बीजाणु कितने प्रकार के होते है?

बीजाणु कितने प्रकार के होते है?

इसे सुनेंरोकेंबीजाणु बहुत से जीवाणु, पादप, एल्गी, कवक तथा कुछ प्रोटोजोआ आदि के जीवनचक्र का महत्वपूर्ण भाग है। बीजाणुओं और बीजों में मुख्य अन्तर उनके प्रकीर्णक ईकाइयों (dispersal units) में होता है। बीजों में संचित भोज्यस्रोतों की तुलना में बीजाणुओं में बहुत कम भोज्यस्रोत संचित होता है।

जीवाणु क्या है समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंसंज्ञा। सरल, छोटे जीवित सूक्ष्मजीव जो हर स्थान पाए जाते हैं और जिन्हें नग्न आँखों से नहीं देखा जा सकता है। जीवाणु ऐसे जीवन रूप हैं जो ऐसी एकल कोशिकाओं से मिलकर बने होते हैं जिनमें कोई केन्द्रक नहीं होता है। “जीवाणु तेज़ गति से प्रजनन करने कर सकते हैं।

जीवाणु कैसे गति करता है?

जीवाणु (Bacteria) सूक्ष्म जीव हैं जो प्रायः एककोशिकीय होते हैं।…जीवाणु

जीवाणु (बैक्टीरिया)
ऐशेरिशिया कोलाई Escherichia coli
वैज्ञानिक वर्गीकरण
अधिजगत: जीवाणु (Bacteria) वूज़, कैंडलर और व्हीलिस, 1990
संघ

विषम बीजाणुकता से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंविषम बीजाणुता का अर्थ है पौधे में दो प्रकार के बीजाणु मिलना जो आकारिकी व् कार्यिकी में भिन्न होते हैं। इन्हें लघु बीजाणु (microspore ) तथा गुरुबीजाणु (megaspore ) कहते हैं। यह स्थिति सिलेजिनेला तथा साल्वीनिया में मिलती है। विषम बीजाणुता में गुरुबीजाणु पौधे में ही रहता है तथा वहीं निषेचन होता है ।

Q 9 खंडन विधि क्या है?

इसे सुनेंरोकेंखंडन-जब किसी पादप के कुछ खंड हो जाएँ और प्रत्येक खंड नए जीव में विकसित हो, इस विधि को खंडन प्रजनन की विधि कहते हैं। जलीय शैवाल हरे रंग का अवपंकी पादप होता है। तेज जल प्रवाह के कारण इस पादप के कुछ खंड हो जाते हैं जो नए शैवाल बन जाते हैं, जैसे स्पाइरोगाइरा में।

दीर्घ बीजाणु जनन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंmegasporogenesis in hindi meaning diagram गुरुबीजाणुजनन क्या है | गुरू बीजाणु जनन किसे कहते है? गुरुबीजाणुजनन (megasporogenesis) : आवृतबीजी पौधों में , जैसा कि हम जानते है , बीजांड गुरूबीजाणुधानी को निरूपित करता है। बीजाण्ड की मुख्य संरचना मृदुतकी बीजाण्डकाय होती है। जिसमें गुरुबीजाणु का विकास होता है।

जीवाणु से क्या लाभ है?

ऐसे होते हैं फायदेमंद पाचन और पोषण में लाभदायक लैक्टोबेसिलस श्रेणी के प्रो-बायोटिक्स पेट के लिए वरदान हैं।

  • कायाकल्प और जवां दिखने में इलैक्टोबेसिली और बाइफिडो बैक्टीरिया शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की भूमिका निभाते हैं।
  • एलर्जी कम करने में
  • वायरस से मुकाबला करने में मददगार
  • मां के दूध के लिए फायदेमंद
  • जीवाणु से कौन कौन से रोग होते हैं?

    इसे सुनेंरोकेंबैक्टीरिया से होने वाली कुछ प्रमुख बीमारियों में बैक्टीरियल मेनिनन्जाइटिस, निमोनिया, टीबी, कॉलेरा, स्ट्रेप थ्रोट, फूड पॉइजनिंग शामिल हैं। वहीं वायरस के कारण कई प्रकार के रोग हो सकते हैं।

    बैक्टीरिया से कौन रोग होता है?

