उत्तल दर्पण का उपयोग क्या क्या है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तल दर्पण का उपयोग : (i) उत्तल दर्पणों का उपयोग सामान्यतः वाहनों के पश्च. दृश्य (wing) दर्पणों के रूप में किया जाता है। (ii) ये दर्पण वाहन के पार्श्व (side) में लगे होते हैं तथा इनमें ड्राइवर अपने पीछे के वाहनों को देख सकते हैं जिससे वे सुरक्षित रूप से वाहन चला सके।
दाढ़ी बनाने में कौन सा दर्पण का उपयोग होता है?
इसे सुनेंरोकेंयदि किसी वस्तु को अवतल दर्पण के सम्मुख उसके फोकस और ध्रुव के बीच रख दिया जाये तो उसका सीधा और बड़ा प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बनता है। इस प्रकार दाढ़ी के पास अवतल दर्पण को रखने से उसका सीधा और बड़ा प्रतिबिम्ब बनता है। अत: दाढ़ी बनाने में सुविधा होती है ।
समतल दर्पण का उपयोग क्या है?
इसे सुनेंरोकें(i) अपनी छवि देखने में, दाढ़ी बनाने में। (ii) टार्च लाइट में। (iii) सोलर कुकर में।
उत्तल तथा अवतल लेंस में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तल लेंस से गुजरने वाली प्रकाश की किरणों को उत्तल लेंस एक बिंदु पर केंद्रित कर देता है. अवतल लेंस से गुजरने वाले प्रकाश को बिखेर देता है. उत्तल लेंस में किसी भी वस्तु का प्रतिबिम्ब वास्तविक, आभासी और उल्टा बनता है. अवतल लेंस में वस्तु का प्रतिबिम्ब वास्तविक, आभासी तथा सीधा बनता है.
चेहरा देखने के लिए कौन सा दर्पण का प्रयोग किया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंएक उत्तल दर्पण का उपयोग किसी वास्तविक वस्तु के छवि के निर्माण के लिए किया जाता है।
कार में कौन सा दर्पण लगा होता है?
इसे सुनेंरोकेंकारों, ट्रकों और बसों तथा टू व्हीलर्स में ड्राइवर की बगल में जो दर्पण लगा होता है वह अवतल दर्पण (जब गोलीय शीशे के अंदर वाली यानि दबे सतह पर परावर्तक पॉलिश कर दिया जाता है और उभरा भाग चमकीला होता है जिसमे हम कोई परछाईं देखते हैं तो उसे अवतल दर्पण कहते हैं) लगा होता है, ताकि पीछे से आ रही गाड़ियों के सीधे प्रतिबिम्ब …
साइड मिरर में कौन सा दर्पण होता है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तल दर्पण का उपयोग वाहनों के साइड मिरर (side mirror) या पीछे देखने के आइने (rear-view mirror) के
उत्तल और अवतल दर्पण में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तल दर्पण पर पड़ने वाला प्रकाश बाहर की ओर प्रतिबिम्बित होता है। अवतल दर्पण अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश को अंदर की ओर प्रतिबिंबित करता है। उत्तल दर्पण में प्रत्येक स्थिति में प्रतिबिंब दर्पण के पीछे बनता है, और वस्तु से छोटा, सीधा तथा आभासी बनता है। अवतल दर्पण से निर्मित प्रतिबिंब वास्तविक तथा उल्टा बनता है।