समान अर्थ शब्द क्या होते हैं?
इसे सुनेंरोकें” वे शब्द जिनका अर्थ एक समान होता हैं समानार्थी शब्द कहलाते हैं समानर्थी शब्द को हम पर्यायवाची शब्द भी कहते है। “ पर्याय’ का अर्थ है ‘समान’ तथा ‘वाची’ का अर्थ है ‘बोले जाने वाले’ अर्थात सामान बोले जाने वाले शब्दों को हम पर्यावाची शब्द या सामनार्थी शब्द कहते है।
मकसद शब्द का समान अर्थ क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमकसद संज्ञा पुं० [अ० मकसद] १. मनोरथ । मनोकामना । २.
बिछी होती का दूसरा शब्द क्या है?
इसे सुनेंरोकेंबीछी पु ‡ संज्ञा स्त्री० [सं० वृश्चिक] बिच्छू ।
पर्यायवाची शब्दों को और क्या कहा जा सकता है?
इसे सुनेंरोकेंइसे हम ऐसे भी कह सकते है- जिन शब्दों के अर्थ में समानता हो, उन्हें ‘पर्यायवाची शब्द’ कहते है। दूसरे अर्थ में- समान अर्थवाले शब्दों को ‘पर्यायवाची शब्द’ या समानार्थक भी कहते है। जैसे- सूर्य, दिनकर, दिवाकर, रवि, भास्कर, भानु, दिनेश- इन सभी शब्दों का अर्थ है ‘सूरज’।
पर्यायवाची और समानार्थी शब्द में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंकिंतु जब वह शब्द केवल अर्थ स्पष्ट करेने के लिए प्रयुक्त हो तब ‘समानार्थी’ होगा और बात (विचार), वस्तु या भाव को किन-किन शब्दों से जाना जाता है यह बताने के लिए शब्दों की सूची में प्रयुक्त हो तब वही शब्द पर्यायवाची होगा।
पर्यायवाची शब्दों का वाक्यों में प्रयोग?
इसे सुनेंरोकें1 परिवेश = वातावरण/ माहौल – यहाँ का वातावरण साफ नहीं है। 2 रोमांचक = आह्लादकारी – यह फिल्म आह्लादकारी है। 3 पर्यटक = यात्री – भारत में कई विदेशी यात्री आते हैं। 4 नौकायन = नौकाविहार – हमने झील में नौकाविहार किया।
समानार्थी और विलोम शब्द में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंपर्यायवाची शब्द वे शब्द होते हैं जिन्हें समानार्थक के रूप में प्रयोग किया जाता है जबकि विलोम शब्द विपरीत अर्थ वाले शब्द होते हैं । उदाहरण : रात के पर्यायवाची शब्द : निशा, रजनी, राका। रात का विलोम शब्द : दिन ।
विद्यार्थी का समानार्थी शब्द क्या होगा?
इसे सुनेंरोकेंशागिर्द। शिष्य, शागिर्द। शब्दों का अर्थ व पर्यायवाची जानने के लिए वर्णों पर क्लिक करें।
कादंबरी कथा क्या है?
इसे सुनेंरोकें’कादम्बरी’ दो प्रेम कहानियों का मिश्रण है। इसका यह नाम कहानी की नायिका कादम्बरी के नाम पर दिया गया है। कादम्बरी को चन्द्रपीड़ और महाश्वेता को पुण्डरीक से प्रणय हुआ है और पूरी कहानी इसी के इर्द-गिर्द घूमती है। यह कहानी कई जन्मों की है जिसमें एक जन्म में किये गए अच्छे-बुरे कर्मों का फल अगले जन्म में मिला है।
कादम्बरी कथा का प्रधान नायक कौन है?
इसे सुनेंरोकें४)कादम्बरी का प्रमुख पात्र है–चन्द्रापीड।