चुंबक के लिए सबसे उचित पदार्थ क्या होता है?

चुंबक के लिए सबसे उचित पदार्थ क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंकुछ जाने-माने लौह-चुंबकीय द्रव्य जो (चुंबक बनाने के लिए) आसानी से पहचाने जाने वाले चुंबकीय गुणों को प्रदर्शित करते हैं, वे हैं निकल, लोहा, कोबाल्ट, गैडोलिनियम और उनके मिश्र धातु.

चुंबक के समान ध्रुव में क्या होता है?

इसे सुनेंरोकें(ग) चुंबक के समान ध्रुव एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं। (घ) लोहे का बुरादा छड़ चुंबक के समीप लाने पर इसके मध्य में अधिक चिपकता है। (ङ) छड़ चुंबक सदैव उत्तर-दक्षिण दिशा को दर्शाता है। (च) किसी स्थान पर पूर्व-पश्चिम दिशा ज्ञात करने के लिए कंपास का उपयोग किया जा सकता है।

चुंबक को गर्म करने पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

इसे सुनेंरोकेंकिसी चुंबक को गर्म करने पर उसका चुंबकत्व नष्ट हो जाता है। अलग-अलग पदार्थों की गर्म अवस्था मे उनकी चुंबकत्व धारण क्षमता अलग-अलग होती है । चुम्बक का चुम्बकत्व गुण समाप्त हो जाता है।

चुंबक के ध्रुव कहाँ स्थित होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 6: छड़ चुंबक के ध्रुव कहाँ स्थित होते हैं? उत्तर: छड़ चुंबक के ध्रुव दोनों किनारे पर स्थित होते हैं।

अनु चुंबकीय तथा लौह चुंबकीय पदार्थों में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंअनुचुम्बकीय, प्रतिचुम्बकीय एवं लौह-चुम्बकीय पदार्थों के चुम्बकीय गुणों की तुलना कीजिए। क्र. इन पदार्थों को शक्तिशाली चुम्बक के ध्रुवों के मध्य लटकाने पर इनकी लम्बाई क्षेत्र के समान्तर हो जाती है। इन पदार्थों को शक्तिशाली चुम्बक के ध्रुवों के मध्य लटकाने पर इनकी लम्बाई क्षेत्र के लम्बवत् हो जाती है।

प्रतिचुंबकीय पदार्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्रतिचुम्बकीय पदार्थ वे हैं जिनमें बाहर से आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र के उल्टी दिशा में चुम्बकीय क्षेत्र प्रेरित होता है। ये पदार्थ वाह्य चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा प्रतिकर्षित (रिपेल) किये जाते हैं। जब अन्य चुम्बकीय प्रभाव नगण्य हों तो ऐसे पदार्थों को प्रतिचुम्बकीय कह दिया जाता है।

चुंबक का निर्माण कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंचुंबक का निर्माण कैसे होता है? एक चुम्बक को किसी दूसरे चुम्बकीय पदार्थ से आपस में रगड़ने से चुम्बक बनता है। चुम्बक पदार्थ को विद्युत धारा से घेरने पर उस चुम्बकीय पदार्थ में चुम्बक के गुण आ जाते हैं तथा वह पदार्थ चुम्बक बन जाता है।

चुंबक के दोनों ध्रुव को मिलाने वाली रेखा क्या कहलाती है?

इसे सुनेंरोकेंदक्षिणी ध्रुव कहलाता है। (iii) दो पृथक-पृथक चुंबकों के दो उत्तरी ध्रुव (या दो दक्षिणी ध्रुव) जब पास-पास लाए जाते हैं तो वे एक-दूसरे को विकर्षित करते हैं। इसके विपरीत, एक चुंबक के उत्तर और दूसरे के दक्षिण ध्रुव एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।

आप लोहे की पत्ती को चुंबक में कैसे बदल सकते हैं गतिविधि लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: सबसे पहले एक लोहे की पत्ती को समतल सतह पर रखना होगा। उसके बाद एक चुंबक को बिना हटाए पत्ती के एक सिरे से दूसरे सिरे तक बार-बार घिसेंगे। इस प्रक्रिया को लोहे की पत्ती के अनुदिश कम से कम 30 से 40 बार दुहराऐंगे। ऐसा करने पर लोहे की पत्ती में चुंबकीय गुण आ जाएगा।

प्राचीन काल में लोग दिशा ज्ञात करने के लिए क्या लेट खाते थे?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: प्राचीन काल में लोग दिशा ज्ञात करने के लिए लोहे का टुकड़ा लटकाते थे।

चुंबक उत्तर दक्षिण दिशा में क्यों ठहरता है?

इसे सुनेंरोकेंजब कोई चुम्बक स्वतंत्रतापूर्वक लटकाया जाता हैं , तो उस पर पृथ्वी की क्षैतिज तीव्रता के कोण एक बलयुग्म कार्य करता हैं । यह बलयुग्म चुम्बक को घुमाकर H के समान्तर ले आता हैं । अतः स्वतंत्रतापूर्वक लटकता हुआ चुम्बक सदैव उत्तर – दक्षिण दिशा मे ही ठहरता हैं ।

अनु चुंबकीय पदार्थ कौन कौन से होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपरिभाषा : वे पदार्थ जो कम से ज्यादा चुम्बकीय क्षेत्र की ओर गति करते तथा जिनकी उपस्थिति से चुंबकीय क्षेत्र का मान कम हो जाता है , उन पदार्थों को अनुचुम्बकीय पदार्थ कहते है। उदाहरण : एलुमिनियम , सोडियम , ऑक्सीजन आदि।