विप्रो के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

विप्रो के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

इसे सुनेंरोकेंवर्तमान अध्यक्ष (Chairman), प्रबंध निदेशक (Managing Director) तथा अधिकांश अंशधारिता स्वामी अजीम प्रेमजी (Azim Premji) हैं, जो विप्रो की स्थापना के समय से ही सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर प्रभागों के प्रमुख हैं।

विप्रो की स्थापना कब हुई?

29 दिसंबर 1945, भारतविप्रो / स्थापना की तारीख और जगह

विप्रो के संस्थापक कौन है?

एम०एच० हाशम प्रेमजीविप्रो / संस्थापक

विप्रो की फुल फॉर्म क्या है?

इसे सुनेंरोकेंWipro का इतिहास यह एक भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी है जिसे मोहम्मद हाशम प्रेमजी ने 1945 में वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड के रूप में स्थापित किया था जिसे बाद में विप्रो के नाम से जाना गया.

कौन से उद्योगपति भारत में अपनी व्यक्तिगत संपत्ति का दान करने वाले सबसे बड़े दाता हैं?

इसे सुनेंरोकेंजमशेदजी ने अपनी दो तिहाई संपत्ति ट्रस्ट को दे दी थी, जो शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्रों में आज भी काम कर रहा है। उन्होंने 1892 से ही दान देना शुरू कर दिया था। इस सूची में एकमात्र दूसरे भारतीय उद्योगपति अजीम प्रेमजी हैं, जिन्होंने करीब 22 अरब डॉलर की अपनी पूरी संपत्ति दान कर दी है।

अजीम प्रेमजी कौन से धर्म के हैं?

इसे सुनेंरोकेंअजीम प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को मुंबई के एक निज़ारी इस्माइली शिया मुस्लिम परिवार में हुआ। इनके पूर्वज मुख्यतः कछ (गुजरात) के निवासी थे।

भारत का सबसे बड़ा दानी कौन है?

ये हैं भारत के सबसे बड़े दानी

  • अजीम प्रेमजी एंड फैमिली विप्रो के संस्थापक और अध्यक्ष अजीम प्रेमजी इस सूची में सबसे ऊपर हैं.
  • शिव नाडर एंड फैमिली
  • मुकेश अंबानी एंड फैमिली
  • कुमार मंगलम एंड फैमिली
  • अनिल अग्रवाल एंड फैमिली
  • अजय पीरामल एंड फैमिली
  • नंदन निलेकणि
  • हिंदुजा भाई

India में सबसे ज्यादा दान कौन करता है?

India Biggest Philanthropists : सॉफ्टवेयर प्रमुख विप्रो ( Wipro) के संस्थापक अजीम प्रेमजी ( Azim Premji) की गिनती भारत के सबसे परोपकारी रईसों (philanthropist ) में होती है.

  • हर दिन 27 करोड़ रुपये का दान
  • शिव ऩादर दूसरे नंबर पर
  • नंदन नीलेकणि ने दिया ज्यादा दान
  • राकेश झुनझुनवाला सबसे उदार दानवीर
  • महिलायें भी दान देने में आगे
  • अजीम प्रेमजी के माताजी का नाम क्या था?

    एम०एच० हाशम प्रेमजीअज़ीम प्रेमजी / पिता