स्त्री का मीनिंग क्या होता है?
इसे सुनेंरोकें[सं-स्त्री.] नारी; औरत 2. पत्नी।
स्त्री का पर्यायवाची शब्द क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसुन्दरी, कान्ता, कलत्र, वनिता, नारी, महिला, अबला, ललना, औरत, कामिनी, रमणी। Sundaree, Kaanta, Kalatr, Vanita, Naaree, Mahila, Abala, Lalana, Aurat, Kaaminee, Ramanee
स्त्री का जन्म कैसे हुआ?
इसे सुनेंरोकेंभगवान ने कहा- यह मेरी अद्भुत रचना है। देवदूत ने नजदीक जाकर स्त्री को हाथ लगाया और कहा- भगवान यह तो बहुत नाजुक है। भगवान ने कहा- हां, यह बाहर से बहुत ही नाजुक है, मगर इसे अंदर से बहुत मजबूत बनाया है। इसमें हर परिस्थितियों का संभालने की ताकत है।
नारी के कितने रूप होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंनारी के अनेक रूप होते हैं। वो हर कदम- कदम पर मां, बेटी, बहन और पत्नी बन कर अपने परिजनों के जीवन में खुशियां भरने का काम करती है। इसलिए ही तो कहा गया है कि ‘नारी एक और उसके रूप अनेक। घर परिवार की रौनक स्त्री के बिना फीकी सी पड़ जाती है तभी तो औरतों को घर की लक्ष्मी और अन्नपूर्णा कहा भी जाता है।
स्त्री का बहुवचन क्या होगा?
इसे सुनेंरोकेंस्त्री का बहुवचन स्त्रियां होता है
स्त्री को संस्कृत में क्या कहते है?
स्त्री Stri Meaning in Sanskrit
1 | अङ्गना Angana | noun |
---|---|---|
2 | अबला Abla | noun |
3 | कलत्रम् Kalatram | noun |
4 | कामिनी Kamini | noun |
5 | गृहिणी Grihini | noun |
बादल का पर्यायवाची शब्द क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमेरे प्यारे मित्र आपका सर्च यहां पर पूरा होता है। आपको इस लेख में badal के हिन्दी पर्यायवाची शब्द के अलावा आपको अंग्रेजी में Synonyms भी मिलेगा। पर्यायवाची शब्द, उस शब्द को कहा जाता है जिसका अर्थ लगभग समान होता हो। बादल के अभ्र, मेघ, धर, जलद, जलधर, वारिधर तथा बलाधर आदि मुख्य पर्यायवाची शब्द हैं
हवा का पर्यायवाची शब्द क्या है?
इसे सुनेंरोकेंउम्मीद करती हूं कि आपको हवा (1. पवन, वायु, समीर, अनिल 2.
स्त्री और पुरुष का जन्म कैसे हुआ?
इसे सुनेंरोकेंखासतौर पर उसकी मृत्यु के समय उसकी जैसी सोच रहती है या जिन ख्यालों में रहता वह काफी हद तक उसके अगले जन्म की लिंग और योनी का निर्णय करता है। यानी जो व्यक्ति अपनी मृत्यु के समय पत्नी, पुत्री, बेटी या अन्य स्त्री संबंधियों का ध्यान करता है वह अगले जन्म में खुद भी स्त्री रुप में जन्म लेता है
स्त्री पुरुष कौन है?
इसे सुनेंरोकेंअगर स्त्री और पुरुष की बात की जाए तो स्त्री की तुलना कई देवियों से की जाती है जबकि पुरुषों को कभी भी देव का रूप नहीं कहा गया है. नारी को को दुर्गा, काली, अम्बा, चंडी इत्यादि जैसे अलंकारो से नवाजा गया और उनके रूप को वंदनीय समझा गया.
पुरुष में नारी है कैसे?
इसे सुनेंरोकेंपुरुष को नारी का अस्तित्व स्वीकारना होगा। जब पुरुष नारी के अस्तित्व को स्वीकार करेगा, तभी नारी को समाज में सही अर्थों में समानता का दर्जा प्राप्त होगा। नारी को अपने लिए स्वयं अन्याय के खिलाफ खड़ा होना होगा। जब नारी स्वावलंबी बनकर आगे बढ़ेगी तो एक आदर्श समाज का निर्माण होगा।