मच्छर का जीवन काल कितने दिन का होता है?
इसे सुनेंरोकेंमच्छर का जीवन चक्र – 4 से 5 दिन बाद लार्वा प्यूपा में बदल जाता है। – दो दिनों में प्यूपा वयस्क मच्छर बन जाता है। – मच्छर की सामान्य उम्र 7 से 10 दिनों की होती है। – एक बार मनुष्य को काटने के बाद मादा मच्छर 48 से 72 घंटे के अंदर अंडे देती है।
इसे सुनेंरोकें- मच्छर जीवन चक्र 21 दिन का होता है। – 24 घंटे में अंडा विकसित होकर लार्वा बनता है। – 4 से 5 दिन बाद लार्वा प्यूपा में बदल जाता है। – दो दिनों में प्यूपा वयस्क मच्छर बन जाता है।
क्या धरती से सभी मच्छर गायब हो सकते हैं आप मच्छरों को कम करने में अपना योगदान किस प्रकार दे सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंमाइक्रोसेफ़ेली की वजह से बच्चे छोटे सिर वाले पैदा होते हैं. दुनिया के तमाम देश लोगों को मच्छरों के ख़तरों से आगाह करने के लिए बरसों से अभियान चला रहे हैं. लोगों को समझाया जाता है कि वो मच्छरदानी और बचाव के दूसरे तरीक़ों का इस्तेमाल करें ताकि मच्छर उन्हें न काटें.
एक मच्छर कितना बच्चा पैदा करता है?
इसे सुनेंरोकेंरोचक बात है कि मादा मच्छर अपनी जिंदगी में सिर्फ एक बार संसर्ग (शारीरिक संबंध) करती है और एक बार में तकरीबन 200 से 500 अंडे देती है।
अपने गांव में मच्छर कम करने के लिए आप क्या करेंगे?
इसे सुनेंरोकेंकीटनाशकों के उपयोग के अलावा इन्हें नियंत्रित करने के लिए जेनेटिकली मॉडिफ़ाइड बांझ मच्छर तैयार किए जा सकते हैं और कीड़े खाने वाले छोटे कीटों का भी उपयोग किया जा सकता है. लीवरपूल स्कूल ऑफ ट्रापिकल मेडिसिन के प्रोफ़ेसर हिलेरी रैनसन मच्छरों से बचने पर काम कर रही हैं.
घर से मच्छर भगाने के लिए क्या करें?
- Get Rid Of Mosquitos Naturally: रात में मच्छरों के काटने से किसी का भी जीना दुष्वार हो सकता है.
- 1- कपूर- अगर रात में मच्छर परेशान करते हैं और आप कॉयल या दूसरी कैमिकल वाली चीजों का उपयोग नहीं करना चाहते हैं, तो आप कपूर का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- 2- नीम का तेल- नीम के तेल का इस्तेमाल मच्छरों को भगाने के लिए किया जाता है.
मच्छर मारने के लिए किसका छिड़काव करें?
इसे सुनेंरोकेंपायरेथ्राइड मच्छरों पर किए जाने वाले छिड़काव में इस्तेमाल होने वाला एक कीटनाशक है. इसका इस्तेमाल कई घरों में कीड़े-मकोड़े से बचने के लिए स्प्रे के रूप में किया जाता है. एक अन्य कीटनाशक मैलाथियान है जो मच्छरों को रोकने में बहुत कारगर है. इसके अलावा Naled पेस्टिसाइड का भी इस्तेमाल मच्छरों पर व्यापक रूप से किया जाता है.