भारतीय ऊर्जा की मांग को पूरा करने के लिए प्रमुख ऊर्जा स्रोत कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंसरकार खाना पकाने, प्रकाश की व्यवस्था, रूम हीटर आदि हेतु बिजली की मांग को पूरा करने के लिये ऑफ-ग्रिड एवं विकेंद्रीकृत नवीकरणीय कार्यक्रम लागू कर रही है। साथ ही देश में सोलर लालटेन, सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर होम लाइट, सोलर पंप आदि की व्यवस्था किये जाने पर भी ज़ोर दिया जा रहा है
भारत में ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजीवाश्म ईंधन आज मुख्य रूप से इस्तेमाल ऊर्जा के स्रोत हैं। भारत लगभग 286 अरब टन (मार्च 2011) के अनुमानित भंडार के साथ दुनिया में कोयले का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। कोयला देश के कुल ऊर्जा जरूरतों का 50% से अधिक की पूर्ति करता है।
सौर और पवन ऊर्जा किसका उदाहरण है?
इसे सुनेंरोकेंबहती वायु से उत्पन्न की गई ऊर्जा को पवन ऊर्जा कहते हैं। वायु एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है। पवन ऊर्जा बनाने के लिये हवादार जगहों पर पवन चक्कियों को लगाया जाता है, जिनके द्वारा वायु की गतिज ऊर्जा, यान्त्रिक उर्जा में परिवर्तित हो जाती है। इस यन्त्रिक ऊर्जा को जनित्र की मदद से विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है।
ऊर्जा के गैर परंपरागत स्रोत कौन सा है?
गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोतों और उनसे उत्पन्न ऊर्जा के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं:
- सौर ऊर्जा: सूर्य उर्जा का अक्षय एवं अनन्त भण्डार है सूर्य की समस्त ऊर्जा का सिर्फ 10% हिस्सा ही धरती पर आ पाता है ।
- पवन ऊर्जा:
- बायोगैस:
- बायोडीजल का उपयोग:
- जल ऊर्जा:
- भूतापीय ऊर्जा:
ऊर्जा के परंपरागत एवं गैर परंपरागत स्रोत कौन कौन से हैं?
इसे सुनेंरोकेंपरंपरागत ऊर्जा के स्रोत: जलावन, उपले, कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और बिजली। गैर परंपरागत ऊर्जा के स्रोत: सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, बायोगैस और परमाणु ऊर्जा।
भारत में ऊर्जा के विभिन्न स्रोत कौन से हैं?
इसे सुनेंरोकेंमानव द्वारा कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि का ऊर्जा स्रोत कहा जाता है. इन ऊर्जा स्रोतों का निर्माण वनस्पतियों और जीवों के भूमि में दबने के कारण हुआ है, इसलिए इन्हें जीवाश्म ऊर्जा स्रोत भी कहा जाता है. ये ईंधन भूगर्भ में करोड़ों वर्षों में बनते हैं. इनकी उपलब्धता सीमित स्थानों तक ही है
Which Energy Source is the largest Source used in India भारत में उपयोग किया जाने वाला सबसे बड़ा ऊर्जा स्रोत कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंसूर्य की रोशनी ही सौर-ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है। इस दृष्टि से भारत भाग्यशाली है। यहाँ वर्ष के औसतन 300 दिन सूर्य की रोशनी में नहाए होते हैं। इस पैमाने पर भारत, विश्व के ध्रुवीय देशों, विषुवत-रेखीय और उन अन्य भौगोलिक प्रदेशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है, जहाँ सूर्य की रोशनी इतनी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होती