कण्ठमाला का रोग क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकण्ठमाला एक तीव्र वायरल संक्रमण जबड़े के एक या दोनों पक्षों पर ग्रंथियों की दर्दनाक सूजन की विशेषता है। कण्ठमाला भी कभी कभी दीर्घकालिक जटिलताओं के साथ प्रजनन अंगों को प्रभावित कर सकते हैं। अन्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, गले में खराश, उल्टी, थकान और भूख की हानि शामिल हैं।
कान के नीचे कौन सी ग्रंथि होती है?
इसे सुनेंरोकेंपैरोटिड ग्रंथि कान के नीचे तक होती है और मुंह में लार और थूक बनाती है।
गला क्यों फूलता है?
इसे सुनेंरोकेंसंक्रमण के चलते गले के भीतर सूजन हो जाती है। सूजन के कारण सामान्य श्वसन में बाधा उत्पन्न होती है; “भौंकने वाली”खांसी, स्ट्रिडोर (तेज़ घरघराहट की ध्वनि), तथा स्वर बैठना/गला बैठना कंठ-रोग के मुख्य लक्षण हैं। कंठ-रोग के लक्षण हल्के, मध्यम या गंभीर हो सकते हैं तथा रात के समय ये बदतर हो जाते हैं।
गलसुआ कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंगलसुआ कोई हवा से फैलने वाला रोग नहीं है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में विषाणु की वजह से फैलता है। संक्रामक व्यक्ति की छींक, लार, थूक या छून से ये वायरस, दूसरे शरीर में ट्रांसफर हो जाता है।
कान के नीचे गांठ होने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंअगर आपके कान में एक गांठ या स्किन सी बन जाती है, तो समझ लें कि यह समस्या सिंपल नहीं है। यह कैंसर होने की शुरुआत है। इस तरह की स्किन समस्याओं को बेसल सेल कार्सीनोमा व घातक मेलेनोमा के नाम से जाना जाता है। जब कैंसर के कान के हिस्सों में पहुंचने लगता है तेज दर्द होता है।
कान के नीचे गांठ हो जाए तो क्या करें?
इसे सुनेंरोकेंगांठ बनने पर ब्लड टैस्ट,एफएनएसी (पतली सुई को गांठ में डालकर उसके अंदर का तरल निकालते हैं और उसे लैब में टैस्ट करते हैं),एमआरआई कर गांठों की संख्या व फैलाव पता लगाकर गांठ को बाहर निकालते हैं। मौसम कोई भी हो सावधानी के तौर पर विशेषज्ञ दिन में ७-८ गिलास पानी पीने की सलाह देते हैं।
गाल क्यों फूलता है?
इसे सुनेंरोकेंपीरियड्स के दौरान शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन बढ़ जाता है जिसकी वजह से पीएमएस के लक्षणों के साथ ही चेहरा फूला हुआ दिखाई देता है। महिलाओं में पीरियड के दौरान ब्लोटिंग होने लगती है जिसकी वजह से चेहरा सूजा हुआ दिखता है। रात में चीनी और नमक का अधिक सेवन: आप जानते हैं कि आपके खान-पान की वजह से भी चेहरे पर सूजन आ जाती है।
MMS क्या है?
इसे सुनेंरोकेंगलगण्ड रोग (अंग्रेज़ी: ”, पैरोटाइटिस’ मम्प्स ‘ के रूप में भी जाना जाता है) एक विकट विषाणुजनित रोग है जो पैरोटिड ग्रंथि को कष्टदायक रूप से बड़ा कर देती है। ये ग्रंथियां आगे तथा कान के नीचे स्थित होती हैं तथा लार एवं थूक का उत्पादन करती हैं।
कैंसर होने में कितना टाइम लगता है?
इसे सुनेंरोकेंटेस्ट और इलाज अगर कैंसर शुरुआत होने के 15 दिन से 1 महीने के अंदर पता चल जाए तो इसका इलाज 100 फीसदी मुमकिन है।