गेंदे के फूल खाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंजानते हैं इसके औषधीय गुणों के बारे में. 1- तमाम शोध में पाया गया है कि गेंदे के फूल, तने और पत्तियों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर सेल्स को नष्ट करने में मददगार है. इसके अलावा ये ट्यूमर के विकास को रोकता है. ऐसे में इसके फूल, तने और पत्तियों का सुबह शाम काढ़ा बनाकर पीने से काफी राहत मिलती है
चंपा के फूल कैसे होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंचम्पा के वृक्ष बड़े और बहुत ही सुन्दर होते हैं। चम्पा के फूल पीले रंग के होते हैं जो बहुत ही सुगन्धित होते हैं। यह एक जड़ी-बूटी भी है। आयुर्वेद के अनुसार, चम्पा के औषधीय गुण से सिर दर्द, कान दर्द, आंखों की बीमारियों में फायदा (Champa benefits and uses) ले सकते हैं
कौन सा फूल शुभ होता है?
इसे सुनेंरोकेंभगवान शंकर को धतूरे के फूल, हरसिंगार, व नागकेसर के सफेद फूल, सूखे कमल गट्टे, कनेर, कुसुम, आक, कुश के फूल चढ़ाने से प्रसन्न होते हैं। शंकर भगवान को चढ़ने वाले फूल मां भगवती को भी प्रिय हैं। इसके अलावा बेला, सफेद कमल, पलाश, चंपा के फूल भी चढ़ाए जा सकते हैं। मां लक्ष्मी को कमल का पुष्प बेहद पसंद हैं
घर में कौन सा पौधा शुभ होता है?
इसे सुनेंरोकें1- बरगद,पीपल, गूलर का पेड़ घर के बाहर लगाना शुभ माना जाता है। ये वृक्ष यदि घर में हों तो, अशुभ फल देने लगते हैं। 3- हिन्दू धर्म में तुलसी के इस पौधे का बहुत महत्व होता है। तुलसी के पौधे को एक प्रकार से लक्ष्मी का रूप माना गया है।
गेंदे के फूल की चाय कैसे बनाएं?
इसे सुनेंरोकेंविधि – सबसे पहले एक पैन में 2 गिलास पानी डालकर उबाल लें। – पानी उबलने के बाद उसमें गेंदे के फूल डाल दें। – पानी को 5 मिनट तक धीमी आंच पर उबलने दें जब तक उसका रंग नहीं बदल जाता और पानी आधा नहीं हो जाता । – पानी का रंग बदलने के बाद और पानी कम होने के बाद उसे एक कप में छान लें। – आपकी चाय तैयार है
गुलाब का फूल खाने से क्या फायदा होता है?
इसे सुनेंरोकेंमुँह संबंधी रोगों से निजात दिलाने में लाभकारी गुलाब (Gulab Beneficial to Treat Mouth Related Diseases in Hindi) गुलाब के फूलों का हिम बनाकर गरारा करने से मुँह के सूजन, सांस की बदबू, तथा गले के दर्द के इलाज में मदद मिलती है। इसके अलावा गुलाब के पत्तों को चबाने से भी मुँह और होंठों की सूजन कम होती है
चंपा किस पर ब्रिज गिरने को कहते हैं और क्यों?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: जब कवि ने चंपा को कहा कि उसके ब्याह के बाद उसका पति कलकत्ता नौकरी करने चला जाएगा, तो उसके पत्र पढ़ने के लिए और उसे पत्र लिखने के लिए चंपा को पढ़ना-लिखना सीखना चाहिए। अतः कवि की बात सुनकर उसे कलकत्ता पर गुस्सा आ गया और उसने कलकत्ता पर बजर गिरने की बात कही।
चंपा के फूल पर भंवरा क्यों नहीं आता?
इसे सुनेंरोकेंपुजारियों के अनुसार चंपा के फूलों पर न भंवरा बैठता है, न तितली और न मधुमक्खी। इसका परागण नहीं होता। यह फूल वासना रहित माना जाता है। इसलिए भगवान को जन्मोत्सव पर इन फूलों की माला, कंगन, पैर के कड़े बना कर पहनाए जाएंगे।