    आइए बैक्‍टीरिया से होने वाली कुछ प्रमुख बीमारियों की चर्चा करते हैं:

    1. बैक्‍टीरियल मेनिनजाइटिस बैक्‍टीरिया से होने वाली इस बीमारी में हमारे ब्रेन और रीढ़ की हड्डी को ढंकने वाली एक परत मेनिनजिस में सूजन आ जाती है।
    2. निमोनिया निमोनिया फेफड़ों का इन्‍फेक्‍शन है।
    3. टीबी या तपेदिक
    4. कॉलेरा

    इसे सुनेंरोकेंइसको जड़, तना, पत्ती तीन-भागों में बाँटा जा सकता है। यह बीजाणुधानियों से बीजाणु उत्पन्न करता है। इसीसे नये पौधों की उत्पत्ति होती है। वे बीजाणुधानियाँ पत्तियों में पाई जाती हैं जो ध्यानपूर्वक देखने पर दिखाई देती हैं। .

    बीजाणु का निर्माण कैसे होता है?

    इसे सुनेंरोकेंबीजाणु निर्माण यह प्रक्रिया पौधों में होती है। बीजाणु निर्माण में, जनक पौधा अपने बीजाणु पेटी (Spore Case) में सैंकड़ों प्रजनन इकाईयाँ पैदा करता है, जिन्हें ‘बीजाणु’ कहते हैं। जब पौधों की यह बीजाणु पेटी फटती है, तो ये बीजाणु हवा, जमीन, भोजन या मिट्टी पर बिखर जाते हैं। यहीं ये उगते हैं और नए पौधे को जन्म देते हैं।

    लघु बीजाणु पर्ण क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंपराग मातृकोशिका से अर्धसूत्री विभाजन द्धारा लघु-बीजाणु के निर्माण की प्रक्रिया को लघुबीजाणुजनन कहते हैं। जैसे-जैसे परागकोश विकसित होता है, बीजाणुजनन ऊतकों की कोशिकाएँ अर्द्धसूत्री विभाजन करती हैं।

    लिवरवर्ट तथा मास में क्या अंतर है?

    इसे सुनेंरोकेंलिवरवार्ट्स और मॉस अगुणित गैमेटोफाइट के आकारिकी में भिन्न होते हैं। गैमेटोफाइट ब्रायोफाइट्स के जीवन चक्र का प्रमुख चरण है। मुख्य अंतर जिगरवाला और काई के बीच है लिवरवॉर्ट्स के गैमेटोफाइट एक थैलोज या एक पर्णकुटी है जबकि काई के गैमेटोफाइट एक संकरी, शाखित तंतुमय संरचना है।

    द्विखंडन क्या है उदाहरण सहित समझाइए?

    इसे सुनेंरोकेंजीवविज्ञान में किसी कोशिका का दो भागों में विभाजित होकर दो नयी कोशिकाओं का निर्माण करना द्विखण्डन (binary fission) कहलाता है। जीवाणु और आद्यजीवाणुओं (bacteria and archaebacteria) को अकेन्द्रिक (prokaryotes) कहते हैं। इनका द्विखंडन एक प्रकार का अलैंगिक प्रजनन तथा कोशिका विभाजन है।

    गुरु बीजाणु जनन क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंबीजाण्डकाय के भीतर गुरूबीजाणु के विकास की प्रक्रिया गुरूबीजाणुजनन कहलाती है। बीजाण्डकाय की अधोत्वचा की कोई भी कोशिका आसपास की अन्य कोशिकाओं की तुलना में स्पष्ट और बड़े आकार की हो जाती है और इसका केन्द्रक भी बड़ा और सुस्पष्ट होता है और इसका जीवद्रव्य गाढ़ा होता है।

    पादप प्रजनन क्या है पादप प्रजनन के उद्देश्य लिखिए?

    इसे सुनेंरोकेंपादप प्रजनन पादप प्रजातियों का एक उद्देश्यपूर्ण परिचालन है ताकि वांछित पादप किस्में तैयार हो सकें। यह किस्में खेती के लिए अधिक उपयोगी, अच्छा उत्पादन करने वाली एवं रोग प्रतिरोधी होती हैं।

    प्रजनन उद्देश्य क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंजनन के दो उद्देश्य होते हैं एक व्यक्तिविशेष का संरक्षण और दूसरा जाति की शृंखला बनाए रखना। दोनों का आधार पोषण है। पोषण से ही संरक्षण, वृद्धि और जनन होते हैं। जीवधारियों के अंतअंतहेलनस्पति और प्राणी दोनों आते हैं।