम्पैथोमिमेटिक्स
- एपिनेफ्रीन
- हाइपरऑस्मोटिक एजेंट
- संयोजन वाली ग्लूकोमा की दवाएँ
ग्लूकोमा कैसे ठीक होगा?
इसे सुनेंरोकेंग्लूकोमा से हुए नुकसान को ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन इसे और बढ़ने से रोका जा सकता है। ग्लूकोमा का उपचार आंखों में दबाव कम करके किया जाता है। मरीज की स्थिति के आधार पर डॉक्टर उपचार का विकल्प चुनते हैं, जिनमें आई ड्रॉप, मुंह से खाई जाने वाली दवाएं, लेजर ट्रीटमेंट व सर्जरी शामिल हैं।