प्रकाश क्या है उत्तर?
इसे सुनेंरोकेंवस्तुओं का रंग (Colour of Objects) : प्रकाश किरों जब वस्तुओं पर पड़ती हैं तो वे वस्तु से परावर्तित होकर देखने वाले की आँखों में प्रवेश करती है और वस्तु दिखाई देने लगती है। वस्तुएं प्रकाश का कुछ भाग परावर्तित करती हैं तथा कुछ भाग अवशोषित करती है प्रकाश का परावर्तित भाग ही वस्तुओं का रंग निर्धारित करता हैं।
भू प्रकाश क्या है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर : भू-तापीय ऊर्जा की उत्पत्ति मुख्यतः पृथ्वी में सर्वत्र समाए यूरेनियम, थोरियम और पोटेशियम आइसोटोप के विकिरण और पृथ्वी की कोर में भरे तरल पदार्थ मेग्मा की उपस्थिति से होती है। यह भू-गर्भीय ऊष्मा पृथ्वी के भीतर गतिशील जल द्वारा भू-सतह तक पहुँचती है।
प्रकाश के प्रकार कितने होते हैं?
प्रकाश/Light की परिभाषा – प्रकार, गुण, लाभ, हानि, स्रोत, गति
- पराबैंगनी किरणें – Ultraviolet rays.
- अवरक्त किरणें – Infrared rays.
- दृश्य किरणें – Visible rays.
प्रकाश क्या है प्रकाश के गुण?
इसे सुनेंरोकेंप्रकाश एक उर्जा है जिसका तरंगदैर्घ्य (wavelength) दृश्य सीमा के भीतर होता है, प्रकाश के सबसे छोटे कण को फोटोन कहते हैं। प्रकाश विद्युतचुंबकीय विकिरण का एक छोटा रूप है। विद्युतचुंबकीय विकिरण के अंतर्गत दृष्य प्रकाश, एक्स-किरण, गामा-किरण, रेडियो तरंगे आदि आते हैं
लाइट की स्पेलिंग क्या होगी?
इसे सुनेंरोकेंलाइट (Lait) meaning in English – लाइट मीनिंग – Translation.
भू आकृति विज्ञान के जनक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंसंभवतः विंची प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने कहा कि अपरदन प्रक्रिया के परिणामस्वरूप नदी अपनी घाटी का निर्माण स्वयं करती है। स्कॉटलैंड निवासी जेम्स हट्टन आधुनिक भू-आकृति विज्ञान के जन्मदाता कहे जाते हैं। पृथ्वी के इतिहास में चक्रीय व्यवस्था का सिद्धान्त हट्टन ने ही प्रतिपादित किया था
प्रकाश का परावर्तन के कितने नाम है?
इसे सुनेंरोकेंपरावर्तन के नियम :- 1. आपतित किरण,परावर्तित किरण,अभिलंब तीनों एक ही तल में होते हैं। 2. आपतन कोण(i) तथा परावर्तन कोण(r) दोनों बराबर होते है।
प्रकाश के परावर्तन कितने हैं?
प्रकाश तरंग की अनुप्रस्थ प्रकृति क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअत: प्रकाश तरंग का माध्यम द्रव्य नहीं हो सकता। वह कोई विलक्षण पदार्थ है और इन तरंगों की अनुप्रस्थता के कारण यह भी निर्विवाद है कि ईथर कोई ठोस अथवा जेली (Jelly) के सदृश अर्धठोस (Semisolid) पदार्थ है, क्योंकि द्रवों और गैसों में दृढ़ता के अभाव के कारण अनुप्रस्थ तरंग चल ही नहीं सकती।