1911 में क्या हुआ?

इसे सुनेंरोकेंवर्ष ईसवी सन् 1911 में घटी महत्त्वपूर्ण घटनाएँ 30 जनवरी – ‘कैनेडियन नेवल सर्विस’ का नाम बदलकर ‘रॉयल कैनेडियन नेवी’ किया गया। 8 मार्च – अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रथम बार मनाया गया था। 12 दिसंबर – भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई।

1915 में भारत की राजधानी कौन सी थी?

इसे सुनेंरोकेंजानें कैसे बनी दिल्ली भारत की राजधानी… – उस समय भारत के शासक किंग जॉर्ज पंचम ने 12 दिसंबर 1911 में दिल्ली दरबार में इसकी आधारशिला रखी थी. बाद में ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर हरबर्ट बेकर और सर एडविन लुटियंस ने नए शहर की योजना बनाई थी

१९१५ में भारत की राजधानी कहाँ है?

इसे सुनेंरोकेंबदायूं: इल्तुतमिश साम्राज्य की राजधानी। आगरा: लोधी वंश के समय सिकंदर लोधी की राजधानी। सुल्तान सिकंदर लोदी (1488–1517) 1506 में अपनी राजधानी को दिल्ली से आगरा स्थानांतरित करने वाले पहले व्यक्ति थे। विजयनगर: विजयनगर साम्राज्य की राजधानी 1571 से लेकर 1585 तक, जब पानी की कमी के कारण इसे छोड़ दिया गया था।

दिल्ली दरबार कब आयोजित किया गया?

इसे सुनेंरोकेंपहला दिल्ली दरबार सन 1877 में लार्ड लिटन ने आयोजित किया। जिसमें महारानी विक्टोरिया को भारत की साम्राज्ञी घोषित किया गया। जबकि दूसरा दिल्ली दरबार सन1903 में आयोजित हुआ। जिसमें बादशाह एडवर्ड सप्तम की ताजपोशी की घोषणा की गई थी

भारत की राजधानी दिल्ली कब बनी?

इसे सुनेंरोकें13 फरवरी 1931 को भारत की नई राजधानी के रूप में दिल्ली का उद्घाटन किया गया था। दिल्ली को राजधानी बनाने की घोषणा 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली दरबार में की गई थी।

कोलकाता से पहले भारत की राजधानी कौन सी थी?

इसे सुनेंरोकेंदिल्ली का नाम ऐतिहासिक विरासत के साथ ही भारत की राजधानी होने के कारण दुनियाभर में मशहूर है। लेकिन पहले देश की राजधानी कलकत्ता (मौजूदा समय में कोलकाता) हुआ करती थी। तो आखिर क्यों और कैसे दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया गया, जानते हैं इसकी दिलचस्प कहानी।

भारत की राजधानी इलाहाबाद कब बनी थी?

इसे सुनेंरोकें1858 ई० — आजादी के प्रथम संग्राम 1857 के पश्चात ईस्ट इंडिया कंपनी ने मिंटो पार्क में आधिकारिक तौर पर भारत को ब्रिटिश सरकार को सौंप दिया था। इसके बाद शहर का नाम इलाहाबाद रखा गया तथा इसे आगरा-अवध संयुक्त प्रांत की राजधानी बना दिया गया।