सामाजिक गतिशीलता क्या है इसके प्रकारों का वर्णन कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंव्यक्तियों, परिवारों या अन्य श्रेणी के लोगों का समाज के एक वर्ग (strata) से दूसरे वर्ग में गति सामाजिक गतिशीलता (Social mobility) कहलाती है। इस गति के परिणामस्वरूप उस समाज में उस व्यक्ति या परिवार की दूसरों के सापेक्ष सामाजिक स्थिति (स्टैटस) बदल जाता है।
आधुनिक काल में सामाजिक गतिशीलता की क्या स्थिति है?
इसे सुनेंरोकेंसामाजिक गतिशीलता व्यक्तियों, परिवारों, या समाज में सामाजिक सीढ़ी से ऊपर या नीचे की ओर बढ़ना है, जैसे निम्न-आय से मध्यम वर्ग में जाना । सामाजिक गतिशीलता का उपयोग अक्सर धन में परिवर्तन का वर्णन करने के लिए किया जाता है, लेकिन इसका उपयोग सामान्य सामाजिक प्रतिष्ठा या शिक्षा का वर्णन करने के लिए भी किया जा सकता है
गतिशीलता के लिए क्या आवश्यक है?
इसे सुनेंरोकेंपृथ्वी गतिशील है, इसी गतिशीलता का नतीजा है कि इससे जीवन उपजा है। अगर यह स्थिर होती तो इस पर जीवन होना संभव ही नहीं था। इसलिए इस सृष्टि में गतिशीलता नामक कोई चीज है, जिसमें हर प्राणी शामिल है, लेकिन अगर सृष्टि में गति है तो उस गति का विराम भी होना चाहिए। दरअसल, निश्छलता या स्थिरता की कोख से ही गति का जन्म होता है
सामाजिक गतिशीलता को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?
इसे सुनेंरोकेंजाति-व्यवस्था वाले समाज में तो उदग्र सामाजिक गतिशीलता को हतोत्साहित किया जाता है । दूसरी ओर जटिल समाजों में व्यापार, शिक्षा, सेना एवं अन्य क्षेत्रों में नौकरशाही ही व्यापक व्यवस्था होने के कारण सामाजिक गतिशीलता के अवसर अधिक होते है । सामाजिक गतिशीलता के लिए उत्तरदायी दूसरा कारक जनसंख्यात्मक है ।
सामाजिक परिवर्तन से आप क्या समझते है?
इसे सुनेंरोकेंसामाजिक परिवर्तन, समाज के आधारभूत परिवर्तनों पर प्रकाश डालने वाला एक विस्तृत एवं कठिन विषय है। इस प्रक्रिया में समाज की संरचना एवं कार्यप्रणाली का एक नया जन्म होता है। इसके अन्तर्गत मूलतः प्रस्थिति, वर्ग, स्तर तथा व्यवहार के अनेकानेक प्रतिमान बनते एवं बिगड़ते हैं। समाज गतिशील है और समय के साथ परिवर्तन अवश्यंभावी है।
सामाजिक गतिशीलता क्या है भारत में सामाजिक?
इसे सुनेंरोकेंसामाजिक गतिशीलता से मोटेतौर पर हमारा आशय व्यक्ति अथवा समूह की प्रस्थिति मे परिवर्तन से होता है। प्रस्थिति का एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु मे जाना क्षैतिज अथवा ऊर्ध्वाधर हो सकता है, जो किसी क्षेत्र विशेष जैसे, शिक्षा, व्यवसाय, आय, सामाजिक शक्ति एवं सामाजिक वर्ग या इनमे से कुछ अथवा सभी क्षेत्रों मे हो सकता है
समाजशास्त्र क्या है इसके विषय क्षेत्र का वर्णन कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंप्रमुख विद्वानों द्वारा विभिन्न दृष्टिकोणों के आधार पर समाजशास्त्र की जो परिभाषाएँ दी गई हैं उनसे स्पष्ट ज्ञात होता है कि समाजशास्त्र मुख्य रूप से समाज, सामाजिक सम्बन्धों, सामाजिक जीवन, सामाजिक घटनाओं, व्यक्तियों के व्यवहार एवं कार्यों, सामाजिक समूहों एवं सामाजिक अन्तक्रियाओं का अध्ययन करने वाला विषय है।
सामाजिक स्तरीकरण की विशेषताएँ क्या हैं?
इसे सुनेंरोकेंSamajik starikaran arth paribhasha visheshtayen aadhar;समाज मे सभी व्यक्ति एक से नही होते। आदिम समाज सरल होते है। उनमे सामाजिक और सांस्कृतिक भेद कम होते है। ऐसे समाजों मे व्यक्ति की सामाजिक स्थिति और उसके कार्यों का निर्धारण प्रधानतया जैविक तत्वों जैसे– आयु, लिंग, शारिरीक एवं मानसिक क्षमता के द्वारा ही होता है
सामाजिक गतिशीलता की प्रमुख विशेषताएँ क्या है सामाजिक गतिशीलता में वृद्धि के कारकों का वर्णन कीजिए?
मानव शरीर में गतिशीलता कैसे संभव होती है?
इसे सुनेंरोकेंगतिशीलता (motility) जीवविज्ञान में ऊर्जा का प्रयोग करके स्वयं को जगह-से-जगह हिला पाने की क्षमता को गतिशीलता कहते हैं। ज़्यादातर जानवर गतिशील होते हैं हालांकि यह शब्द एककोशिकीय और सरल बहुकोशिकीय जीवों के लिए भी प्रयोग होता है।
सामाजिक गतिशीलता की प्रमुख विशेषताएं क्या है?