कैसे मौत के बाद बैंक से पैसे का दावा करने के?

कैसे मौत के बाद बैंक से पैसे का दावा करने के?

इसे सुनेंरोकेंअगर ज्वाइंट खाता है तो अगर किसी व्यक्ति का किसी दूसरे व्यक्ति के साथ ज्वाइंट अकाउंट (Joint Account) है तो खाते में मौजूद राशि को दूसरा व्यक्ति आसानी से निकाल सकता है. ऐसी स्थिति में मरने वाले व्यक्ति का नाम अकाउंट से हटाने के लिए उसके मृत्यु प्रमाण पत्र की एक कॉपी बैंक की ब्रांच में जमा करनी होगी.

बच्चों का खाता कैसे खुलवाएं?

इसे सुनेंरोकेंकैसे खुलवाएं बच्चों का खाता पहले आपको एसबीआई की ऑफिशियल वेबसाइट sbi.co.in पर जाना होगा। इसके बाद पर्सनल बैंकिंग पर क्लिक करें। अब अकाउंट्स टैब पर क्लिक कर सेविंग अकाउंट ऑफ माइनर्स का विकल्प चुनें। इसके बाद अप्लाई नाउ पर क्लिक करें।

भारत में मृत्यु के बाद बैंक खाते का क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंनॉमिनी के नहीं रहने पर बैंक अकाउंट में जमा रकम डिपॉजिटर के कानूनी वारिस या उत्तराधिकारी को मिल जाती है. इस केस में जो व्यक्ति अकाउंट में जमा रकम को लेकर क्लेम करता है, उसे खाताधारक की वसीयत बैंक को देनी होती है. वसीयत नहीं होने पर परिवार के सदस्यों को उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र (Succession Certificate) देना होता है.

नाबालिग की आयु कितनी होती है?

इसे सुनेंरोकेंराज्यसभा में पिछले दिनों किशोर न्याय विधेयक 2015 को पारित कर दिया गया।

कितने साल के बच्चों का खाता खुल सकता है?

इसे सुनेंरोकें10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए, खाते को माता-पिता या अभिभावक के साथ संयुक्त रूप से चलाना होता है। अगर बच्चे की उम्र 10 से 18 साल के बीच है, तो बच्चे द्वारा खाते का संचालन किया जा सकता है। 18 वर्ष की आयु पार होने पर खाते को नियमित बचत खाते में परिवर्तित किया जा सकता है और उसके बाद माता-पिता इसे संचालित नहीं कर सकते।

अकाउंट खोलने के लिए कौन कौन से डॉक्यूमेंट लगते हैं?

बैंक में खाता खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट | (Documents Required to Open An Account With a Bank)

  • तीन पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
  • आधार कार्ड (Aadhaar Card)
  • ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License)
  • वोटर आई-डी कार्ड (Voter ID Card)
  • बिजली बिल (Electricity Bill)
  • टेलीफोन बिल (Telephone Bill)

नॉमिनी को कैसे मिलेगा बैंक अकाउंट का पैसा?

इसे सुनेंरोकेंअगर उस शख्स की मौत हो जाए तो नॉमिनी बैंक से पैसे तो निकाल सकता है लेकिन मृतक के जितने भी क्लास-1 उत्तराधिकारी होंगे, उन सभी का पैसे पर बराबर का दावा होगा। उनका बाकी संपत्ति पर भी बराबर का हक होगा। अगर क्लास-1 उत्तराधिकारियों में से कोई नहीं हो तब क्लास-2 उत्तराधिकारियों में बंटवारा होगा।