सूचना का अधिकार 2005 क्या है विस्तार से समझाइए?

सूचना का अधिकार 2005 क्या है विस्तार से समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंसूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 यह प्रावधान करता है कि यदि मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्त पद पर नियुक्त होते समय उम्मीदवार किसी अन्य सरकारी नौकरी की पेंशन या अन्य सेवानिवृत्ति लाभ प्राप्त करता है तो उस लाभ के बराबर राशि को उसके वेतन से घटा दिया जाएगा, लेकिन इस नए संशोधन विधेयक में इस प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है …

आरटीआई आवेदन कैसे करे?

इसे सुनेंरोकेंसूचना उपलब्ध् कराते समय प्रथम अपील अधिकारी का नाम व पता अवश्य बतायें। ये सब लिखने के बाद अपने हस्ताक्षर कर दें। केंद्र से सूचना मांगने के लिए आप 20 रु देते है और एक पेपर की कॉपी मांगने के 2 रु देते है। हर राज्य का RTI शुल्क अगल अलग है जिसका पता आप कर सकते हैं।

सूचना का अधिकार के अंतर्गत जानकारी प्राप्त करने की विधि क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसूचना प्राप्त करने के लिए नागरिकों के लिए उपलब्ध सुविधाएं सी-डॉट कॉर्पोरेट वेबसाइट का संचालन रहा है। जानकारी प्राप्त करने के इच्छुक नागरिक वेबसाइट देख सकते हैं। सूचना का अधिकार कानून के अंतर्गत सूचना अधिकारियों की सूची भी वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।

व्यक्तिगत सूचना क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइस धारा से संबंधित सूचनाओं को न देने की पहली शर्त यह है कि सूचनाएं प्रकृति मंे व्यक्तिगत हो और द्वितीय शर्त यह है कि सूचना का लोक क्रियाकलाप या हित से संबंध न हो। व्यक्तिगत सूचना वही हो सकती है जो कि किसी शासकीय एजेंसी से संबंधित न हो तथा जो कि शासन के पास बिना लोक- क्रियाकलाप के पहुंच गई हो।

सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 8 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआरटीआई कार्यकर्ता अंजली भारद्वाज के अनुसार, अक्सर सूचना न देने के लिए धारा 8 (1) (जे) का उल्लेख किया जाता है. “यह जानकारी गैर कानूनी रूप से रोकी जाती है. किसी मामले में यदि अपील प्राधिकरण के केन्द्रीय या राज्य जन सूचना अधिकारी को लगता है कि सूचना देना व्यापक जन हित में है तो इस संबंध में आवश्यक आदेश दिया जा सकता है

सूचना का अधिकार रोकने में कौन मदद करता है?

इसे सुनेंरोकेंआरटीआई अधिनियम सभी नागरिकों को लोक प्राधिकरण द्वारा धारित सूचना की अभिगम्यता का अधिकार प्रदान करता है. यदि आपको किसी सूचना की अभिगम्यता प्रदान करने से मना किया गया हो तो आप केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के समक्ष अपील/ शिकायत दायर कर सकते हैं.

आरटीआई में प्रथम अपील कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंप्रथम अपील आप डाक द्वारा या व्यक्तिगत रूप से संबंधित कार्यालय में जाकर जमा करा सकते हैं। प्रथम अपील के साथ आरटीआई आवेदन, लोक सूचना अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना (यदि उपलब्ध कराई गई है तो) एवं आरटीआई आवेदन के साथ दिए गए शुल्क की रसीद आदि की फोटोकॉपी लगाना न भूलें।

सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 6 1 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंधारा 6 (1) – सूचना अधिकार के तहत आवेदन (RTI) का आवेदन लिखने का धारा है। धारा 6 (3) – अगर आपका आवेदन गलत विभाग में चला गया है। तो वह विभाग इसको 6 (3) धारा के अंतर्गत सही विभाग मे 5 दिन के अंदर भेज देगा। धारा 7(5) – इस धारा के अनुसार BPL कार्ड वालों को कोई आरटीआई शुल्क नही देना होता