पैर छूने का मतलब क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंकिसी के पैर छूने का मतलब है उसके प्रति समर्पण भाव जगाना। जब मन में समर्पण का भाव आता है तो अहंकार खत्म हो जाता है। पुराने समय से ही परंपरा चली आ रही है कि जब भी हम किसी विद्वान व्यक्ति या उम्र में बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो उनके पैर छुते हैं। इस परंपरा को मान-सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है
पैर क्यों नहीं छूना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंआमतौर पर हम यही प्रयास करते हैं कि हमारा पैर किसी को न लगे, क्योंकि ऐसा करना अनुचित व्यवहार माना जाता है। जब कोई हमारे पैर छूता है तो हमें इससे भी दोष लगता है। इस दोष से बचने के लिए मन ही मन भगवान से क्षमा मांगनी चाहिए
कैसे सही धनुष पैर करने के लिए स्वाभाविक रूप से?
बुरा चलने की आदतों, शारीरिक सुधार द्वारा गठित बदसूरत पैर वक्र को सही करने में आपकी सहायता करें।…पहनने के कदम:
- बकल के माध्यम से लेग स्ट्रैप रखें
- उचित स्थिति में खींचें और पेस्ट करें
- आयरन बकल के माध्यम से घुटने के स्ट्रैप को पास करें और इसे चिपकाएं
- जांघ बैंड पहनने को पूरा करने के लिए एक ही कदम के साथ
मां बाप के पैर छूने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंमाता-पिता, गुरु और खुद से उम्र, अनुभव व ज्ञान में बड़े लोगों के चरण छूकर आशीर्वाद लेना सौभाग्य का प्रतीक समझा जाता है। कहते हैं कि स्वयं से बड़े व आदरणीय लोगों के चरण स्पर्श करने से जीवन को ऊर्जा मिलती है। खासतौर से माता-पिता के चरण स्पर्श का सबसे ज्यादा महत्व है।
गुरु तथा अपने से बड़ों के चरण स्पर्श करने से क्या लाभ मिलता है?
इसे सुनेंरोकेंमाता- पिता और गुरु के चरण स्पर्श करने से धन और विवाह संबंधी सारी बाधाएं दूर हो जाएगी। किसी संत या वरिष्ठ व्यक्ति का चरण हमें हमेशा अपना सिर दोनों हाथों के बीच में रखते हुए अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को झुका कर करना चाहिए। साथ ही पैर छूते समय उस व्यक्ति के प्रति पूरा आदर एवं सम्मान की भावना होनी चाहिए
पैर किसका छूना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंपुरानी परंपरा है कि बड़ों के पैर छूना चाहिए, इसे उनका मान-सम्मान बढ़ता है, बड़ों के आशीर्वाद से बढ़ता है हमारा आत्मविश्वास रिलिजन डेस्क। पुराने समय से ही परंपरा चली आ रही है कि जब भी हम किसी विद्वान व्यक्ति या उम्र में बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो उनके पैर छूते हैं। इस परंपरा को मान-सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
माता पिता के पैर छूने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंमाता-पिता, गुरु और खुद से उम्र, अनुभव व ज्ञान में बड़े लोगों के चरण छूकर आशीर्वाद लेना सौभाग्य का प्रतीक समझा जाता है। कहते हैं कि स्वयं से बड़े व आदरणीय लोगों के चरण स्पर्श करने से जीवन को ऊर्जा मिलती है।
पैरों को सीधा कैसे करें?
इसे सुनेंरोकेंटेढ़े पैर को सीधा करने के लिए इस प्रक्रिया को कई बार दोहराया जाता है। इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए सर्जरी की जाती है। डाॅक्टर के सुझाव के अनुसार ऑपरेशन के बाद खास तरह के जूते और ब्रेसेस बच्चों को पहनाए जाते हैं और उन्हें स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने की सलाह भी दी जाती है