शीत युद्ध के परिणाम क्या हुए?

शीत युद्ध के परिणाम क्या हुए?

इसे सुनेंरोकेंशीत युद्ध (Cold War) का परिणाम यह हुआ कि विश्व मे दो गुटो का निर्माण हो गया एक नाटो (NATO) ,वारसा (VARSA) जहा नाटो अमेरिका का गट था वही वारसा रूस का था और इन दोनों गुटों ने विश्व को अपने अपने गुटो में मिलाना शुरू कर दिया जिस कारण विश्व के सामने अनेक समस्याये उत्पन्न हो गयी उसी बीच गुटनिरपेक्ष नाम का प्रथक गट बना जिसमे …

शीत युद्ध के उदय के क्या कारण थे?

शीतयुद्ध की उत्पत्ति

  • पूंजीवादी और साम्यवादी विचारधारा का प्रसार
  • सोवियत संघ द्वारा याल्टा समझौते का पालन न किया जाना
  • सोवियत संघ और अमेरिका के वैचारिक मतभेद
  • सोवियत संघ का एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभरना
  • ईरान में सोवियत हस्तक्षेप
  • टर्की में सोवियत हस्तक्षेप
  • यूनान में साम्यवादी प्रसार
  • द्वितीय मोर्चे सम्बन्धी विवाद

सोवियत संघ में कौन कौन से देश थे?

सोवियत संघ

पूर्ववर्ती अनुगामी
रूसी सो.सं.स.ग. पार-कॉकस सो.सं.स.ग. यूक्रेनी सो.स.ग. बेलारूसी सो.स.ग. रूस जॉर्जिया युक्रेन मोल्दोवा बेलारूस आर्मीनिया अज़रबैजान काज़ाख़स्तान उज़बेकिस्तान तुर्कमेनिस्तान किरगिज़स्तान ताजिकिस्तान एस्टोनिया३ लातविया३ लिथुआनिया३

शीत युद्ध की समाप्ति के बाद क्या गुटनिरपेक्षता की नीति प्रसांगिक अथवा उपयोगी है समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंशीत युद्ध की राजनीति का त्याग करना और स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का अनुसरण करना। सैन्य गठबंधनों से पर्याप्त दूरी बनाए रखना। साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद का विरोध करना। रंगभेद की नीति के विरुद्ध संघर्ष की शुरुआत करना और मानवाधिकारों की रक्षा के लिये यथासंभव प्रयास करना

शीत युद्ध के प्रमुख साधन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंशीत युद्ध का प्रमुख साधन प्रचार था। यह वाक युद्ध था। शीत युद्ध का दूसरा प्रमुख साधन शक्ति का प्रदर्शन था। शीत युद्ध का अन्य साधन जासूसी था

शीत युद्ध की समाप्ति की घोषणा किसने और कब की?

इसे सुनेंरोकेंसोवियत संघ ने 1 जुलाई, 1991 को अपने सैनिक गठबन्धन ‘वारसा पैक्ट’ की समाप्ति की घोषणा कर दी। 31 जुलाई, 1991 में दोनों देशों में मास्को में एक बैठक हुई जिसमें सर्वाधिक खतरनाक व विनाशकारी हथियारों में कटौती के लिए स्टार्ट सन्धि पर हस्ताक्षर किए गए