किसी वस्तु की दिशा बदलने के लिए कैसे बल की अवस्था होती है?
इसे सुनेंरोकेंअगर किसी वस्तु पर असंतुलित बल लगाया जाता है, तो उसके वेग में परिवर्तन या उसकी दिशा में परिवर्तन होता है। इस प्रकार किसी वस्तु को त्वरित करने के लिए एक असंतुलित बल की आवश्यकता होती है और उसकी गति या गति की दिशा में तब तक परिवर्तन होता रहेगा जब तक यह संतुलित बल उस पर कार्य करता रहेगा।
संवेग संरक्षण का नियम क्या है उदाहरण देकर समझाइए?
इसे सुनेंरोकेंसंवेग संरक्षण के नियम के उदाहरण बंदूक से गोली छोड़ते समय बंदूक द्वारा गोली को एक वेग प्रदान कर दिया जाता है, जिससे गोली में आगे की दिशा में एक संवेग उत्पन्न हो जाता है। क्रिया-प्रतिक्रिया नियम के अनुसार गोली भी बंदूक को पीछे की ओर धकेलती है, जिससे बंदूक को भी पीछे की दिशा में एक संवेग प्राप्त हो जाता है।
किसी रुकी हुई वस्तु को विराम से गति में लाने के लिए लगाया जाने वाला बल निम्न में से किसका माफ होता है?
इसे सुनेंरोकेंबल एक प्रभाव है जो स्थिर वस्तु को गति में लाने की या गतिमान वस्तु को रोकने अथवा गतिमान वस्तु की चाल और दिशा में परिवर्तन लाने की प्रवृत्ति रखता है तथा वस्तु के आकार में परिवर्तन कर सकता है । वस्तु पर कार्य करने वाले सभी बलों के परिणामी यदि शून्य हो तो बलों को संतुलित बल कहते हैं ।
किसी वस्तु पर बल लगाने का क्या प्रभाव हो सकता है?
इसे सुनेंरोकें(i) वस्तु की चाल बदल सकती है। जिससे वह तेज अथवा धीमी गति करने लगती है। (2) वस्तु की गति की दिशा में परिवर्तन हो सकता है
प्र 12 किसी वस्तु की दिशा बदलने के लिए कैसे बल की आवश्यकता होती है?
इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार किसी वस्त को त्वरित करने के बल का आवश्यकता होती हैं लेकिन गोली को गति लिए एक असंतुलित बल की आवश्यकता होती है और उसकी गति या गति की दिशा में तब तक परिवर्तन होता रहेगा जब तक यह संतुलित बल उस पर कार्य करता रहेगा। तथापि, यह बल हटा लेने पर, वस्तु प्राप्त हुए वेग से गतिमान रहेगी।
किसी वस्तु की गतिज ऊर्जा क्या होती है?
इसे सुनेंरोकेंकिसी वस्तु की गतिज उर्जा (kinetic energy) उसकी गति के कारण उत्पन्न ऊर्जा होती है। *वस्तु की गतिज ऊर्जा वस्तु के द्रव्यमान के अनुक्रमानुपाती होती है। *वस्तु की गतिज ऊर्जा वस्तु के वेख के वर्ग के अनुक्रमानुपाती होती है
न्यूटन का पहला नियम क्या था?
इसे सुनेंरोकेंप्रथम नियम: प्रत्येक पिण्ड तब तक अपनी विरामावस्था में अथवा सरल रेखा में एकसमान गति की अवस्था में रहता है जब तक कोई बाह्य बल उसे करने के लिजड़त्श नहीं करता। इसे नियम भी कहा जाता है।
न्यूटन का तीसरा नियम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंन्यूटन के गति का तृतीय नियम : ‘प्रत्येक क्रिया के समान एवं विपरीत प्रतिक्रिया होती है। गति का तृतीय नियम यह इंगित करता है की जब एक वस्तु किसी दुसरे वास्तु पर बल का प्रयोग करता है, तत्क्षण ही वह दूसरा वस्तु पहले वस्तु पर वापस बल लगाता है। प्रयोग किए गए दोनों बल परिमाण में बराबर होते है , पर दिशा में विपरीत।
न्यूटन का गति का द्वितीय नियम क्या लिखिए?
इसे सुनेंरोकेंन्यूटन के गति के द्वितीय नियम के अनुसार किसी वस्तु के रेखीय संवेग में परिवर्तन की दर वस्तु पर आरोपित बाह्य बल के समानुपाती होती है । वस्तु के रेखीय संवेग में यह परिवर्तन कार्यरत बल के कारण कार्यरत बल की दिशा में होता है
एक न्यूटन बल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंएक न्यूटन वो बल है जो एक किलोग्राम की वस्तु पर लगकर उसे 1 मीटर प्रति सेकेंड^2 का त्वरण उत्पन्न कर दे।
किसी वस्तु की चाल कब बढ़ जाती है?
इसे सुनेंरोकेंत्वरण (acceleration): किसी वस्तु के वेग में परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं. इसका S.I. मात्रक मी/से^ 2 है. यदि समय के साथ वस्तु का वेग घटता है तो त्वरण ऋणात्मक होता है, जिसे मंदन (retardation ) कहते हैं