फरका का क्या इलाज है?

फरका का क्या इलाज है?

इसे सुनेंरोकेंयह मिर्गी के उपचार या इससे राहत पाने के लिए एक बिल्कुल अलग ही तरीका है। इस रोग से राहत पाने के लिए कुछ हर्ब्स का उपयोग किया जाता है, ताकि दौरा ना पड़े। इसके लिए कैमोमाइल, पैशन फ्लावर, और वैलेरियन का इस्तेमाल किया जा सकता है। इनके उपयोग से मरीज में जल्दी ही सुधार होने लगता है।

दौरे कैसे पढ़ते हैं?

इसे सुनेंरोकेंमिर्गी (Epilepsy) एक न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर है, जिससे दिमाग में असामान्य तरंगें पैदा होती हैं. दिमाग में गड़बड़ी के चलते इंसान को बार-बार दौरे पड़ने लगते हैं. दौरा पड़ने पर दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है और शरीर लड़खड़ाने लगता है.

मिर्गी आने के क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंकारण मिर्गी के अधिकांश मामलों में, कोई कारण नहीं पाया जाता है। यदि कोई पहचान योग्य कारण मिलता है, तो इसमें आमतौर पर मस्तिष्क क्षति का कोई रूप शामिल होता है। मस्तिष्क न्यूरॉन्स (मस्तिष्क कोशिकाओं), विद्युत आवेगों और रसायनों का एक नाजुक मिश्रण है, जिसे न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में जाना जाता है।

मिर्गी के दौरे के क्या लक्षण है?

इसे सुनेंरोकेंदौरे के समय व्यक्ति का दिमागी संतुलन पूरी तरह से गड़बड़ा जाता है और उसका शरीर लड़खड़ाने लगता है। इसका प्रभाव शरीर के किसी एक हिस्से पर देखने को मिल सकता है, जैसे चेहरे, हाथ या पैर पर। इन दौरों में तरह-तरह के लक्षण होते हैं, जैसे कि बेहोशी आना, गिर पड़ना, हाथ-पांव में झटके आना। मिर्गी किसी एक बीमारी का नाम नहीं है।

बुखारी दौरे क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनन्हें शिशुओं और छोटे बच्चों (६ वर्ष से कम) में बुखार के दौरान आने वाले झटकों, अकड़न और बेहोशी के दौरों को फेब्राइल कन्वल्शन (febrile convulsion या febrile seizure या fever fit) या बुख़ारी दौरे कहते हैं।

मिर्गी के दौरे क्यों पड़ते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजब दिमागी गड़बड़ी की वजह से से किसी व्‍यक्ति को बार-बार दौरे आते हैं तो इसे मिर्गी कहते हैं. बच्‍चों में यह समस्‍या प्रमुख तौर पर पाई जाती है. ग्रामीण इलाकों में तो मिर्गी के ऐसे भी मरीज हैं, ज‍िनका कभी भी इलाज नहीं हो पाता है. म‍िर्गी बच्‍चों में गंभीर किस्‍म की बीमारी होता है.

दौड़ा के क्या लक्षण होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंदौरे के समय व्यक्ति का दिमागी संतुलन पूरी तरह से गड़बड़ा जाता है और उसका शरीर लड़खड़ाने लगता है। इसका प्रभाव शरीर के किसी एक हिस्से पर देखने को मिल सकता है, जैसे चेहरे, हाथ या पैर पर। इन दौरों में तरह-तरह के लक्षण होते हैं, जैसे कि बेहोशी आना, गिर पड़ना, हाथ-पांव में झटके आना।

दिल के दौरे से पीड़ित व्यक्ति को आप कैसे पहचानेंगे?

इसे सुनेंरोकेंसीने में जकड़न और बेचैनी, सांसों का तेजी से चलना, चक्कर के साथ पसीना आना, नब्ज कमजोर पड़ना और बेचैनी होने जैसी हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षणों को पहचानें। समय रहते डॉक्टर तथा अस्पताल से संपर्क करें।

बच्चे को झटके क्यों आते हैं?

इसे सुनेंरोकेंबच्चा अगर developmentally normal है तो सामान्यतः ये Fits, झटके benign रहते है। लेकिन कई बच्चो में developmental delay हो जाता है तो उन बच्चो में अगर fits आये तो निश्चित रूप से evaluate करना चाहिए। कभी कभी झटके शरीर में हुए imbalance के वजह से जैसे की calcium , magnesium कम होने के कारन भी fits आते है।

मिर्गी के दौरे में क्या खाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंमिर्गी के मरीजों के लिए फायदेमंद- जिन लोगों को मिर्गी के दौरे आते हैं, उन लोगों के लिए नारियल तेल बहुत फायदेमंद है. नारियल तेल से बनाया गया भोजन खाने से मिर्गी के मरीज को मस्तिष्क में ऊर्जा मिलती है, जिससे दौरे आना कम हो जाते हैं.

साइलेंट अटैक के लक्षण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसाइलेंट हार्ट अटैक में व्यक्ति छाती में दर्द की बजाय जलन महसूस करता है, साथ ही कमजोरी और अनावश्यक थकान जैसे लक्षण भी महसूस करता है। ऐसे में ज़ाहिर है कि व्यक्ति इसे पूरी तरह हार्ट अटैक की श्रेणी में देख पाने में असमर्थ होता है, क्योंकि ये एसिडिटी, अपच, डीहाइड्रेशन, थकान आदि के भी लक्षण हो सकते हैं।