बारिश कैसे बनता है?

बारिश कैसे बनता है?

इसे सुनेंरोकेंवायु में मिला जलवाष्प शीतल पदार्थों के संपर्क में आने से संघनन (condensation) के कारण ओसांक तक पहुंचता है। जब वायु का ताप ओसांक से नीचे गिर जाता है, तब जलवाष्प पानी की बूँदों अथवा ओलों के रूप में धरातल पर गिरने लगता है। इसी को वर्षा कहते हैं।

बारिश के मौसम में क्या बनाना चाहिए?

बारिश के मौसम में क्या खाएं – Monsoon Foods to Eat In Hindi

  1. ड्राई फ्रूट्स बारिश के मौसम में खाने के लिए ड्राई फ्रूट्स यानी कि सूखे मेवे अच्छा विकल्प हो सकता है।
  2. हर्बल चाय बरसात के मौसम में चाय पीने का मजा ही कुछ और होता है।
  3. गर्म पानी
  4. गर्म सूप
  5. फलों का सेवन
  6. स्प्राउट्स
  7. हल्दी वाला दूध
  8. ताजी सब्जियां

बारिश कितनी ऊंचाई से होती है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्यतः हमारे द्वारा देखे जाने वाले अधिकतर बादलों की ऊंचाई 1800 मीटर से 5500 मीटर तक होती है। लेकिन तड़ित झंझा और बारिश के लिए उत्तरदायी कुछ बादल धरती से 15,000 मीटर ऊंचाई तक भी पहुंच जाते हैं।

इंडिया में बारिश कैसे होती है?

इसे सुनेंरोकेंसूरज की किरणे हमारी पृथ्वी को गर्म करती रहती है जिससे पानी के कण गर्म होकर वाष्प बनकर एक दुसरे से दूर जाने लगते है. यह वाष्प इतने हल्के होते है की यह धीरे – धीरे आसमान की तरफ बहने लगते है . वाष्प ऊपर उठनें के साथ ही ठंडे होने लगते है क्योकि हर 1000 फिट पर तापमान लगभग 5.5 डिग्री कम होने लगता है.

बारिश के मौसम में कौन कौन से फल आते हैं?

सेब- अगर आपको बीमारियों से दूर रहना है तो आपको रोज एक एप्पल अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.

  • लीची- बारिश में लीची खूब आती है.
  • अनार- अनार को आप किसी भी सीजन में खा सकते हैं.
  • आलूबुखारा- बारिश के मौसम में सीजनल फलों में आलूबुखारा (Plum) भी शामिल है.
  • पपीता- बारिश में आपको पपीता भी डाइट में शामिल करना चाहिए.
  • बारिश के मौसम में क्या नहीं पसंद है?

    इसे सुनेंरोकेंहमें कीचड़ और गंदगी बिल्कुल पसंद नहीं है। बारिश में प्रकृति की खूबसूरती अपने चरम पर होती है। धुली धुली सी खिली खिली सी धरती, आँखों को सुकून देती है।

    बारिश कब और कैसे होती है?

    इसे सुनेंरोकेंजब कभी नमी वाली गर्म हवा किसी ठंडे और उच्च दबाव वाले वातावरण के संपर्क में आ जाती है तब बारिश होती है। गर्म हवा में ठंडी हवा से ज्यादा पानी इकट्ठा करती है और जब यह हवा अपने अंदर इकट्ठे पानी को ऊंचाई पर ले जाती है तो ठंडे जलवायु मैं मिल जाती है और अपने अंदर का जमा हुआ पानी के भारी हो जाने पर उसे नीचे गिराने लगती है।