प्रबोध की हिंदी योग्यता क्या है?
इसे सुनेंरोकेंवे सभी भाषी अधिकारी कर्मचारी जिन्हें अधिकारी कर्मचारियों को भी अधिकारी कर्मचारी जिन्हें हिंदी मिडिल स्तर तक का हिंदी का ज्ञान प्राज्ञ स्तर का प्रशिक्षण का ज्ञान प्राइमरी स्तर का नहीं नहीं है, सीधे प्रवेश ले सकते हैं। अनिवार्य है। है, प्रबोध प्रशिक्षण के पात्र हैं।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए कितने पाठ्यक्रम निर्धारित है?
इसे सुनेंरोकेंवैयक्तिक वेतन– हिंदी भाषा, हिंदी शब्द संसाधन/हिंदी टंकण एवं हिंदी आशुलिपि की परीक्षाएँ उत्तीर्ण करने पर केंद्र सरकार के अधिकारियों/कर्मचारियों को 12 महीने की अवधि के लिए एक वेतन वृद्धि के बराबर का वैयक्तिक वेतन दिया जाता है।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए निर्धारित प्रारंभिक पाठ्यक्रम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजिन अधिकारियों कर्मचारियों को सचिवालयीन कार्य, टिप्पणी-लेखन तथा पत्र-व्यवहार करना पड़ता है, उनके लिए प्राज्ञ प्रशिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य है। रखते हैं, को उनकी पात्रतानुसार हिंदी भाषा और हिंदी टंकण का प्रशिक्षण दिया जाए ।
राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठकों की अवधि कितनी है?
इसे सुनेंरोकेंनगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की वर्ष में तीन बैठकें समिति के अध्यक्ष की अध्यक्षता में अलग-अलग कार्यालयों में आयोजित की जाए तथा अंतिम बैठक समिति के अध्यक्ष के कार्यालय में ही आयोजित की जाएं और उसमें राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहें ताकि वर्ष भर की गतिविधियों और प्रगति की समीक्षा की जा सके और पाई गई …
इसे सुनेंरोकेंप्राज्ञ PRAGYA – इसमें प्रवीण पास प्रशिक्षार्थी अथवा ऐसे सभी कर्मचारी/अधिकारी जिनका हिंदी का ज्ञान हाईस्कूल स्तर से कम है और जिनकी मातृभाषा अर्दू, सिंधी, पंजाबी, पश्तो, कश्मीरी या डोगरी है, प्राज्ञ पाठ्यक्रम में प्रवेश के पात्र हैं ।
जिनके लिए यह पाठयक्रम अंतिम पाठ्यक्रम के रूप में निर्धारित किया गया है। (1) अराजपत्रित कर्मचारियों को उत्तीर्णांक लेकर प्राज्ञ परीक्षा उत्तीर्ण करने पर।…
1. | 97 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने पर | 2400/- |
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2. | 95 प्रतिशत या इससे अधिक परंतु 97 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने पर | 1600/- |
प्रबोध परीक्षा में 70% अंक प्राप्त करने पर कितना नगद पुरस्कार मिलता है?
राजपत्रित अधिकारियों को प्रबोध परीक्षा उत्तीर्ण करने पर वैयक्तिक वेतन नहीं दिया जाता है।…
1. | 70 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने पर | 1600/- |
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2. | 60 प्रतिशत या इससे अधिक परंतु 70 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने पर | 800/- |
3. | 55 प्रतिशत या इससे अधिक परंतु 60 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने पर | 400/- |
राजभाषा अधिनियम की धारा 3 3 कब से प्रवृत्त हुई?
इसे सुनेंरोकेंयह अधिनियम राजभाषा अधिनियम, 1963 कहा जा सकेगा। धारा 3, जनवरी, 1965 के 26 वें दिन को प्रवृत्त होगी और इस अधिनियम के शेष उपबन्ध उस तारीख को प्रवृत्त होंगे जिसे केन्द्रीय सरकार,शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियत करे और इस अधिनियम के विभिन्न उपबन्धों के लिए विभिन्न तारीखें नियत की जा सकेंगी।
केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना कब हुई?
इसे सुनेंरोकेंहिंदी संस्थान की स्थापना को भारत सरकार के तत्कालीन ‘शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय’ ने एक स्वायत्तशासी संस्था ‘केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल’ का गठन किया और 1 नवम्बर 1960 को इस संस्थान का लखनऊ में पंजीकरण करवाया गया।
केंद्र सरकार के लिपिक कर्मचारियों के लिए अंतिम पाठ्यक्रम क्या है?
इसे सुनेंरोकें(2) राजपत्रित अधिकारियों को 60 प्रतिशत या अधिक अंक लेकर प्रवीण परीक्षा उत्तीर्ण करने पर। (ग) प्राज्ञ परीक्षा – वैयक्तिक वेतन केवल उन्हीं सरकारी अधिकारियों/ कर्मचारियों (राजपत्रित / अराजपत्रित) को प्राज्ञ परीक्षा उत्तीर्ण करने पर दिया जाता है। जिनके लिए यह पाठयक्रम अंतिम पाठ्यक्रम के रूप में निर्धारित किया गया है।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए प्रारंभिक पाठ्यक्रम कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंवे सभी असमिया ओर ओडिया पंजाबी व पश्तो भाषा- अधिकारी कर्मचारी भाषा भाषी अधिकारी भाषी अधिकारी जिन्हें हिंदी का ज्ञान कर्मचारी जिन्हें मिडिल कर्मचारियों के लिए भी प्राइमरी स्तर का नहीं स्तर तक का हिंदी का प्राज्ञ स्तर का प्रशिक्षण है, प्रबोध प्रशिक्षण के ज्ञान नहीं है, सीधे प्रवेश अनिवार्य है। पात्र हैं।
धारा 3 3 क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसंबंधित अधिकारी राजभाषा अधिनियम, 1963 की धारा 3 ( 3 ) के अंतर्गत आने वाले निम्न कागजात पर हस्ताक्षर करने से पूर्व यह सुनिश्चित करें कि ये द्विभाषी जारी हो रहे हैं। ‘क’ और ‘ख’ क्षेत्र में भेजे जाने वाले पत्रों के लिफाफों पर पते हिंदी में लिखे जायें।
राजभाषा अधिनियम में कितनी धाराएं हैं?
इसे सुनेंरोकेंसंविधान सभा ने हिन्दी को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया। इस दिन को अब हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान लागू हुआ। तदनुसार उसमें किए गए भाषायी प्रावधान (अनुच्छेद 120, 210 तथा 343 से 351) लागू हुए।
केंद्रीय हिंदी संस्थान के संस्थापक कौन है?
हिन्दी संस्थान
प्रकार | विश्व में हिंदी शिक्षा, प्रचार-प्रसार एवं प्रकाशन |
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संस्थापक | मानव संसाधन विकास मंत्रालय (तत्कालीन शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय), भारत सरकार |
मुख्यालय | आगरा |
शाखाएँ | आगरा मुख्यालय के अतिरिक्त आठ शाखाएँ हैं जो दिल्ली, हैदराबाद, गुवाहाटी, शिलांग, मैसूर, दीमापुर, भुवनेश्वर और अहमदाबाद में हैं। |