औद्योगिकरण के समाज पर क्या प्रभाव पड़ते हैं?

औद्योगिकरण के समाज पर क्या प्रभाव पड़ते हैं?

इसे सुनेंरोकेंऔद्योगीकरण के फलस्वरूप प्रति व्यक्ति आय और राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है, जो आर्थिक विकास की परिचायक है। औद्योगीकरण राष्ट्र के सामाजिक और आर्थिक ढाँचे में आमूल-चूल परिवर्तन करता है। औद्योगीकरण के कारण वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित होने से प्राचीन मान्यताएँ ध्वस्त हो जाती हैं।

अनौद्योगीकरण से आप क्या समझते हैं वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंऔद्योगीकरण एक सामाजिक तथा आर्थिक प्रक्रिया का नाम है। इसमें मानव-समूह की सामाजिक-आर्थिक स्थिति बदल जाती है जिसमें उद्योग-धन्धों का बोलबाला होता है। वस्तुत: यह आधुनीकीकरण का एक अंग है। बड़े-पैमाने की उर्जा-खपत, बड़े पैमाने पर उत्पादन, धातुकर्म की अधिकता आदि औद्योगीकरण के लक्षण हैं।

औद्योगिक कार्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंऔद्योगिक संबंध एक बहु-विषयक कार्य क्षेत्र है जो रोजगार संबंध का अध्ययन करता है। औद्योगिक संबंधों को तेजी से रोजगार संबंध कहा जाने लगा है, ऐसा गैर-औद्योगिक रोजगार संबंधों के महत्व के कारण हुआ है।

औद्योगिकरण ने समाज में कौन से परिवर्तन उत्पन्न किए विस्तार से समझाइये?

इसे सुनेंरोकेंऔद्योगिकरण और आर्थिक विकास को समानार्थी माना जाता है। तीव्र औद्योगिकरण के कारण उपलब्ध संसाधनों का बेहतर और अधिक कुशलतापूर्वक उपयोग होता है जिसके परिणामस्वरूप तीव्र आर्थिक वृद्धि, अधिक रोजगार का सृजन और पूँजी निर्माण होता है जिससे जीवन स्तर में तेजी से सुधार होता है।

औद्योगिकीकरण के परिणाम स्वरूप संयुक्त परिवार कैसे बदल गया?

इसे सुनेंरोकें’औद्योगीकरण’ और ‘नगरीकरण’ विकास प्रक्रिया का ही एक अंग है। वस्तुत: यह आधुनीकीकरण का एक अंग है, जिसमें उद्योग-धन्धों का बोलबाला होता है। निवास स्थान में कमी, गन्दी बस्तियों में वृद्धि, नैतिक मूल्यों में परिवर्तन, संयुक्त परिवार का विघटन; भ्रष्टाचार, संघर्ष तथा प्रतिस्पर्धा में वृद्धि।

औद्योगीकरण के बाद समाज में कौन से सामाजिक परिवर्तन देखने को मिले?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक जीवन में परिवर्तन- औद्योगिक स्थानों पर बड़ेबड़े नगरों का विकास हुआ । नगरीय समुदाय के सदस्य विभिन्न गाँवों से सम्बन्धित होते हैं, जिनमें ‘हम’ भावना का अभाव रहता है । क्योंकि एक स्थान पर रहते हुए भी इनकी पृष्ठभूमि अलगअलग होती है । समूह बड़ा होने के कारण सब वैयक्तिक होते हैं।

नगरीकरण क्या है उसके प्रभावों का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंनगरीकरण के फलस्वरूप अब सामाजिक मूल्यों मे परिवर्तन होने लगा है। यह नगरीकरण का एक सामाजिक प्रभाव हैं। व्यक्तिवादी जीवन मूल्यों में सामूहिकता की भावना मे निरंतर कमी होती जा रही है। जीवन में नैतिकता और विश्वास का अभाव होने लगा है और स्वार्थ की भावना बढ़ती जा रही है।

उपनिवेशवाद से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी एक भौगोलिक क्षेत्र के लोगों द्वारा किसी दूसरे भौगोलिक क्षेत्र में उपनिवेश (कॉलोनी) स्थापित करना और यह मान्यता रखना कि यह एक अच्छा काम है, उपनिवेशवाद (Colonialism) कहलाता है।

औद्योगिक शांति क्या है?

इसे सुनेंरोकेंऔद्योगिक शांति श्रमिक-नियोक्ता के मध्य सम्बन्धों में समुचित सुधार के द्वारा ही हासिल की जा सकती है। इस प्रकार औद्योगिक सम्बन्धों के अन्तर्गत श्रमिक वर्ग व नियोक्ता (प्रबन्धन) वर्ग के मध्य स्थापित होने वाले सामूहिक सम्बन्धों को सम्मिलित किया जाता है।

औद्योगिक समाज और सामाजिक परिवर्तन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्रौद्योगिकी में होने वाले परिवर्तन सामाजिक संबंधों में भी परिवर्तन लाते हैं तथा समाजिक संस्थाएँ (जाति, नातेदारी, लिंग) को भी प्रभावित करते है। औद्योगिकरण से बहुत अधिक श्रम विभाजन होता है।

औद्योगीकरण आधुनिकीकरण का रास्ता कैसे बनाया?

इसे सुनेंरोकेंऔद्योगीकरण के लिए आधारभूत संरचनाओं अर्थात् सड़क, परिवहन, संचार व्यवस्था एवं ऊर्जा के बिकास की आवश्यकता पडती है इस तरह औद्योगीकरण अर्थव्यवस्था में सुधार भी लाता है । वास्तव में, औद्योगीकरण की शुरूआत अठारहवीं शताब्दी के मध्य में इग्लैण्ड में हुई थी ।