क्या है हमारे जीवन की मूल आवश्यकताओं से बनता है भोजन?

क्या है हमारे जीवन की मूल आवश्यकताओं से बनता है भोजन?

भोजन हमारे जीवन की मूल आवश्यकताओं में से एक है। वह कई खाद्य पदार्थो से बनता है। इस मिश्रण में अनाज, दलहन, तेलहन शाक, सब्जियाँ, दूध या दूध से बने पदार्थ, मांस, मछली, अण्डा आदि हो सकते हैं। इसका मिश्रण, रूची, स्वाद, उपलब्धता तथा आर्थिक क्षमता पर निर्भर करता है।

जिस तरह वसा और कार्बोहायड्रेट शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।?

इस पोषण कार्य में प्रोटीन, शरीर के शारीरिक तथा मानसिक विकास में योगदान करता है, कोशिकाओं को ठीक ठाक रखता है, उत्तकों में शरीर के कार्यशील रहने के दौरान जो तोड़फोड़ होता है उसकी मरम्मत करता है आदि। उसी तरह वसा और कार्बोहायड्रेट शरीर को उर्जा प्रदान करता है।

क्या है प्रोटीन के मुख्य स्त्रोत?

प्रोटीन के मुख्य स्त्रोत दूध, फली, गिरि, दाल, पनीर सोयाबीन, खोया, माँस, मछली, अण्डा तथा अनाज की उपरी परत जिसे कोढ़ी / लुपुः / लोबोः नाम से जाना जाता है।

किस प्रकार की सामग्री का उपयोग करना आवश्यक है?

पोषण सामग्री, जैसे साग-सब्जी, दाल, अन्न, तेल का उगाना, उसको एकत्रित करना ओर जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वितरण एवं उचित उपयोग करना अति आवश्यक है।

क्या होता है एक किलोग्राम कैलोरी ऊर्जा?

एक ग्राम प्रोटीन लगभग 4.2 किलो कैलोरी उर्जा प्रदान करता हैं उर्जा को किलो कैलोरी (किo कैo) में मापा जाता है। एक किलोग्राम जल को 100 डिग्री फारेनहाइट तक उबालने में जितनी उर्जा लगती है उसी को एक किलो कैलोरी कहते हैं। (ग) प्रोटीन की कमी से शरीर को क्या नुकसान होता है?

https://www.youtube.com/watch?v=X9EF993JIcQ




https://www.youtube.com/watch?v=eg-r9uLeyGk

जिस प्रकार की सब्जियों में प्रोटीन है?

अन्य साग जिन्हें खाया जाता है और जो यहाँ वर्णित नहीं है उनमें भी कुछ न कुछ प्रोटीन है किन्तु वे ग्राम या उससे कम वाले हैं। उसी तरह जड़ एवं कंद तथा फलदार सब्जियाँ हैं उसमें प्रति 100 ग्राम में 4 ग्राम या उससे कम हैं किन्तु कुछ न कुछ मात्रा में जरूर है। फलों में भी बहुत कम मात्रा में प्रोटीन है। क्रम. क्रम. क्रम. Trichlurus sp. Trichlurus sp. क्रम.




















क्या है प्लस अनाज फ़ीड?

प्लस अनाज फ़ीड है कि यह कठिन है, इसलिए यह जानवर को अपने दाँत पीसने में मदद करता है।



ऐसा कोई प्राणी नहीं है जो ऑक्सीजन ग्रहण करता है?

* वैज्ञानिक कहते हैं कि गाय एकमात्र ऐसा प्राणी है, जो ऑक्सीजन ग्रहण करता है और ऑक्सीजन ही छोड़ता है, ‍जबकि मनुष्य सहित सभी प्राणी ऑक्सीजन लेते और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ते हैं। पेड़-पौधे इसका ठीक उल्टा करते हैं। – उपरोक्त और निम्न सभी पत्रिका ‘गवाक्ष भारती’, धर्मपाल की ‘भारत में गौरक्षा…’

नीदरलैंड्स में गायों के फार्म की मालिक हैं?

नीदरलैंड्स में गायों के एक फार्म की मालिक कहती हैं, “गायें आमतौर पर बेहद शांतिपूर्ण होती हैं, वो बेवजह लड़ती नहीं हैं और किसी को परेशान नहीं करती हैं.”













भोजन हमारे जीवन की मूल आवश्यकताओं में से एक है। वह कई खाद्य पदार्थो से बनता है। इस मिश्रण में अनाज, दलहन, तेलहन शाक, सब्जियाँ, दूध या दूध से बने पदार्थ, मांस, मछली, अण्डा आदि हो सकते हैं। इसका मिश्रण, रूची, स्वाद, उपलब्धता तथा आर्थिक क्षमता पर निर्भर करता है।

इस पोषण कार्य में प्रोटीन, शरीर के शारीरिक तथा मानसिक विकास में योगदान करता है, कोशिकाओं को ठीक ठाक रखता है, उत्तकों में शरीर के कार्यशील रहने के दौरान जो तोड़फोड़ होता है उसकी मरम्मत करता है आदि। उसी तरह वसा और कार्बोहायड्रेट शरीर को उर्जा प्रदान करता है।

प्रोटीन के मुख्य स्त्रोत दूध, फली, गिरि, दाल, पनीर सोयाबीन, खोया, माँस, मछली, अण्डा तथा अनाज की उपरी परत जिसे कोढ़ी / लुपुः / लोबोः नाम से जाना जाता है।

पोषण सामग्री, जैसे साग-सब्जी, दाल, अन्न, तेल का उगाना, उसको एकत्रित करना ओर जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वितरण एवं उचित उपयोग करना अति आवश्यक है।

एक ग्राम प्रोटीन लगभग 4.2 किलो कैलोरी उर्जा प्रदान करता हैं उर्जा को किलो कैलोरी (किo कैo) में मापा जाता है। एक किलोग्राम जल को 100 डिग्री फारेनहाइट तक उबालने में जितनी उर्जा लगती है उसी को एक किलो कैलोरी कहते हैं। (ग) प्रोटीन की कमी से शरीर को क्या नुकसान होता है?

अन्य साग जिन्हें खाया जाता है और जो यहाँ वर्णित नहीं है उनमें भी कुछ न कुछ प्रोटीन है किन्तु वे ग्राम या उससे कम वाले हैं। उसी तरह जड़ एवं कंद तथा फलदार सब्जियाँ हैं उसमें प्रति 100 ग्राम में 4 ग्राम या उससे कम हैं किन्तु कुछ न कुछ मात्रा में जरूर है। फलों में भी बहुत कम मात्रा में प्रोटीन है। क्रम. क्रम. क्रम. Trichlurus sp. Trichlurus sp. क्रम.

प्लस अनाज फ़ीड है कि यह कठिन है, इसलिए यह जानवर को अपने दाँत पीसने में मदद करता है।

* वैज्ञानिक कहते हैं कि गाय एकमात्र ऐसा प्राणी है, जो ऑक्सीजन ग्रहण करता है और ऑक्सीजन ही छोड़ता है, ‍जबकि मनुष्य सहित सभी प्राणी ऑक्सीजन लेते और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ते हैं। पेड़-पौधे इसका ठीक उल्टा करते हैं। – उपरोक्त और निम्न सभी पत्रिका ‘गवाक्ष भारती’, धर्मपाल की ‘भारत में गौरक्षा…’

नीदरलैंड्स में गायों के एक फार्म की मालिक कहती हैं, “गायें आमतौर पर बेहद शांतिपूर्ण होती हैं, वो बेवजह लड़ती नहीं हैं और किसी को परेशान नहीं करती हैं.”